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मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन पर माथापच्ची के बीच शिवसेना ने देवेंद्र फडणवीस को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बताकर तंज कसा। फडणवीस के साथ बैठक के बाद शिवसेना ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने हमारी मांग मान ली है। महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों के एवज में किसानों को 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा मिलेगा। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर आपस में टकराव के बीच देवेंद्र फडणवीस के साथ शिव सेना के छह मंत्रियों ने बैठक में हिस्सा लिया। राज्य में कृषि संकट के संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह बैठक बुलाई थी।

बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने कहा, 'हम लोगों ने शिवसेना के मुखिया उद्धव जी के निर्देश पर इस बैठक में हिस्सा लिया। हमने किसानों को 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से तत्काल वित्तीय सहायता की मांग की जिसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने माना लिया।' मंत्री ने बताया कि राज्य में बेमौसम बारिश की वजह से कुल 70 लाख हेक्टेयर की फसलें बर्बाद हुई हैं।

मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 15 दिन बाद भी अभी तक यहां सरकार गठन को लेकर कुछ साफ नहीं हो सका है। भाजपा-शिवसेना के बीच कुर्सी की खींचतान जारी है। ऐसे में एक के बाद एक लगातार बयान दे रहे शिवसेना नेता संजय राउत ने अब कहा है कि- हमने महाराष्ट्र के राज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले ने भी राज्यपाल से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के नेता कल राज्यपाल से मुलाकात करते हैं तो वे सिंगल लार्जेस्ट पार्टी हैं, बना लें सरकार, हम तो हमेशा से कहते आ रहे हैं।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है और नयी सरकार के गठन को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी से मुलाकात करेगा। राज्य में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। लेकिन नयी सरकार में मुख्यमंत्री पद और विभागों के बंटवारे को लेकर भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना के बीच गतिरोध कायम है।

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी मुलाकातों के बीच एनसीपी चीफ शरद पावार ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि जनता ने उन्हें जिस भूमिका के लिए चुना है वो उसे निभाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस-एनसीपी को विपक्ष की भूमिका के लिए चुना और वो हम निभाएंगे। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल भाजपा और शिवसेना साथ आएंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि है मैं मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा और ना बनना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि संजय राउत के साथ राजनीतिक समीकरण पर कोई बात नहीं हुई है। 18 नवंबर से महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है।

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से बुधवार को यहां मुलाकात की। राउत ने मुलाकात के बाद कहा, ''यह एक शिष्टाचार भेंट थी। भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है। पिछले विधानसभा चुनाव के विपरीत भाजपा और शिवसेना ने यह चुनाव मिलकर लड़ा था। 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने इस बार 105 सीटें जीतीं जबकि शिवसेना 56 सीटों पर विजेता रही।

मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना के बयान से भाजपा की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। भाजपा जहां सरकार गठन की कोशिशों में लगी हुई है वहीं शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी हुई है। बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर कहा है कि हम केवल उस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे जिसे हमने विधानसभा चुनाव से पहले स्वीकार किया था। अब नए प्रस्तावों का आदान-प्रदान नहीं किया जाएगा। भाजपा और शिवसेना ने चुनावों से पहले सीएम के पद पर एक समझौता किया था और उसके बाद ही हम चुनाव के लिए गठबंधन के लिए आगे बढ़े थे। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे और यह लोगों के साथ अन्याय होगा।

आपको बता दें कि मंगलवार को शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने दुष्यंत कुमार की कविता को ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। संजय राउत ने दुष्यंत की कविता शेयर करते हुए कहा है, सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा।

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