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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में नए आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स 'भारत मंडपम' का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे तीसरे कार्यकाल में हम दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पहले कार्यकाल में भारत दुनिया की दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था था, अब दूसरे कार्यकाल में हम पांचवे नंबर पर आ गए हैं और हमारे तीसरे कार्यकाल में हम दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। आगे बोले कि ये मोदी की गारंटी है। आप 2024 के बाद अपने सपनों को अपनी आंखों से पूरा होते हुए देखेंगे।

प्रगति मैदान में आत्मविश्वास से लबरेज प्रधानमंत्री मोदी ने जब ये बातें कहीं तो पूरा सभागृह मोदी-मोदी के उद्घोष से गूंज उठा। इस आत्मविश्वास से भरी गर्जना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कई सारे आंकड़ों के माध्यम से 2014 के पहले और उसके बाद देश में हुए विकास कार्यों की तुलना की। इन आंकड़ों के माध्यम से मोदी ने विपक्ष और खास तौर पर कांग्रेस पर करारा तंज किया।

नई दिल्ली: 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान दिल्ली के पुल बंगश इलाके में हुई हत्याओं के मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने 5 अगस्त को पेश होने का आदेश दिया है। कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दायर की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए टाइटलर को समन जारी किया। राऊज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने एफसीएल रिपोर्ट पेश की। सीबीआई ने एफसीएल रिपोर्ट के साथ सील कवर लिफाफे में वीडियो और वॉइस सैंपल भी पेश किया।

सीबीआई ने 1984 के सिख दंगा मामले में 20 मई 2023 को टाइटलर के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विधि गुप्ता आनंद ने इस मामले में चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद आदेश पारित किया।

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के एक दिन बाद 1 नवंबर 1984 को पुल बंगश इलाके में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी। एक गुरुद्वारे को आग के हवाले कर दिया गया था। चार्जशीट में सीबीआई ने कहा है कि टाइटलर ने 1 नवंबर 1984 को ‘पुल बंगश गुरुद्वारा आजाद बाजार में इकट्ठी भीड़ को उकसाया और भड़काया।

नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान मणिपुर मुद्दे को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा कि आपका लेटर मिला, जो तथ्यों के विपरित है। आपको ध्यान होगा कि मणिपुर में 3 मई के बाद की स्थिति पर इंडिया घटक दलों की लगातार मांग रही है कि पीएम मोदी सदन के पटल पर पहले अपना बयान दें, जिसके बाद दोनों सदनों में इस विषय पर विस्तृत बहस और चर्चा की जाए।

जिस तरह की गंभीर स्थिति पिछले 84 दिनों से मणिपुर में चल रही है और जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। हम सभी राजनीतिक दलों से यह अपेक्षित है कि हम वहां पर तत्काल शांति बहाली के लिए तथा जनता को संदेश देने के लिए देश के सर्वोच्च सदन में कम से कम इतना तो करेंगे।

नई दिल्ली: मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा का मुद्दा सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध का कारण बना हुआ है। यही वजह है कि सत्र के शुरुआत से लेकर अब तक एक भी दिन ऐसा नहीं है, जब सदन की कार्यवाही स्थगित किए बगैर सदन चला हो। बुधवार को भी सदन में मणिपुर हिंसा को लेकर ही हंगामा होता रहा है। इसी दौरान कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपना माइक बंद होने पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि कल (25 जुलाई) संसद में मेरा माइक बंद कर दिया गया था। ये मेरे स्वाभिमान की बात है। हम मणिपुर में जिस तरह की हिंसा चल रही है उसे लेकर सरकार से जवाब चाहते हैं। हम चाहते हैं कि पीएम इस मुद्दे पर सदन में बयान दें।

मल्लिकार्जुन खड़गे जब बोल रहे थे तो कांग्रेस के सांसद उनके पीछे खड़े हो गए। सभापति ने कांग्रेस सदस्यों के खड़े होने पर आपत्ति दर्ज कराई, जिस पर खड़गे ने कहा कि मेरे पीछे नहीं खड़े होंगे तो क्या मोदी के पीछे खड़े होंगे। खड़गे के इतना कहते ही सदन में बीजेपी के सांसद मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। इसके बाद सदन में पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच नारेबाजी शुरू हो गई।

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