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मुंबई: महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के जिला प्रमुखों की बैठक में भावुक संबोधन दिया। शिवसेना में आई दोफाड़ की स्थिति के बीच उन्होंने कहा कि आप पेड़ के फूल फल और टहनी ले जा सकते हैं लेकिन जड़ें नहीं नहीं तोड़ सकते।” इस बीच, शिवसेना के एक और विधायक के गुवाहाटी पहुंचकर एकनाथ शिंदे के अगुवाई वाले बागी गुट से जुड़ने की खबर है। शिंदे गुट की पार्टी पर पकड़ मजबूत होती जा रही है। वहीं महाराष्ट्र के सियासी संकट में बागी गुट के मजबूत होने के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अजित पवार और अन्य एनसीपी नेता, सीएम उद्धव ठाकरे के घर मिलने के लिए पहुंचे।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट संबंधी ताजा घटनाक्रम इस प्रकार है कि महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहारी जिरवाल विधान भवन पहुंचे। दो निर्दलीय विधायकों ने दावा किया कि जिरवाल के पास एकनाथ शिंदे के गुट के विधायकों को अयोग्य घोषित करने का कोई अधिकार नहीं है। शिवसेना नेता नीलम गोर्हे ने कहा कि एकनाथ शिंदे शिवसेना के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकते, उनके समूह का भारतीय जनता पार्टी में विलय होना चाहिए।
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मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच आज उद्धव ठाकरे ने सीधे सीधे एकनाथ शिंदे पर हमला बोला। पार्टी के जिला प्रमुखों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, खुद का बेटा सांसद है और मेरे बेटे को लेकर बोला जाता है ...लेकिन क्या मेरे बेटे को कुछ ना करूं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैने सभी विभाग दूसरे को दे दिए थे और यहां तक कि नगर विकास विभाग शिंदे को दिया था। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, लेकिन मेरे उपर कई आरोप किए जा रहे है। एक बार हार हुई है लेकिन इसका कोई असर नही होता क्योंकि शिवाजी महाराज की हार तो हुई लेकिन जनता हमेशा उनके साथ रही।
अपने स्वास्थ्य के बारे में उद्धव ठाकरे ने कहा,”मेरे गर्दन में और सर में दर्द हुआ, कंधे से पांव तक सही से काम नहीं कर पा रहा था, कुछ लोगों को लगा यह ठीक नहीं होता है, कुछ लोग अभिषेक कर रहे थे, कुछ लोग देवता को पानी में डूबा रहे थे, मेरी आंख भी नहीं खुल रही थी लेकिन मुझे उसकी परवाह नहीं।”
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच आज उद्धव ठाकरे पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं से रू-ब-रू हुए।
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मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना के राज्यसभा संजय राउत ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। राउत ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री एनसीपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को धमका रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, "महाविकास अघाड़ी सरकार को बचाने की कोशिश की तो शरद पवार को घर नहीं जाने देंगे, उन्हें रास्ते पर रोकेंगे, ऐसी धमकी भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री दे रहे हैं। अगर यह भाजपा की अधिकृत भूमिका है तो आप ऐसा एलान कीजिए। सरकार टिकेगी या जाएगी, लेकिन शरद पवार के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल महाराष्ट्र को स्वीकार नहीं है।"
वहीं, इस संबंध में उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "पवार साहब को धमकियां मिल रही हैं। एक केंद्रीय मंत्री धमकियां दे रहा है, कह रहा है कि घर नहीं जाने देंगे। पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सुन लें- आपका एक मंत्री पवार जी को धमकियां दे रहा है, क्या आपको ये मंजूर है?" संजय राउत ने कहा, "आंकड़ा कभी स्थिर नहीं रहता। जिन 12 विधायकों ने बगावत की है, उनके खिलाफ ऐक्शन की शुरुआत की गई है।
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मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच ताकत बढ़ाने और शह-मात का खेल तेज हो गया है। बागी कैंप की ताकत 40 तक पहुंच गई है, इस स्थिति में सीएम उद्धव ठाकरे के पास बेहद सीमित विकल्प बचे हैं। ऐसे में 12 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की अर्जी दी गई है। शिवसेना में उद्धव ठाकरे गुट ने पार्टी के 12 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग करते हुए ये याचिका दी है। इसमें बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे और भरत गोगावाले का भी नाम है।
एनडीटीवी से बात करते हुए अरविंद सावंत ने कहा कि गुरुवार दोपहर को हमने 12 विधायको की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। एनसीपी की बैठक थी इसलिए नरहरि झिरवाल (डिप्टी स्पीकर) आए नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह 44 पन्नों की अर्जी है, इसलिए समय लगा। कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी की ओर से व्हिप जारी करने के बावजूद वो मीटिंग में नहीं आए, इसलिए इनकी सदस्यता रद्द की जाए। हमारी याचिका को स्वीकार कर लिया गया है।
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