नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान मणिपुर मुद्दे को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा कि आपका लेटर मिला, जो तथ्यों के विपरित है। आपको ध्यान होगा कि मणिपुर में 3 मई के बाद की स्थिति पर इंडिया घटक दलों की लगातार मांग रही है कि पीएम मोदी सदन के पटल पर पहले अपना बयान दें, जिसके बाद दोनों सदनों में इस विषय पर विस्तृत बहस और चर्चा की जाए।
जिस तरह की गंभीर स्थिति पिछले 84 दिनों से मणिपुर में चल रही है और जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। हम सभी राजनीतिक दलों से यह अपेक्षित है कि हम वहां पर तत्काल शांति बहाली के लिए तथा जनता को संदेश देने के लिए देश के सर्वोच्च सदन में कम से कम इतना तो करेंगे।
आपको पत्र में व्यक्त भावनाओं की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर हैं। सरकार का रवैया आपके पत्र के भाव के विपरित सदन में संवेदनशील और मनमाना रहा है। यह रवैया नहीं बल्कि पिछले कई सत्रों में भी विपक्ष को देखने को मिला है। छोटी घटनाओं को तिल का ताड़ बनाकर सदस्यों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
अपने पत्र में लिखा है कि एक ही दिन में आदरणीय प्रधानमंत्री देश के विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकवादी दल से जोड़ते हैं और उसी दिन गृह मंत्री भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैये की अपेक्षा करते हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष में समन्वय का अभाव सालों से दिख रहा था, अब यह खाई सत्ता पक्ष के अंदर भी दिखने लगी है।
खड़गे ने की पीएम मोदी की टिप्पणी की निंदा
खड़गे ने पत्र के माध्यम से पीएम मोदी की टिप्पणी की निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा विपक्षी दलों को दिशाहीन बताना बेतुका ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है। पीएम मोदी से हम सदन में आकर मणिपुर पर बयान देने का आग्रह कर रहे हैं, परंतु ऐसा लगता है कि उनका ऐसा करना उनके सम्मान को ठेस पहुंचाता है। हमारी इस देश की जनता के प्रति प्रतिबद्धता है और हम इसके लिए हर कीमत देंगे।
अमित शाह ने लिखा था पत्र
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि उन्होंने दोनों सदनों के विपक्षी नेताओं को मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए पत्र लिखा है। अमित शाह ने बताया कि आज मैंने दोनों सदनों के विपक्षी नेताओं, लोकसभा के अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा के मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर मणिपुर मुद्दे की चर्चा में उनके अमूल्य सहयोग की अपील की। सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी दलों से सहयोग चाहती है। मुझे उम्मीद है कि सभी दल इस महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने में सहयोग करेंगे।