नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में नए आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स 'भारत मंडपम' का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे तीसरे कार्यकाल में हम दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पहले कार्यकाल में भारत दुनिया की दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था था, अब दूसरे कार्यकाल में हम पांचवे नंबर पर आ गए हैं और हमारे तीसरे कार्यकाल में हम दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। आगे बोले कि ये मोदी की गारंटी है। आप 2024 के बाद अपने सपनों को अपनी आंखों से पूरा होते हुए देखेंगे।
प्रगति मैदान में आत्मविश्वास से लबरेज प्रधानमंत्री मोदी ने जब ये बातें कहीं तो पूरा सभागृह मोदी-मोदी के उद्घोष से गूंज उठा। इस आत्मविश्वास से भरी गर्जना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कई सारे आंकड़ों के माध्यम से 2014 के पहले और उसके बाद देश में हुए विकास कार्यों की तुलना की। इन आंकड़ों के माध्यम से मोदी ने विपक्ष और खास तौर पर कांग्रेस पर करारा तंज किया।
पीएम ने कहा- आज का दिन बहुत ही ऐतिहासिक
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि आज सपनों को साकार होते हुए देख रहा हूं। सबसे पहले पीएम ने एक अद्भूत दृश्य मेरे सामने है। भव्य है, विराट है। आज अपनी आंखों के सामने सपनों को साकार होते हुए देख रहे हैं तब मुझे एक प्रसिद्ध कविता की पंक्तियां गुनगुनाने का मन करता है। भारत मंडपम को देखकर हर भारतीय आनंदित है और गर्व महसूस कर रहा है। भारत मंडपम भारत के सामर्थ्य का, भारत की नई उर्जा का आह्वान है। भारत मंडपम भारत की भव्यता और इच्छाशक्ति का दर्शन है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि यह करगिल विजय दिवस है। हमारे वीर बेटे-बेटियों ने देश के दुश्मनों को हराया। मैं करगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले हर नायक को श्रद्धांजलि देता हूं।कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मंडपम देखने के बाद हर भारतीय खुश है, गर्व से भरा है।
इस कॉम्प्लेक्स के निर्माण को रोकने के लिए अदालतों के चक्कर काटे गए
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि इस कॉम्प्लेक्स के निर्माण को रोकने के लिए नकारात्मक सोच वालों ने क्या-क्या कोशिशें नहीं की, अदालतों के चक्कर काटे थे। कुछ लोगों की फितरत होती है हर अच्छे काम को रोकने, टोकने की। जब कर्तव्य पथ पर बन रहा था तो न जाने क्या क्या कथाएं चल रही थीं। अखबार, ब्रेकिंग न्यूज में न जाने क्या-क्या चल रहा था। कर्तव्य पथ बनने के बाद वे लोग भी दबी ज़ुबान में कहने लगे कि अच्छा हुआ है।