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छपरा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सारण संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कहा कि कुछ राजनीतिक दलों का धर्म सत्ता पाना ही रह गया है। हमने पहले से ही जनता की सेवा को अपना धर्म माना है और आज भी उस पर कायम हूं। वे डेरनी के दुर्गापुर उच्च विद्यालय मैदान व मकेर विद्या मंदिर के मैदान में शनिवार को चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नाजायज तरीके से धन कमाना घोर पाप है। पाप की कमाई करने वाले के जेल जाने के बाद कहा जा रहा है कि फंसा दिया सब। लेकिन उन्हें यह भी मानना चाहिए कि जेल न्यायालय ने भेजवाया है।

उन्होंने कहा कि 15 सालों तक बिहार में पति-पत्नी की सरकार रही। लोगों का घर से निकलना मुश्किल था। सड़के ऐसी थी कि गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा पता ही नहीं चलता था। बिजली के तार चोर ले जाते थे और जो बचे होते थे उस पर कपड़ा सूखने का काम होता था। अब बिजली की रौशनी में लालटेन की क्या जरूरत है। बिहार का तेजी से विकास हो रहा है और बिहारी कहलाना गौरव की बात हो गयी है।

नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों ने 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की थी और एक श्मशान घाट से ‘‘हड्डियों की पोटली'' बरामद हुई है। बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में करीब 34 लड़कियों के साथ रेप का मामला सामने आया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट बिहार सरकार को भी कई बार फटकार लगा चुकी है।

सुप्रीम कोर्ट में दायर अपने हलफनामे में सीबीआई ने कहा कि जांच के दौरान दर्ज पीड़ितों के बयानों में 11 लड़कियों के नाम सामने आये हैं, जिनकी ठाकुर और उनके सहयोगियों ने कथित रूप से हत्या की थी। एजेंसी ने कहा कि एक आरोपी की निशानदेही पर एक श्मशान घाट के एक खास स्थान की खुदाई की गई, जहां से हड्डियों की पोटली बरामद हुई है। गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक एनजीओ द्वारा संचालित आश्रय गृह में कई लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया गया था और टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा उछला था।

नई दिल्ली: कई बार चुप्पी भी शब्दों की तुलना में कहीं ज्यादा बोल जाती है। एक चुनाव रैली में हाल ही में यह नजारा देखने को मिला। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समर्थकों के साथ ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। लेकिन मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठे रहे और मुस्कुराते रहे।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो

यह वीडियो 25 अप्रैल का है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दरभंगा में एक चुनाव रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर मौजूद लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान सहित अन्य नेता ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप हैं और सिर्फ मुस्कुरा रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के अगले कदम के बारे में अटकलें लगा रहे हैं। तीन तलाक और अनुच्छेद 370 जैसे विवादास्पद विषयों पर भाजपा के साथ जदयू के मतभेद और अलग-अलग रूख जगजाहिर हैं।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर के कई राज्यों में रैलियां कर रहे हैं। ऐसे में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री व लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने बिहार के मुजफ्फरपुर में रैली करने पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके करारा हमला बोला। राबड़ी देवी ने पीएम मोदी के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी पलटवार किया है। मंगलवार को राबड़ी ने कई ट्वीट किए। जिसमें उन्होंने कहा, ''बिना हड्डी की ज़ुबान को फालतू चलाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, कभी मासूम बच्चियों की चीख और कराह पर भी दो शब्द बोलिए। दुनिया में कोई छींक भी मारता है तो ट्वीट पेलते है कभी इस पर भी ज़ुबान खोलिए। पलटू कुमार की कारस्तानियों पर आंख बंद उसका साथ ही देना हुआ। समझे कि नहीं?'

राबड़ी देवी ने पीएम मोदी पर बिहार में भाषाई आतंक फैलाने का भी बयान दिया है। उन्होंने लिखा, ''मोदी बिहार आकर भाषाई आतंक फैला रहे है। पद की गरिमा और मर्यादा त्याग सीधे-सीधे गुंडागर्दी पर उतर आए है। ऐसी भाषा तो गली के गुंडो की होती है। विपक्षियों को जेल भेजने की धमकी दे रहे है। सुनो मोदी, हर बिहारी नीतीश की तरह डरपोक नहीं होता। बिहार की जनता तानाशाहों की हेकड़ी निकालना जानती है।''

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