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मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा है कि वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हैं। विधायक नितिन देशमुख ने दावा किया है कि उनका "अपहरण" किया गया था और गुजरात के सूरत ले जाया गया था। जहां से वे भाग आए हैं। बता दें कि पहले माना जा रहा था कि वे शिवसेना के बागी नेताओं में से एक हैं। हालांकि अब नितिन देशमुख ने साफ किया है कि वे उद्धव ठाकरे के साथ हैं।
नितिन देशमुख ने कहा कि "मैं भाग गया था और सुबह लगभग 3 बजे सड़क पर खड़ा था। मैंने लिफ्ट मांगने की कोशिश कर रहा था, जब सौ से अधिक पुलिस वाले आए और मुझे अस्पताल ले गए। उन्होंने नाटक किया कि मुझे दिल की बीमारी है और मेरा शरीर के साथ कुछ प्रक्रिया करने की कोशिश की। लेकिन मुझे ऐसी कोई बीमारी नहीं है। देशमुख की पत्नी ने कल स्थानीय पुलिस थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी। जिसमें कहा था कि उन्हें उनकी जान को खतरा है।
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मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी संकट को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने चुप्पी तोड़ी है। अपनी पार्टी शिवसेना में तेज होती बगावत के बीच अपने भावुक संदेश में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि वे अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। बुधवार को फेसबुक संबोधन में उन्होंने कहा, "मैं अपना इस्तीफा तैयार रख रहा हूं। आइए और मुझे बताइए कि क्या आप चाहते हैं कि मैं पद छोडूं।" उद्धव ने जोर देकर कहा कि शिवसेना कभी भी हिंदुत्व को नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व हमारी पहचान है। मैं ऐसा पहला सीएम हूं जो हिंदुत्व पर बात करता हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कोविड महामारी के प्रकोप से जूझ रहा था। सीएम के तौर पर मैं जिस तरह कोविड पर नियंत्रण कर पाया, वह आपके समर्थन से संभव हुआ।
उन्होंने कहा, "मुझ पर लोगों/पार्टी जनों से नहीं मिलने के आरोप लगाए गए। जहां तक लोगों से न मिलने की बात है तो इसका कारण यह था कि मैं अस्वस्थ था और इस कारण लोगों से मिल नहीं पा रहा था। ऐसा नहीं है कि मेरे अस्वस्थ्य नहीं रहने के दौरान प्रशासनिक काम नही हो रहा था वह चल रहा था।"
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मुंबई: महाराष्ट्र का सियासी संकट सुलझने के बाद बजाय उलझता जा रहा है। एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले बागी विधायक ने अब अपने तेवर और सख्त कर लिए हैं। शिंदे के समर्थक विधायकों ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि एकनाथ शिंदे, जिन्हें शिवसेना ने वर्ष 2019 में विधायक दल का नेता नियुक्त किया था, वे इस पद पर बने रहेंगे। इनका यह भी कहना है कि भारत गोगावले को पार्टी का चीफ व्हिप नियुक्त किया गया है और वे अभी भी शिवसेना में हैं।
'बागियों' के इस लेटर में विद्रोही तेवर अख्तियार करने के कारणों का खुलासा किया है। खास बात यह है कि इसमें कहा गया है कि वे इस बात की पुष्टि करते हैं कि शिंदे विधायक दल के नेता हैं। उन्होंने भरत गोगावले की चीफ व्हिप के तौर पर नियुक्ति की बात कही। इन्होंने सुनील प्रमुख की इस पद पर नियुक्ति को रद्द कर दिया। इस पत्र में निर्दलीय सहित 34 विधायकों के दस्तखत हैं। गौरतलब है कि शिंदे ने एक ट्वीट कर सीएम उद्धव ठाकरे की ओर से आज शाम को बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक को "अवैध" बताया है।
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मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच तेजी से बढ़ रहे घटनाक्रम में विधानसभा भंग होने के आसार बढ़ गए हैं। वहीं आज उद्धव ठाकरे के आवास पर शाम 5 बजे सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है। उद्धव ठाकरे का अगला कदम क्या होगा, क्या ठाकरे पद से इस्तीफा देंगे या विधानसभा भंग करने की सिफारिश करेंगे, इन सारे मुद्दों पर बैठक में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले शिवसेना के बागी नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे गुजरात के सूरत से असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंचे, जहां उन्होंने दावा किया कि इनके साथ सेना के 40 विधायकों समेत कुल 46 विधायक हैं।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा है कि शरद पवार से बात हुई है। एनसीपी और कांग्रेस एमवीए के साथ हैं। क्या शिवसेना के बागी विधायक वापस आयेंगे? इस पर कमलनाथ ने कहा ये मैं कैसे बता सकता हूं ये उद्धव ठाकरे बताएंगे। क्या बागी शिवसेना विधायको को लाने में कांग्रेस एनसीपी मदद करेगी? कमलनाथ ने कहा जो कुछ बन सकता है, कर रहे हैं।
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