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पटना: बिहार की राजनीति में इन दिनों खुला खत लिखने की परंपरा चल पड़ी है। लालू प्रसाद यादव के बाद अब उनके बेटे तेजस्वी ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम खुली चिट्ठी लिखी। उन्होंने नीतीश को 'चाचा' संबोधित करते हुए उन पर खूब हमला बोला। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने फेसबुक एकाउंट पर लिखी चिट्ठी को ट्विटर पर भी शेयर किया।

तेजस्वी ने लालू यादव पर दिए नीतीश के बयान का जिक्र करते हुए लिखा है कि हां, तो चाचा जी आप कह रहे थे कि मेरे पिता चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, जेल से बाहर नहीं आ सकते। आप उन्हें जेल से बाहर नहीं आने देंगे। आपके 'स्वयं को सर्वोच्च न्यायालय से भी सर्वोच्च समझ कर फैसला सुनाने' के पीछे कौन सी नई साजिश है, ये तो मुझे नहीं पता, लेकिन बिहार की क्या विडंबना है ये मुझे पता है। उन्होंने अपने पिता लालू यदाव के जेल में बंद होने का जिक्र करते हुए कहा है कि नीतीश चाचा, ये आपके शासन की सबसे बड़ी विडंबना है कि गरीब-गुरबों और वंचितो की आवाज उठाने वाला आज जेल में बैठा है और आप मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में मासूम बच्चियों के साथ हुए घिनौने कांड में संलिप्त अपने दुलारे, प्यारे और चहेते आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ केक काट रहे है।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए सातवें और आखिरी चरण के मतदान से पूर्व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जनता की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया और कहा कि जिस पार्टी का चुनाव चिह्न (तीर) ही हिंसा का हथियार हो, उसके मुखिया से क्या उम्मीद की जा सकती है। चारा घोटाले में जेल में बंद यादव के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट लिखा गया है जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार अपनी चुनावी सभाओं में लालटेन (राजद का चुनाव चिह्न) के दिन जाने संबंधी उनके बयान पर पलटवार करते हुए लिखा गया कि तीर (जदयू) का जमाना लद गया है।

लालू ने मुख्यमंत्री को छोटे भाई के तौर संबोधित करते हुए लिखा, “ लालटेन प्रकाश और रोशनी का पयार्य है। मोहब्बत और भाईचारे का प्रतीक है। हमने लालटेन के प्रकाश से ग़ैर बराबरी, नफ़रत, अत्याचार और अन्याय का अंधेरा दूर भगाया है और भगाते रहेंगे। तुम्हारा चिह्न तीर तो हिंसा फैलाने वाला हथियार है। मारकाट एवं हिंसा का पयार्य और प्रतीक है।”

पटना: लोकसभा चुनाव 2019 के सात चरणों में से पांच चरणों का मतदान खत्म हो जाने के बाद एनडीए में शामिल जनता दल (युनाइटेड) से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग फिर से उठने लगी है। बिहार जद (यू) के नेता गुलाम रसूल बलियावी ने यहां गुरुवार को एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से यह कहकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी कि इस बार चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को बहुमत नहीं मिलने जा रहा है, इसलिए नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए।

जद (यू) नेता और राज्यसभा के पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी ने कहा, "इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को बहुमत नहीं मिल रहा है, इसलिए नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाना चाहिए। "बलियावी के इस बयान के बाद भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के विधायक नितिन नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री और जद (यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित सभी नेता मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की बात कर रहे हैं, ऐसे में बलियावी का यह अलग राग अपनाना कई इशारे करता है।

शाहपुर: भाजपा के हाथों में देश का संविधान सुरक्षित नहीं है। देश में आरक्षण समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। लोकसभा का यह चुनाव संविधान व आरक्षण बचाने और लालू जी को न्याय दिलाने का है। ये बातें प्रतिपक्ष के नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भोजपुर के शाहपुर हरिनारायण इंटर कॉलेज के मैदान में भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव के समर्थन में मंगलवार को आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। भाजपा पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि भाजपा की जुमलेबाजी से राज्य के गरीब, किसान, युवा, व्यपारी, महिला, छात्र व कर्मचारी तंग आ चुके हैं। हर जगह महागठबंधन के पक्ष में लहर चल रही है।

उन्होंने कहा कि पहले शराब दुकान पर मिलती थी और अब ज्यादा कीमत पर होम डिलिवरी मिल रही है। शराब पकड़ने के चक्कर में पुलिस दौड़ रही है और लोगों का मुंह सूंघ रही है, जबकि अपराधी खुलेआम लूट व हत्या की घटना को अंजाम दे रहे हैं।

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