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मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार संकट में नजर आ रही है, क्योंकि शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे समेत 22 विधायकों ने सूरत के एक होटल में डेरा डाल लिया है। इसके बाद देर शाम शिवसेना के दो नेता सूरत में शिंदे से मिले और उन्होंने मनाने की कोशिश की। सूत्रों के अनुसार, शिंदे की उद्धव ठाकरे से बात भी कराई गई। कहा जा रहा है कि शिंदे ने उद्धव ठाकरे के समक्ष भाजपा के साथ सत्ता में वापस लौटने की शर्त रखी है।

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां

शिवसेना से बगावत करने वाले गुट के नेता एकनाथ शिंदे से पार्टी नेता मिलिंद नार्वेकर और रविद्र फाटक की सूरत में ली मेरिडियन होटल में मुलाकात हुई। शिंदे के साथ लगभग दो घंटे की बैठक के बाद मिलिंद नारवेकर और रविंद्र फ़ाटक सूरत की ली मेरिडियन होटल से निकले। इस दौरान उन्‍होंने मीडिया से कोई बात नहीं की। सूत्रों के अनुसार, शिंदे की उद्धव ठाकरे से बात भी कराई गई। इसमें उन्होंने पार्टी में सुलह के लिए शिवसेना के वापस भाजपा के साथ गठबंधन की शर्त रखी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकर के फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। यह बातचीत करीब 10 मिनट तक हुई। उद्धव की पत्नि रश्मि ठाकरे से भी शिंदे से बातचीत हुई है। शिंदे ने कहा कि वो पार्टी की भलाई के लिए यह कदम उठा रहे हैं। अब तक उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है और न ही किसी दस्तावेज़ पर दस्तखत किए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने शिंदे से विचार कर वापस आने के लिए कहा है। फिलहाल इस बातचीत से कोई हल नहीं निकला।

शिवसेना सांसदों के साथ मुलाकात में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि एकनाथ शिंदे वापस आएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि एनसीपी भी उनके साथ है। बागी गुट से अलग बचे शिवसेना विधायकों को वर्ली के सेंट रेजिस होटल में शिफ्ट किया जा रहा है। विधायकों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास वर्षा से वर्ली ले जाया गया।

महाराष्‍ट्र के व्‍यस्‍त सियासी घटनाक्रम के बीच सीएम उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं के साथ मंगलवार को शाम बैठक हुई। एनसीपी नेता अजित पवार और जयंत पाटिल बैठक के बाद शरद पवार के बंगले पहुंचे। जबकि कांग्रेस नेता बाला साहब थोराट के बंगले 'रॉयल स्‍टोन' पहुंचे।

महाराष्‍ट्र के सियासी हालात को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "हमारे दो लोग वहां (सूरत) गए और एकनाथ शिंदे से बात की। वे हमारे पुराने दोस्‍त हैं। हर कोई जानता है कि हमने भाजपा का साथ क्‍यों छोड़ा और शिंदे भी इसके चश्‍मदीद रहे हैं।"

महाराष्ट्र में शिवसेना के अंदर बगावती सुर के बीच मुंबई के पांच सितारा होटल में रुके तीन अन्य बागी विधायकों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास पर ले जाया गया है। इन विधायकों को सूरत में 22 बागी विधायकों की अगुवाई कर रहे एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता है। शिवसेना के हाल ही में विधान परिषद सदस्य चुने गए सचिन अहीर इन्हें लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे हैं।

महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार पर संकट के बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को गिराने की तीसरी बार कोशिश की गई है। इसके साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिवसेना के ‘‘आंतरिक'' मामले को संभाल लेंगे। पवार ने कहा कि सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी और उन्होंने राज्य में सरकार गिरने की स्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ जाने की संभावना को खारिज कर दिया।

सूत्रों के अनुसार, भाजपा शासित राज्‍य गुजरात के होटल में शिवसेना के कुल 22 विधायक ठहरे हुए हैं, जिनमें से पांच मंत्री शामिल हैं। महाराष्‍ट्र में सियासी संकट के पीछे 'कर्ताधर्ता' कथित तौर पर पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को माना जा रहा है, जो दिल्‍ली में हैं और वरिष्‍ठ पार्टी नेता अमित शाह से मिले हैं।

यह संकट सत्तारूढ़ गठबंधन महाविकास अघाड़ी और भाजपा के विधान परिषद चुनावों में पांच-पांच सीटें जीतने के कुछ घंटों बाद आया है। विपक्षी भाजपा ने सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रकांत हंडोरे सत्ताधारी गठबंधन के लिए एक झटके में हार गए।

एकनाथ शिंदे की गिनती शिवसेना के कद्दावर नेताओं में होती है। उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका यह कदम उद्धव ठाकरे सरकार के लिए मुसीबतें बढ़ा सकता है।

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