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मुंबई: सरकार गठन को लेकर तनातनी अभी भी जारी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सरकार बनाने पर असमर्थता प्रकट करने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। राज्यपाल ने कहा, 'सोमवार शाम 7.30 बजे तक सरकार गठन के बारे में शिवसेना बताए।' राज्यपाल ने शिवसेना को पत्र भी भेजा है।

बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। भाजपा की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस राजभवन पहुंचे, जहां भाजपा ने राज्यपाल को सरकार बनाने के बारे में असमर्थता के बारे में सूचित किया था। इससे पहले आज ही, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर उनके नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी का ही कोई व्यक्ति महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री बनेगा, तो किसी भी स्थिति में शिवसेना का सीएम होगा।

महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने प्रेस कांफ्रेस कर शिवसेना पर निशाना भी साधा था। उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनावों में भाजपा ने शिवसेना व अन्य दलों के साथ मिलकर महायुति बनाई थी।

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है। एक तरफ बैठकों को दौर चल रहा है तो दूसरी ओर नेताओं की बयानबाजी भी चल रही है। मुंबई कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने राज्य में तेजी से बदलते समीकरणों पर कहा है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी सरकार केवल एक कल्पना है। अगर हम उस कल्पना को वास्तविकता में बदलना चाहते हैं, तो शिवसेना के समर्थन के बिना यह संभव नहीं होगा और यदि हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए घातक होगा। निरुपम का ये बयान तब आया है जब महाराष्ट्र में दूसरा सबसे बड़ा एनसपी-कांग्रेस गठबंधन भी सरकार बनाने का दावा कर रहा है।

बता दें कि कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करके कहा था कि कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को एनसीपी-कांग्रेस को आमंत्रित करना चाहिए क्योंकि वह दूसरा सबसे बड़ा गठबंधन है। उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना ने अब सरकार से इनकार कर दिया है। उधर, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, अगर भाजपा-शिवसेना सरकार बनाती है, तो हम विपक्ष में बैठेंगे।

मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी लड़ाई पल-पल नया रंग ले रही है। आज भाजपा ने साफ कर दिया कि महाराष्ट्र में पार्टी सरकार नहीं बनाएगी। राज्य में शिवसेना पर हमलावर भाजपा ने कहा कि अकेले सरकार नहीं बना सकते। महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आज राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर भरोसा जताते हुए जनादेश दिया है। लेकिन शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता के दिए जनादेश का अनादर किया है।

भाजपा नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ लंबी बैठक के बाद आज रविवार की शाम राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल के साथ कुछ देर चली बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है। हम सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं। सेना चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था। राज्य की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को अच्छा जनादेश दिया। यह जनादेश सरकार बनाने के लिए काफी था।

मुंबई: शिवसेना के नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि यदि महाराष्ट्र में कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है तो उनकी पार्टी अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि राजनीति उनके दल के लिए कोई कारोबार नहीं है। राउत ने किसी व्यक्ति या पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि ‘‘अजेय’’ होने का बुलबुला फूट गया है और सरकार गठन के लिए नेता को ‘‘खरीदने’’ का घमंड राज्य में अब काम नहीं करता। राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यदि कोई सरकार गठित नहीं करता है, तो शिवसेना ‘‘दखल देगी’’। उन्होंने राज्य में सरकार गठित करने के लिए भाजपा को आमंत्रित करने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के निर्णय का स्वागत किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम भाजपा को आमंत्रित करने के राज्यपाल के फैसले का स्वागत करते हैं। सबसे बड़े एकल दल को बुलाया जाना था। हमें समझ नहीं आता कि यदि भाजपा को बहुमत का भरोसा था तो उसने (परिणाम घोषित होने के) 24 घंटे बाद ही दावा क्यों नहीं किया।’’ रावत ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि सरकार गठन के लिए भाजपा के पास दावा करने के लिए पर्याप्त संख्या है।... मुझे बताया गया है कि राज्यपाल ने भाजपा से उन्हें 11 नवंबर को रात आठ बजे तक अपने निर्णय के बारे में सूचित करने को कहा है।’’

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