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नई दिल्ली: सेंसेक्स के 400 अंक टूटने व निफ्टी के 46 शेयर लाल निशान में चले जाने के बाद भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। बाजार में बुधवार को गिरावट का सातवां दिन है। बीते सात दिनों में सेंसेक्स 3.83 फीसद टूट गया, वहीं निफ्टी में भी 3.96 फीसद की गिरावट आई।

एक्सपर्ट के मुताबिक बाजार में जारी इस गिरावट की मुख्य वजह विदेशी निवेशकों की ओर से जारी बिकवाली और रूपए की कमजोरी है। आज के सत्र में रुपया 6 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा फिस्कल डेफेसिट बढ़ने का खतरा, जियो पॉलिटिकल टेंशन और वायदा बाजार की एक्सपायरी भी बाजार में उठल पुथल की बड़ी वजह हैं।

आज यानी बुधवार के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 439 अंक की गिरावट के साथ 31159 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 135 अंक टूटकर 9735 के स्तर पर है।

बाजार में आई भारी बिकवाली में आज सेंसेक्स ने बंद होने से पहले अंतिम मिनटों में 31100 का निचला स्तर छुआ. वहीं निफ्टी का निचला स्तर 9714 का रहा।

नई दिल्ली: प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी ने इंटरनेट डेटा को डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए 'ऑक्सीजन' और इस युग का 'तेल' करार दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दस साल में भारत दुनिया की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा और यह उपलब्धि हासिल करने के लिए भारतीय दूरसंचार व आईटी उद्योग को बड़ी भूमिका निभानी होगी।

अपनी नई दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो की नि:शुल्क डेटा और वायस प्लान के जरिए घरेलू बाजार को हिला देने वाले अंबानी यहां पहली इंडिया मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इंटरनेट के बढ़ते प्रचलन और बढ़ती डेटा खपत को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि डेटा ही डिजिटल अर्थव्यवस्था की ऑक्सीजन है।

उन्होंने कहा कि हम भारतीयों को इस महत्वपूर्ण संसाधन से वंचित नहीं कर सकते। हमें किफायती कीमतों प र सबको समान हाईस्पीड डेटा उपलब्ध करवाना होगा।

अलवर: योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि शीघ्र ही टेक्सटाइल मार्केट में उतरेगी और टेक्सटाइल से संबंधित सभी तरह के कपड़े तैयार किए जाएंगे। रामदेव आज अलवर में पतंजलि द्वारा लगाई गई तेल मिल के उद्घाटन समारोह में आए थे। उन्होंने कहा कि भारत में खाद्य तेलों के दो लाख करोड़ रुपए की मार्केट है और ज्यादातर तेल खाद्य पदार्थों में विदेशी मार्केट का कब्जा है।

उन्होंने कहा कि अडानी जैसे ग्रुप आधा विदेशी है और उन्हें इस बात पर अचरज होता है कि अदानी जैसे ग्रुप भी विदेशी है और उसने विदेशी मार्केट से अपना हाथ मिला रखा है।

उन्होंने कहा कि भारत का 70 फीसदी मार्केट विदेशी कंपनियों के हाथों में है और उनका एक ही मकसद है कि भारत में विदेशी कब्जे को खत्म किया जाए और स्वदेशी मार्केट को पनपाया जाए। इसलिए पतंजलि अपने सभी प्रोडक्ट का विस्तार भारत में कर स्वदेशी की अलख जगा रही है। उन्होंने कहा कि अलवर में कच्ची घानी का तेल तैयार किया जाएगा।

नई दिल्ली: रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र आईसीसीयू में है और इससे सरकार और बैंकों को जोखिम उठाना पड़ सकता है। साथ ही उन्होंने क्षेत्र में उभरते एकाधिकार वाली बाजार परिस्थिति को लेकर भी चेताया है।

उन्होंने वादा किया कि मार्च 2018 तक रिलायंस कम्युनिकेश अपनी सभी कठिनाइयों से बाहर आ जाएगा। उन्होंने कहा कि उसके सभी कर्जदाता कंपनी के कदमों में उसके साथ हैं।

अनिल के बड़े भाई मुकेश अंबानी द्वारा चलाए जा रहे रिलायंस जियो के टेलीकॉम सेक्टर में आने से पहले से ही प्रतिस्पर्धी बाजार में परिस्थितियां और कठिन हुई हैं। अनिल अंबानी ने कहा कि हम संभावित रूप से सीमित प्रतिस्पर्धा वाले बाजार में आगे बढ़ रहे हैं और हमें डर है किसी एक का क्षेत्र में एकाधिकार न हो जाये।

आरकॉम की एनुअल जनरल मीटिंग में अनिल अंबानी ने कहा, वायरलेस और मोबिलिटी सेक्टर को आप किसी भी आयाम से देखें, वो जनरल वॉर्ड में नहीं है और न ही आईसीयू में है बल्कि वह आईसीसीयू में है। ये रेवेन्यू के लिहाज से सरकार के लिए खतरा है।

यह बैंकिंग क्षेत्र के लिये भी खतरा है और इसमें एक क्षेत्र के विनाश की परिस्थितियां बनी हैं। अंबानी ने हालांकि कहा कि आज प्रतिस्पर्धा के स्वरूप में बहुत गिरावट आई है, जिस कारण कुछ विदेशी ऑपरेटरों ने देश छोड़ दिया है। वहीं, दूसरी ओर आरइंफ्रा की एजीएम बैठक में अनिल अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर एक खरब की रक्षा प्रोजेक्ट्स में हिस्सा लेने के लिये जापानी कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है और रिलायंस नेवल और इंजीनियरिंग के लिये राइट्स इश्यू जारी करने की भी योजना बना रहा है।

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