नई दिल्ली: भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट मैचों से संन्यास लेने के बावजूद प्रायोजन की दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं लेकिन करार करने वाले एक ब्रांड -स्पार्टन स्पोर्ट्स- ने उनसे 20 करोड़ से ज्यादा रूपये की धोखाधड़ी की है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि आस्ट्रेलिया के स्पोर्टन स्पोर्ट्स से 13 करोड़ रूपये से ज्यादा का प्रायोजन करार और तीन साल का बल्ले का करार खटाई में पड़ गया है। यह कपंनी नियमित रूप से भुगतान में असफल रही है। धोनी के बल्ले के करार की रायल्टी को मिला लिया जाये तो यह राशि 20 करोड़ रूपये से उपर की है। कानूनी फर्म, जो धोनी की प्रबंधन कंपनी रिती स्पोर्ट्स को सलाह दे रही है, के सूत्र ने कहा कि कुणाल शर्मा की स्पोर्टन कंपनी ने करार के बाद से अब तक केवल चार किश्तों का ही भुगतान किया है जो दिसंबर 2013 में हुई थी। इसका ताजा भुगतान मार्च 2016 में किया गया था। रिती स्पोर्ट्स के मालिक अरूण पांडे से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘सब कुछ ठीक नहीं है और उम्मीद है कि यह मामला जल्द ही सुलझ जायेगा।’
कुणाल शर्मा से लगातार फोन और संदेशों के जरिये बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।