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औरंगाबाद: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले चार दिनों के दौरान किसानों द्वारा आत्महत्या के कम से कम 10 मामले सामने आए हैं। उल्लेखनीय है कि यहां बेमौसम बारिश के चलते फसल को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी मामलों में आत्महत्या की वजह अभी तक पता नहीं चली है। मध्य महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में बेमौसम बारिश के चलते सोयाबीन, ज्वार, मक्का और कपास जैसी खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। नांदेड़ जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिले में एक नवंबर से अब तक किसान आत्महत्या की तीन घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीड जिले में पिछले तीन दिनों में दो किसानों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया, ''हम इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं कि ये मौत बारिश से फसल बर्बाद होने या कर्ज में डूबने के चलते हुई है या नहीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लातुर जिले में किसान आत्महत्या की तीन घटनाएं दर्ज की गईं। ऐसा संदेह जताया जा रहा है कि बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद होने और कर्ज में डूबने के चलते इन किसानों ने आत्महत्या की है।

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच गतिरोध कायम है। 50-50 फार्मूले पर अड़ी शिवसेना लगातार भाजपा पर दवाब बना रही है। इस बीच शिवसेना के नेता किशोर तिवारी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को सरकार गठन के मसले पर एक पत्र लिखा है और उन्हें इसकी कवायद करने की गुहार लगाई है। शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने सरकार गठन को लेकर भाजपा से जारी गतिरोध को खत्म करने में पहल करने के लिए मोहन भागवत से अपील की है और बातचीत के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भेजने की बात कही है।

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सत्ता के 50-50 बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा कि मैंने संघ प्रमुख मोहन भागवत को इस गतिरोध को खत्म करने में पहल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैंने मोहन भागवत को खत लिखकर नितिन गडकरी को बातचीत के लिए भेजने का आग्रह किया है क्योंकि नितिन गडकरी इस मुद्दे को दो घंटे के भीतर सुलझा लेंगे।

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर पिछले 12 दिनों से जारी उठापठक के बीच नेताओं के बयान आने जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने दुष्यंत कुमार की कविता को ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है। संजय राउत ने दुष्यंत की कविता शेयर करते हुए कहा है, सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही, हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना और भाजपा में गठबंधन था और दोनों दलों को चुनाव में बहुमत हासिल हुआ लेकिन इसके बाद पिछले 12 दिनों से दोनों पार्टियों में सीएम पोस्ट को लेकर खींचतान जारी है। संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। महाराष्ट्र में राजनीति की सूरत बदल रही है। आप जिसे हंगामा कहते हैं वो हंगामा नहीं है वो न्याय, अधिकार और सत्य की लड़ाई है। आप जल्द ही देखेंगे कि महाराष्ट्र में जल्द ऐसी सरकार बनेगी, ऐसा मुख्यमंत्री बनेगा जिसके बाद जनता और आप भी कहेंगे महाराष्ट्र की सूरत बदल गई है।

मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर जारी घमासान के बीच सोमवार को शिवसेना के नेता संजय राउत राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन पहुंचे। शिववसेना नेता संजय राउत ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और कई मुद्दों पर बातचीत की। शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि राज्य पाल से हमने अपनी बात रखी। राज्यपाल से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनने पर शिवसेना जिम्मेदार नहीं है। शिवसेना सरकार बनाने में कोई अड़चन नहीं डाल रही है। बता दें कि राज्यपाल से मुलाकात के दौरान संजय राउत के साथ रामदास कदम भी साथ थे।

इधर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सोमवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की। यह मुलाकात करीब 40 मिनट यह मुलाकात चली। इस मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा कि अमित शाह से किसानों के मुद्दे पर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को मदद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्राथमिक अंदाज जो है वह केन्द्र सरकार को बताया है।

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