नई दिल्ली: अगले सप्ताह बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजग (एनडीए) में सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझ सकती है। मंगलवार को राज्य के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे। सीट बंटवारे को लेकर भाजपा और जदयू के बीच शीर्ष स्तर पर यह पहली बैठक होगी। इस बैठक में नड्डा और नीतीश के बीच चुनाव प्रचार की संयुक्त रणनीति बनाने और मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
अगले सप्ताह नौ सितंबर को राज्य के चुनाव प्रभारी बनाए गए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी राज्य का पहला दौरा करेंगे। जबकि संगठन महासचिव बीएल संतोष सोमवार को पटना पहुंचेंगे। बीएल संतोष इसी दिन चुनाव की संगठनात्मक तैयारियों पर चर्चा करेंगे। जबकि फडणवीस के साथ पार्टी अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदेहास्पद मौत के मामले में रणनीति तैयार की जाएगी।
राज्य में सीटों के बंटवारे पर बातचीत शुरू होने से पहले ही एनडीए में शामिल दल एक दूसरे पर अधिक सीटें हासिल करने के लिए दबाव बना रहे हैं। जदयू चुनाव में बड़े भाई की भूमिका के साथ ज्यादा सीटें हासिल करना चाहती है।
पार्टी चाहती है कि सीट बंटवारे का आधार 2015 का विधानसभा चुनाव बनाया जाए। जबकि भाजपा बीते लोकसभा चुनाव को सीट बंटवारे का आधार बनाना चाहती है। भाजपा खुद और जदयू को सौ-सौ सीटें, लोजपा को 30 तो अन्य दलों को 13 सीटें देना चाहती है।
चिराग और मांझी का भी पेच
इसी दौरान लोजपा और हम ने सीटों के बंटवारे पर नया पेच फंसा दिया है। अधिक सीटें हासिल करने केलिए लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान सीएम नीतीश पर हमलावर हैं। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि राज्य में उनका गठबंधन भाजपा से है न कि जदयू से। दूसरी ओर लोजपा की काट के लिए नीतीश ने हम को गठबंधन में शामिल किया है। हम के मुखिया और राज्य के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने चिराग की तर्ज पर कहा है कि उनकी पार्टी का गठबंधन जदयू से है न कि भाजपा से।
चुनावी रणनीति को धार देंगे नड्डा
नड्डा के बिहार दौरे का मकसद सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझाने के साथ ही चुनावी रणनीति को भी धार देने की है। इस क्रम में नड्डा राज्य में पार्टी की कोरग्रुप के साथ भी बैठक करेंगे। इस बैठक में फडणवीस, बीएल संतोष और राज्य के प्रभारी महासचिव भूपेंद्र यादव भी शामिल रहेंगे।