ताज़ा खबरें

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर संसदीय सीट पर सोमवार को हुए मतदान के दौरान एक होटल से ईवीएम बरामद होने के बाद विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद मौक़े पर पहुंचे एसडीओ कुंदन कुमार ने ईवीएम को क़ब्ज़े में कर लिया। उन्होंने इसे बड़ी लापरवाही करार देते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट पर कार्रवाई की बात कही है। ईवीएम के कस्टोडिन सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

इस मामले में मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि सेक्टर ऑफिसर को कुछ रिजर्व मशीन दिए गए थे, ताकी खराबी के दौरान उसे बदला जा सके। ईवीएम मशीनों को रिप्लेस करने के बाद उसे होटल में मशीनों को नहीं ले जाना चाहिए था, जो नियमों के खिलाफ है। चूंकि उसने उल्लंघन किया है, इसलिए विभागीय जांच की जाएगी। ईवीएम बदलने के बाद उनकी कार में 2 बैलट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट और दो वीवीपैट मशीनें थीं।'

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केन्द्रीय जांच ब्यूरो को निर्देश दिया कि बिहार के मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या के मामले की जांच पर स्थिति रिपोर्ट तीन जून तक पेश करे। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुये ग्रीष्मावकाश पीठ तीन जून को सुनवाई करेगी। सीबीआई की ओर से अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने पीठ से कहा कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या कर दी गयी है और ऐसे ही एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उस जगह से हड्डियां बरामद की हैं जहां उन्हें कथित तौर पर दफनाया गया था।

उन्होंने कहा कि जांच ब्यूरो के लिये 11 लड़कियों की कथित हत्या के मामले की जांच तीन जून तक पूरी करना संभव नहीं होगा। एक सनसनीखेज खुलासा करते हुये जांच ब्यूरो ने तीन मई को शीर्ष अदालत से कहा था कि आरोपी बृजेश ठाकुर और उसके साथियों ने 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या कर दी थी और उस जगह से हड्डियों की पोटली बरामद हुई है जहां उन्हें कथित तौर पर दफनाया गया था।

पटना: उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि चार चरण के मतदान के बाद जब महामिलावटी गठबंधन की नाव डूबती नजर आ रही है, तब राबड़ी देवी मतदाताओं को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने के लिए चिट्ठी लिख रही हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा है कि सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन और व्यवसायी चंदा बाबू के तीन बेटों सहित कई लोगों की हत्या पर उनके शोकसंतप्त परिजनों के लिए न कभी राबड़ी देवी की भावनाएं जगीं, न उन्होंने कोई चिट्ठी लिखी।

सवाल किया कि राजद के ही पूर्व विधायक द्वारा नाबालिग से बलात्कार के मामले में महिला होकर भी क्या राबड़ी देवी ने पीड़ित बच्ची के परिवार का दर्द बांटने के लिए कोई चिट्ठी लिखी? फिर अब चुनाव के समय अपने सजायाफ्ता-पति को पीड़ित की तरह दिखाने के लिए चिट्ठी लिखकर सहानुभूति क्यों पाना चाहती हैं?

पटना: कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद और बेनीपट्टी की विधायक भावना झा को छह वर्षो के लिए निष्कासित कर दिया। इस संबंध में पार्टी की छह सदस्यीय राष्ट्रीय अनुशासन समिति के सचिव मोतीलाल वोरा ने निष्कासित संबंधी पत्र रविवार को जारी कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मधुबनी संसदीय सीट से पार्टी के निर्णय से अलग हटकर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान में उतरे डॉ. शकील अहमद ने शनिवार को मधुबनी में प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने दावा किया था कि वे पहले तो निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में पर्चा दाखिल किए थे लेकिन मतदान की तिथि नजदीक आते-आते सर्वदलीय प्रत्याशी हो गए हैं।

उन्होंने कांग्रेस की स्थानीय विधायक भावना झा के प्रति भी चुनाव प्रचार में सहयोग देने के लिए आभार जताया था। यह जताने की कोशिश की थी कि कांग्रेस सहित सभी गैर भाजपा दलों का साथ उन्हें मिल रहा है। इसके बाद महागठबंधन के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समक्ष प्रेस कांफ्रेंस की सीडी उपलब्ध कराते हुए शिकायत दर्ज करायी और और डॉ. शकील अहमद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख