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नई दिल्ली: भारत की महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने पिछले सप्ताह इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 200 से अधिक एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं 39 वर्षीय मिताली राज ने श्रीलंका के खिलाफ T20I और ODI सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा से कुछ घंटे पहले ट्विटर पर अपने संन्यास की घोषणा की थी। वहीं, अब उन्होंने टीम के पूर्व मुख्य कोच रमेश पवार के साथ हुए झगड़े के बारे में खुलासा किया।

2018 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ अनुभवी क्रिकेटर को भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किए जाने के बाद यह विवाद खड़ा हुआ था। इसके बाद मिताली राज और कोच रमेश पवार के बीच झगड़े की बात सामने आई। उस समय खिलाड़ी और कोच ने बीसीसीआई अधिकारी के साथ अलग-अलग बैठकें भी की थीं। इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान मिताली ने इस घटना के बारे में बात की, जिससे वह आहत हुईं।

चेन्नई: गोला फेंक की एथलीट मनप्रीत कौर को पिछले चार सालों में किसी इवेंट में भाग नहीं लेना था लेकिन वह इस दौरान अपने प्रैक्टिस को छोड़ना नहीं चाहती थीं। मनप्रीत को 2017 में डोप टेस्ट में फेल रहने के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था और ऐसे में प्रैक्टिस के दौरान उनके सामने कोई लक्ष्य नहीं था। इस खिलाड़ी ने हालांकि अपने साथी एथलीटों के प्रदर्शन को पैमाना बनाकर प्रैक्टिस जारी रखी।

मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में उन्होंने हालांकि 18.06 मीटर की दूरी के साथ अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया। पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके नाम ही था, उन्होंने 2015 में उन्होंने गोले को 17.96 मीटर की दूर फेंका था।

इस 31 साल की खिलाड़ी ने कहा, 'मेरे मन में ऐसे ख्याल आ रहे थे कि खेल को जारी रखें या छोड़ दिया जाए। मैं लगातार प्रैक्टिस कर रही थी मुझे किसी टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने था। मेरे पास उस दौरान हासिल करने के लिए कोई लक्ष्य नहीं था।' उन्होंने कहा, 'ऐसी स्थिति में आप सिर्फ प्रैक्टिस करते है। इसमें कोई शक नहीं कि यह काफी मुश्किल होता है।'

नई दिल्ली: भारतीय पूर्व लंबी दूरी के धावक हरि चंद ने आज अंतिम सांस ली। उन्होंने एशियाई खेलों में डबल गोल्ड मेडल जीतने के साथ ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। होशियारपुर (पंजाब) के घोरेवा गांव के रहने वाले हरि उन कुछ महान दूरी के धावकों में से एक हैं जिन्हें भारत ने निर्मित किया है। मॉन्ट्रियल में 1976 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वह 28:48.72 के समय के साथ 10,000 मीटर दौड़ में आठवें स्थान पर आए, हालांकि यह एक भारतीय एथलीट के लिए एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड था। 32 साल बाद के बाद उनके इस रिकॉर्ड को सुरेंद्र सिंह ने तोड़ा था।

इसके अलावा मास्को में 1980 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में वह 10,000 मीटर दौड़ में 10वें स्थान पर आए थे। वह 1980 के ओलिंपिक पुरुष मैराथन में भी 22वें स्थान पर आए थे।वह मॉन्ट्रियल में नंगे पैर दौड़ लगाई थी।

हरि चंद ने एशियाई चैंपियनशिप 1975 में 10 हजार मीटर में गोल्ड जीता था। वहीं 1978 एशियन गेम्स में 5000 और 10,000 मीटर दोनों में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था।

कटक: दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टी20 में भारत को 4 विकेट से हरा दिया है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 148 रन बनाए थे, इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान तेम्बा बावुमा और हेनरिक क्लासेन के बीच हुई शानदार साझेदारी की बदौलत 10 गेंद रहते जीत हासिल कर ली है। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। हेनरिक क्लासेन ने दमदार पारी खेलते हुए 46 गेंद में 81 रन बनाए।

भुवनेश्वर कुमार ने भारत को पावरप्ले में तीन विकेट दिलाकर शानदार शुरुआत दिलाई थी। लेकिन कप्तान तेम्बा बावुमा ने क्लासेन के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 41 गेंद में 64 रन की साझेदारी करके भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। तेम्बा बावुमा ने 30 गेंद में 35 रन बनाए।

भारतीय बल्लेबाजों को दक्षिण अफ्रीका की कसी गेंदबाजी के खिलाफ खेलने में काफी दिक्कत हुई, जिससे टीम रविवार को पांच मैचों की सीरीज के दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बाराबती की मुश्किल पिच पर छह विकेट विकेट पर 148 रन ही बना सकी।

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