ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई रेल विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। उन्होंने शुक्रवार को रेलवे के एक कार्यक्रम में कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ भी की और कहा कि 'नीतीश बाबू जैसा सहयोगी हो तो क्या कुछ संभव नहीं है।' इसी के साथ पीएम मोदी ने एनडीए के नेताओं, समर्थकों और वोटरों को दो शब्दों में संदेश दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव ना केवल नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है बल्कि उनका सारा समर्थन नीतीश कुमार के नेतृत्व में है।

निश्चित रूप से प्रधानमंत्री का यह कथन लोेेक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को रास नहीं आएगा क्योंकि वो हर दिन, हर मौके पर नीतीश कुमार पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं और उन्होंने दो टूक शब्दों में यह भी कह दिया है कि भाजपा जिसे भी नेता मानती है, वो भी उसे नेता मान लेंगे लेकिन भाजपा को जनता दल यूनाइटेड से ज़्यादा सीटों पर लड़ना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ जनता में काफी गुस्सा है। 

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनावों के पहले कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया है और कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन करते हुए इसे राष्ट्र को समर्पित किया है। कोसी महासेतु परियोजना को 2003-04 में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी। इसकी लंबाई 1.9 किलोमीटर है और इसके निर्माण में 516 करोड़ रुपए की लागत आई है।

पीएम मोदी ने जिन परियोजाओं का शुभारंभ किया उनमें किउल नदी पर एक नया रेल पुल, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण परियोजनाएं, एक विद्युत लोकोमोटिव शेड और बाढ़-बख्तियारपुर के बीच तीसरी नई लाइन परियोजना शामिल हैं। इनके अलावा प्रधानमंत्री ने दो नई लाइन परियोजनाओं हाजीपुर-घोसवार-वैशाली और इस्लामपुर-नातेशर का भी उदघाटन किया है। उन्होंने करनौती-बख्तियारपुर संपर्क बाईपास और बाढ़-बख्तियारपुर के बीच तीसरी लाइन का भी उद्घाटन किया है। 

पटना: बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई, इसकी जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर बिहार में सुशांत को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है। इस बीच आरजेडी विधायक अरुण कुमार यादव ने सुशांत सिंह राजपूत पर विवादास्पद टिप्पणी देकर विवाद बढ़ा दिया है। सहरसा से राजद विधायक अरुण यादव ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत थे ही नहीं, क्योंकि राजपूत महाराणा प्रताप के वंशज हैं, जो कभी गले में रस्सी लगाकर नहीं मर सकते।

राजद विधायक अरुण यादव ने कहा, 'हम तो पहले कहते हैं कि राजपूत नहीं था वो। बुरा मत मानिएगा। राजपूत, महाराणा प्रताप का संतान गला में डोरी बांध कर नहीं मर सकता है। महाराणा प्रताप राजपूतों का पुरखा हैं तो वह यादवों के भी हैं। हमको दुख है, सुशांत सिंह राजपूत को डोरी बांध कर नहीं मरना चाहिए था। वह राजपूत था, मुकाबला करता। राजपूत डोरी बांध कर मरता है? यदि सीबीआई जांच हो, जो होगा काम करेगा, लेकिन हम इस बात से दुखी हैं।'

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार बिहार वासियों को एक पर एक तोहफा देती जा रही है। इसी कड़ी में मोदी सरकार ने एक और बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल मोदी कैबिनेट ने दरभंगा मेँ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही बिहार में पटना के बाद दूसरा एम्स बनने का रास्ता साफ हो गया है। दरभंगा में एम्स के निर्माण से सूबे में उत्तर बिहार के बेतिया से लेकर कोसी और सीमांचल के सहरसा, सुपौल और पूर्णियां तक के लोगों स्वास्थ्य क्षेत्र में इसका फायदा होगा। इसके साथ-साथ पटना पर लोगों की निर्भरता भी घटेगी। 

केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 1361 करोड़ रुपये की मंजूरी पहले ही दे दी थी

आपको बता दें कि बिहार के दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 1361 करोड़ रुपये की मंजूरी पहले ही दे दी थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख