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नई दिल्ली: एक ओर महाराष्ट्र में शिवसेना 50-50 फॉर्मूले को लेकर भाजपा पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं आज दिल्ली में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव भूपेन्द्र यादव से मुलाकात की है। शाह से मिलने के बाद फडणवीस ने कहा, 'मैं नए सरकार के गठन को लेकर किसी के द्वारा जो कहा जा रहा है उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि जल्द ही नई सरकार बनेगी इसे लेकर मुझे पूरा विश्वास है।'

वहीं भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी इंतजार करो और देखो की रणनीति अपना रही है और लगता है कि शिवसेना से बातचीत की अभी उम्मीद है। अगले दो दिन में सरकार गठन की संभावना बेहद कम है लेकिन आठ नवंबर तक गतिरोध का हल निकलने की भाजपा को उम्मीद है। लेकिन पार्टी का इस पर भी रुख साफ है कि मुख्यमंत्री पद और महत्वपूर्ण मंत्रालयों पर कोई समझौता नहीं होगा।

वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने एनसीपी नेता अजीत पवार को टेक्स्ट मैसेज करके राज्यपाल के पास दावा पुख्ता करने की तैयारी की है।

मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अपनी पार्टी की भाजपा के साथ चल रही खींचतान के बीच चुनाव के दौरान किये गए दावे के लिये फडणवीस का मजाक उड़ाया। फडणवीस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव से पहले राज्य के विधानसभा सत्र के आखिरी दिन "मी पुन्हा येईं" यानि "मैं फिर लौटूंगा" का दावा किया था। उद्धव ने औरंगाबाद जिले में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के दावे को "वापस जाता मॉनसून" करार दिया।

शिवसेना प्रमुख ने सरकार गठन को लेकर स्थिति के बारे में पूछे जाने पर कहा, "आपको जल्द ही पता चल जाएगा कि शिवसेना सत्ता में आएगी या नहीं। लेकिन फिलहाल मैं बारिश से प्रभावित किसानों के लिये मदद चाहता हूं। जाता मॉनसून 'मी पुन्हा येईं' (मैं वापस लौटूंगा) की धमकी दे रहा है, जिसके परिणास्वरूप लोग डर रहे हैं।" ठाकरे के अलावा राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने भी फडणवीस का मजाक उड़ाते हुए उन्हें 'शोले' फिल्म का गब्बर सिंह करार दिया।

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने आशवासन दिया है कि शिवसेना के साथ कुर्सी की खींचतान के बीच सरकार बनेगी और शिवसेना से गठबंधन के साथ ही बनेगी। फड़नवीस ने अकोला में बारिश के कारण खराब फसलों की समीक्षा के दौरान कहा कि सरकार को लेकर गतिरोध खत्म होगा और जल्दी ही सरकार बनेगी। दुसरी ओर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सरकार को लेकर जो भी होना होगा वह लोगों को जल्दी ही मालूम हो जाएगा।

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर ट्विस्ट पर ट्विस्ट आते जा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को राकांपा नेता अजित पवार ने कहा है कि उनके पास शिवसेना के संजय राउत का संदेश आया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में संजय राउत की ओर से मुझे एक संदेश मिला। मैं एक मीटिंग में था तो जवाब नहीं दे सका। चुनाव के बाद ये पहली बार हो जब उन्होंने मुझे संपर्क किया है। मैं उन्हें जल्दी ही कॉल करूंगा।

इधर शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा से केवल मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगा। गौरतलब है कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा है कि अगर भाजपा के साथ उनकी सरकार नहीं बनती है तो वे क्षेत्रिय पार्टियों के साथ सरकार बनाएंगे।

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा से केवल मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगा। राउत ने पत्रकारों से कहा कि गतिरोध जारी है। सरकार गठन को लेकर अभी कोई बातचीत नहीं हुई है। अगर बातचीत होगी, तो केवल मुख्यमंत्री पद को लेकर ही होगी। वहीं, भाजपा का कहना है कि शिवसेना जिद छोड़कर डिप्टी सीएम का पद स्वीकार कर लें और साथ मिलकर सरकार बनाएं।

संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी को 170 से ज्यादा विधायक समर्थन दे रहे हैं, और यह आंकड़ा 175 तक भी जा सकता है। राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह की ये चुप्पी बुरी है। उन्हें इस मामले पर बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमित शाह को बात साफ करनी चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि किस प्रकार दोनों पार्टियां साथ मिलकर सरकार बना सकती हैं। वहीं, महाराष्ट्र में जारी इस सियासी खींचतान के बीच शिवसेना की तरफ से एनसीपी की तारीफ कर एक नया दांव खेला गया है, जिसे लेकर कयास लगाए जा रहे है कि कहीं, शिवसेना एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने पर विचार तो नहीं कर रही है।

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