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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: भारतीय सेना की एक इंफैन्ट्री यूनिट में असंतोष की खबर आई है। सेना के नियमित अभ्यास के दौरान एक जवान की मौत के बाद यूनिट के जवानों में भावनात्मक आक्रोश पैदा हो गया। हालांकि सेना के शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक़ ऐसी कोई बात नहीं है। जानकारी के मुताबिक़ अरुणाचल प्रदेश के किबतु के हलयूलियांग में यह घटना अभ्यास के दौरान रोड मार्च के वक्त की है। मार्च के दौरान एक जवान को सीने में दर्द की शिकायत हुई। इसके बाद उसका मेडिकल चेकअप कराया गया, जहां उसकी हालत ठीक बताई गई। आरोप है कि मेडिकल चेकअप बाद भी जवान से मार्च करवाया जाता है और दो घंटे बाद जवान की मौत हो जाती है। इस घटना को लेकर सेना के जवान और अफसर के बीच काफी तीखी झड़प की बात सामने आयी है। सेना ने इस मामले के जांच के आदेश दे दिये हैं और कहा है कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि जवान की मौत सामान्य अभ्यास के दौरान उत्तर पूर्व में हुई है। यह कोई विद्रोह की बात नहीं है। जवान ने मार्च के दौरान सीने में दर्द की शिकायत की फिर उसका मेडिकल चेक अप हुआ और वह फिट पाया गया। बाद में मार्च के दौरान जवान गिर गया और उसे अस्पताल ले जाने के दौरान ही उसकी मौत हो गई। हादसे ने कुछ जवानों को भावुक कर दिया और वह तैश में आ गए जिसकी वजह से उनकी अफसरों से झड़प हुई। हालांकि झगड़े में किसी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है।

मुंबई: तमिलनाडु में चुनाव अधिकारियों ने शनिवार को तड़के तिरूपुर जिले में जांच के दौरान तीन कंटेनरों से करीब 570 करोड़ रुपये जब्त किए। इस नकदी के संबंध में भारतीय स्टेट बैंक ने शाम को कहा कि वह बैंक की वैध नकदी है। भारतीय स्टेट बैंक ने आज शाम एक बयान में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के कहने पर उसके अधिकारी वाहन से 570 करोड़ रुपए लेकर आंध्रप्रदेश में अस्थाई नकदी जमा स्थल जा रहे थे। एसबीआई ने बयान में कहा है, ‘आंध्रप्रदेश में नकदी की अस्थाई कमी से निपटने के लिए रिजर्व बैंक ने कोयंबटूर स्थित हमारी तिजोरी से 570 करोड़ रुपए हमारे विशाखपत्तनम स्थित विशेष नोट प्रशासन शाखा में ले जाने की मंजूरी दी थी।’ उसने कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के अनुसार, कोयंबटूर स्थित हमारी मुख्य शाखा ने अधिकृत एसबीआई अधिकारियों को यह धन दिया, जिसके साथ सुरक्षा के रूप में आंध्रप्रदेश पुलिस का दल भी मौजूद था। लेकिन नकदी ले जा रहे वाहनों को रास्ते में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने रोका और आगे की कार्रवाई के लिए उसे तिरूपुर जिलाधिकारी कार्यालय ले आए।’ एसबीआई ने निर्वाचन आयोग के इस कदम को ‘त्रुटिपूर्ण’ बताया है। बैंक का कहना है कि चेन्नई, कोयंबटूर और तिरूपुर में उसके अधिकारी निर्वाचन आयोग को सभी सहायता और स्पष्टीकरण मुहैया करा रहे हैं, और उन्हें आशा है कि मामला जल्द सुलझेगा तथा उनकी नकदी वापस मिल जाएगी।

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को कहा कि अहम क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी करते समय सरकार चिंताओं को ध्यान में रखेगी और उसने अगले दो साल में भारत का रक्षा निर्यात वर्तमान 33 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर दो अरब डॉलर करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पर्रिकर ने यहां एक संगोष्ठी में हालांकि, इस प्रस्तावित रणनीतिक साझेदारी पर एतराज कर रही रक्षा कपंनियों पर यह कहते हुए प्रहार किया ‘खिड़कियां सुपरिभाषित हैं, कुछ लोग जिन्हें अहसास हो गया कि वे एकल खिड़की से निकल नहीं पायेंगे, उन्होंने यह बात फैलाना शुरू कर दिया है कि रक्षा मंत्रालय रणनीतिक साझेदारियों को लेकर समस्या का सामना कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि उन्हें अतिविशिष्ट जनों से रणनीतिक साझेदारी के बारे में चिंता प्रकट करते हुए कई पत्र मिले हैं। कई बार पत्रों में एक जैसी सामग्री होती है जो यह दर्शाता है कि अतिविशिष्ट जन किसी अन्य द्वारा लिखे पत्रों पर महज हस्ताक्षर कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘उनकी चिंताओं का अच्छी तरह समाधान किया गया है। हम उन चिंताओं को ध्यान में रख रहे हैं। हम शीघ्र ही (रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा के लिए) कुछ समूहों के साथ दूसरे दौर के लिए बैठक कर रहे हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में, खास कर पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि उसने भारतीय सीमा पर अपनी रक्षा क्षमताओं में इजाफा किया है और ज्यादा सैनिक तैनात किए हैं। पूर्वी एशिया के उप रक्षामंत्री अब्राहम एम. डेनमार्क ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया, ‘हमने भारत की सीमा के निकट के इलाकों में चीनी सेना की ओर से क्षमता और बल मुद्रा में इजाफा पाया है।’ यह संवाददाता सम्मेलन ‘चीनी जनवादी गणराज्य की सेना और सुरक्षा घटनाक्रम’ पर अमेरिकी कांग्रेस में पेंटागन की ओर से वार्षिक 2016 रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद आयोजित किया गया था। बहरहाल, डेनमार्क ने कहा कि यह तय करना मुश्किल है कि इसके पीछे वास्तविक मंशा क्या है। उन्होंने तिब्बत में सैन्य कमान का स्तर उन्नत करने के चीन के कदम पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है कि इसमें से कितना आंतरिक स्थिरता बरकरार रखने की आंतरिक मंशा से और कितना बाहरी मंशा से प्रेरित है।’ डेनमार्क ने अमेरिकी रक्षामंत्री एश्टन कार्टर की हाल की भारत यात्रा को बहुत सकारात्मक एवं उत्पादक बताते हुए कहा, ‘हम भारत के साथ अपना द्विपक्षीय रिश्ता प्रगाढ़ करना जारी रखेंगे, चीन के संदर्भ में नहीं, बल्कि इसलिए कि भारत खुद ही अधिकाधिक एक अहम देश है और हम उसके महत्व के चलते भारत के साथ संवाद करने जा रहे हैं।

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