ताज़ा खबरें

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर संसदीय सीट पर सोमवार को हुए मतदान के दौरान एक होटल से ईवीएम बरामद होने के बाद विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद मौक़े पर पहुंचे एसडीओ कुंदन कुमार ने ईवीएम को क़ब्ज़े में कर लिया। उन्होंने इसे बड़ी लापरवाही करार देते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई की बात कही है। ईवीएम के कस्टोडिन सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

इस मामले में मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि सेक्टर ऑफिसर को कुछ रिजर्व मशीन दिए गए थे, ताकी खराबी के दौरान उसे बदला जा सके। ईवीएम मशीनों को रिप्लेस करने के बाद उसे होटल में मशीनों को नहीं ले जाना चाहिए था, जो नियमों के खिलाफ है। चूंकि उसने उल्लंघन किया है, इसलिए विभागीय जांच की जाएगी। ईवीएम बदलने के बाद उनकी कार में 2 बैलट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट और दो वीवीपैट मशीनें थीं।'

ख़बरों के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार को रिप्लेसमेंट के लिए रिज़र्व ईवीएम और वीवीपैट दिए गए थे जिसे होटल में रखा गया था।

बता दें कि पांचों सीटों पर औसत 57.83 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 61.30 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सबसे कम 55.50 प्रतिशत मतदान मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में हुआ है। इसके अलावा सीतामढ़ी में 56.90 प्रतिशत, सारण में 58 प्रतिशत तथा हाजीपुर में 57.72 प्रतिशत मतदान हुआ। बिहार में पांचवें चरण के लोकसभा चुनाव में बिहार की पांच सीटों पर सोमवार को मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।

इस चरण में 57.86 फीसदी मतदाताओं ने मतदान कर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी, पशुपति कुमार पारस, डॉ़ शकील अहमद सहित 86 दिग्गजों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में बंद हो गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख