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पटना: कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है। गोहिल ने अपने इस्तीफे में बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने और वर्तमान परिस्थिति की जिम्मेवारी लेते हुए पद से इस्तीफा देने का जिक्र किया है।

गौरतलब है कि गोहिल को जनवरी 2018 में बिहार कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था। उस वक्त उनके समक्ष पार्टी को बिहार में नये सिरे से खड़ा करने की चुनौती थी। तब पार्टी में प्रदेश से जिला स्तर तक पार्टी पदाधिकारियों की तैनाती, समान विचारधारा वाले दलों से समन्वय बनाने, पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने की जिम्मेवारी आलाकमान ने सौंपी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में पार्टी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी। उसने नौ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भविष्य में जदयू का केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का अब सवाल ही नहीं है। गठबंधन में प्रारंभ में जो बातें होती हैं, वही आखिरी होती है। मंत्रिमंडल में सांकेतिक रूप से शामिल होना के प्रस्ताव को जदयू की कोर कमेटी ने उचित नहीं समझा। घटक दलों का प्रतिनिधित्व सांकेतिक नहीं बल्कि अनुपातिक होना चाहिए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को दिल्ली से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैसे किसी बात में जदयू भाग नहीं लेगा, जिसमें मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व की बात होगी। बाद में मंत्रिमंडल में शामिल होने पर संदेश जाएगा कि अधिक सीट जदयू चाहता था, इसलिए नाराज था। जब सीटें मिल गईं तो वह शामिल हो गया।

बिहार के मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली से पटना पहुंचे। नीतीश ने कहा कि जो प्रस्ताव भाजपा की ओर से था, उसके अनुरूप केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना जदयू के लिए उचित नहीं था।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है, लेकिन करारी हार के बाद तमाम विपक्षी दलों के अंदर जारी उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला महागठबंधन का है। चुनाव में हार के बाद महागठबंधन में उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को स्पष्ट कहा कि 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता अभी तक तय नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव राजद के नेता हो सकते हैं लेकिन वह अभी महागठबंधन के नेता नहीं हैं। पटना में मांझी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अभी नेता या महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय नहीं हुआ है। महागठबंधन में शमिल सभी दलों के नेता बैठकर इस पर निर्णय लेंगे। राजद द्वारा 2020 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़े जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "तेजस्वी राजद के नेता हो सकते हैं। सभी दल के अपने नेता होते हैं परंतु वे महागठबंधन के नेता नहीं हो सकते।"

नई दिल्ली: भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल नही होगी। जदयू के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने इस आशय की जानकारी दी। त्यागी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘सरकार में शामिल होने के लिये हमारी पार्टी को भाजपा से आमंत्रण मिला था। लेकिन यह सांकेतिक प्रतिनिधित्व जैसा था।’’ उन्होंने कहा कि जदयू में इस सांकेतिक प्रतिनिधित्व को लेकर सहमति नहीं है। लिहाजा हम (जदयू) मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो रहे हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘जदयू सांकेतिक प्रतिनिधित्व से असहमतका हिस्सा बनी रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि हमें इसे लेकर कोई नाराजगी नहीं है। हमारे नेता नीतीश कुमार शपथ ग्रहण में जायेंगे।

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे मंत्रिमंडल में जेडीयू से सिर्फ 1 मंत्री चाहते थे, इसलिए यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक भागीदारी थी। हमने उन्हें सूचित किया कि यह ठीक है हमें इसकी आवश्यकता नहीं है। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, हम पूरी तरह से एनडीए में हैं और परेशान नहीं हैं। हम एक साथ काम कर रहे हैं, कोई भ्रम नहीं है।

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