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लंदन: पाकिस्तानी स्पिनर यासिर शाह के शानदार 6 विकेट का जवाब लॉर्ड टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वॉक्स ने अपने 5 विकेटों से दिया है। टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की पारी 272 रनों के स्कोर पर सिमट गई। इसके बाद दूसरी पारी खेलने आई पाकिस्तानी टीम भी नियमित अन्तराल पर गंवाती रही और दिन का खेल ख़तम होने तक उसने 8 विकेट खोकर 214 रन बना लिए हैं। फिलहाल पाकिस्तान के हाथ में दो विकेट बाकी है और उसने 281 रनों की लीड ले ली है। इससे पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड को यासिर शाह को खेलने में काफी दिक्कतें पेश आईं। कुक ने एलेक्स हेल्स (6) के जल्दी आउट होने के बाद रुट (48) के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी कर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया। लेकिन इसके बाद यासिर शाह ने इंग्लैंड के मध्यक्रम को अपनी फिरकी के जाल में लपेट लिया। उन्होंने जो रुट, जेम्स विन्स, गैरी बैलेन्स, जॉनी बेयरस्टो और मोईन अली को अपना शिकार बनाया। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत खाफी ख़राब रही और उसके ओपनर बल्लेबाज मोहम्मद हफीज बिना खता खोले स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर कैच थमाकर चलते बने। टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती रही और असद शफीक (49) और सरफ़राज़ अहमद (45) के अलावा कोई भी बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल पाया।

सेंट कीट्स: वेस्टइंडीज प्रेसिडेंट इलेवन के खिलाफ जारी टीम इंडिया का प्रैक्टिस मैच शनिवार को बेनतीजा ख़तम हो गया। वेस्टइंडीज ने तीसरे दिन के आखिर तक 6 विकेट खोकर 223 रन बना लिए थे। भारत की तरफ से आर अश्विन (3 विकेट) के आलावा कोई भी प्रभावी नहीं दिखा हालांकि मोहम्मद शमी और रविन्द्र जडेजा ने भी एक-एक विकेट झटका। प्रेसिडेंट इलेवन की पहली पारी कुछ खास नहीं रही थी और वो 180 रनों पर आउट हो गयी थी। पहली पारी में अश्विन ने 3, जडेजा ने 3 और अमित मिश्रा ने 2 विकेट झटके थे। भारत ने अपनी पहली पारी में कोहली, लोकेश राहुल और जडेजा के अर्धशतक की मदद से 364 रन बनाए थे। प्रेसिडेंट इलेवन की दूसरी पारी में भारी गेंदबाज थके हुए नज़र आए और मैच ड्रॉ की तरफ चला गया।

चंडीगढ़: लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना ने कोरिया के सियोंग चान होंग और होंग चुंग को सेटों में हराकर भारत को डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेआफ में जगह दिला दी। मेजबान ने एशिया ओशियाना ग्रुप एक मुकाबले में कोरिया पर 3-0 की अजेय बढत बना ली। भारतीय जोड़ी को कोरियाई प्रतिद्वंद्वियों को 6-3, 6-4, 6-4 से हराने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी नहीं करना पड़ा। इससे पहले कल साकेत माइनेनी और रामकुमार रामानाथन ने अपने अपने एकल मुकाबले जीतकर भारत को 2-0 से बढ़त दिलाई थी। रियो ओलंपिक जा रहे पेस और बोपन्ना को कोरियाई टीम से कोई चुनौती नहीं मिली। रियो ओलंपिक से पहले यह उनका एकमात्र प्रतिस्पर्धी मैच था। कोरियाई टीम ने तीसरे सेट में पेस की सर्विस तोड़ी लेकिन कोई चुनौती नहीं दे सके। मुकाबला भले ही एकतरफा रहा हो लेकिन यहां एक हजार से अधिक की तादाद में मौजूद दर्शकों ने उसका पूरा मजा लिया। डेविस कप के मैच में पांचवीं बार साथ खेल रहे पेस और बोपन्ना की तीसरी जीत थी। इससे पहले वे सर्बिया (2014) और कजाखस्तान (2007) के खिलाफ जीते और उज्बेकिस्तान (2012) और चेक गणराज्य (2015) से हारे। अब औपचारिकता मात्र बचे उलट एकल मुकाबलों में कल माइनेनी का सामना सियोंग चान होंग से होगा जबकि रामकुमार योंग क्यु लिम से खेलेंगे।

नई दिल्ली: महानतम टेनिस खिलाड़ियों में शुमार रोजर फेडरर अपनी ‘गर्मजोशी और साथियों की परवाह’ करने की वजह से उनके भी चहेते हैं और भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा का अनुभव भी उनके साथ ऐसा ही रहा है। सानिया ने अपनी आत्मकथा ‘ऐस अगेंस्ट आड्स’ में लिखा कि तीन अलग-अलग मौकों पर 17 बार के एकल ग्रैंडस्लैम चैम्पियन फेडरर ने उनसे उनकी कुशल क्षेम पूछी जब वह अनावश्यक विवादों से घिरी थी। सानिया के खिलाफ 2008 में तिरंगे के कथित अपमान का मामला दर्ज हुआ जब प्लेयर्स बाक्स में वह पैर ऊपर करके बैठी थी। उसने अपनी किताब में लिखा, ‘जब मेरे खिलाफ तिरंगे के कथित अपमान का मामला दर्ज हुआ तब रोजर फेडरर हालात के बारे में पूछने वाले पहले खिलाड़ियों में से थे जब मैं आस्ट्रेलियाई ओपन के लिये मेलबर्न में थी।’ इसके बाद मुंबई में 26 नवंबर के आतंकवादी हमले के बाद भी फेडरर ने उनकी खरियत पूछी थी। सानिया ने लिखा, ‘फेडरर ने मुंबई हमले के बाद मुझे संदेश भेजकर खरियत पूछी थी। यही वजह है कि महानतम खिलाड़ियों में शामिल होने के साथ ही रोजर बहुत बहुत खास है। वह काफी गर्मजोशी से मिलते हैं और दूसरों की परवाह करते हैं। सफलता का उन्हें कोई गुमान नहीं है।’ सानिया ने फेडरर से जुड़े एक मजाकिया वाकये का भी जिक्र किया।

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