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ओटावा: मार्क कार्नी को कनाडा की लिबरल पार्टी का नया नेता चुना गया है। वह जस्टिन ट्रूडो की जगह लेंगे और कनाडा के 24वें प्रधानमंत्री बनेंगे। बैंक ऑफ कनाडा के गवर्नर रहे मार्क कार्नी अब आम चुनावों में लिबरल पार्टी का नेतृत्व करेंगे। ट्रूडो ने जनवरी में अपने पद से इस्तीफे का एलान कर दिया था।

लिबरल पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में कार्नी को निर्णायक जीत मिली है। उन्हें कुल 85.9 फीसदी वोट मिले। कार्नी ने अपने कैंपेन में खुद को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विरोधी के तौर पर पेश किया। ट्रंप की टैरिफ धमकी को लेकर कार्नी ने कहा कि हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका के खिलाफ टैरिफ तब तक लागू रहेगा जबतक अमेरिका हमारे साथ मुक्त व्यापार समझौता नहीं करता।

कौन हैं मार्क कार्नी

कनाडा की राजनीति में तेजी से उभरे 59 वर्षीय मार्क कार्नी एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और पूर्व केंद्रीय बैंकर हैं। जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के एलान के बाद वह प्रधानमंत्री की रेस में सबसे आगे चल रहे थे।

कैलिफोर्निया: अमेरिकी राज्य लॉस एंजिल्स में तथाकथित 'खालिस्तानी जनमत संग्रह' से कुछ दिन पहले, कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स में मौजूद बीएपीएस हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई और उस पर आपत्तिजनक संदेश भी लिख दिए गए हैं। अमेरिका के लिए बीएपीएस के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना का विवरण साझा किया। इसने इस बात पर भी जोर दिया कि वे 'नफरत को कभी जड़ नहीं जमाने देंगे' और शांति और करुणा कायम रहेगी।

एक्स पर एक पोस्ट में, बीएपीएस पब्लिक अफेयर्स ने लिखा, 'एक और मंदिर अपवित्र किए जाने के बाद, इस बार चिनो हिल्स, कैलिफोर्निया में, हिंदू समुदाय नफरत के खिलाफ डटकर खड़ा है। चिनो हिल्स और दक्षिणी कैलिफोर्निया के समुदाय के साथ मिलकर हम कभी भी नफरत को जड़ नहीं जमाने देंगे। हमारी साझा मानवता और आस्था यह सुनिश्चित करेगी कि शांति और करुणा कायम रहे।' वहीं इस मामले में हिंदुओं के गठबंधन (सीओएचएनए) ने भी एक्स पर घटना का विवरण साझा किया और कहा कि कैलिफोर्निया में प्रतिष्ठित बीएपीएस मंदिर का अपमान लॉस एंजिल्स में 'तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह' से पहले हुआ है।

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत टैरिफ में कटौती करने के लिए सहमत हो गया है। ट्रंप ने कहा, "भारत हम पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। आप भारत में कुछ भी बेच नहीं सकते हैं।" इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका से ज्यादा टैक्स वसूलने वाले सभी देशों पर 2 अप्रैल 2025 से रेसिप्रोकल टैरिफ लागू हो जाएंगे। ट्रंप का कहना है कि टैरिफ से अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार बढ़ेगा।

टैरिफ को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने

टैरिफ को लेकर अमेरिका और चीन इस समय आमने-सामने हैं। चीन ने चेतावनी देते हुए है कि वो इसके लिए तैयार हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा दिया है। इसे लेकर अब दोनों देश खुलकर आमने-सामने आ गये हैं। अमेरिका ने चीनी इंपोर्ट पर 20 प्रतिशत टैरिफ का एलान किया, जिसके बाद चीन की निगाहें भारत पर टिक गई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शुक्रवार को भारत और चीन को मिलकर काम करने आधिपत्यवाद और सत्ता की राजनीति का विरोध करने में अहम भूमिका निभाने की अपील की है।

न्यूयॉर्क: मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने भारत प्रत्यर्पण पर रोक लगाने के अनुरोध वाली याचिका शीर्ष अदालत से खारिज होने के बाद नया दांव चला है। उसने मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स के सामने एक नई अर्जी दाखिल की है। पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक (64) राणा वर्तमान में लॉस एंजिल्स के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है।

26/11 हमले का आरोपी तहव्वुर राणा ने 27 फरवरी को अमेरिका की शीर्ष अदालत के एसोसिएट जस्टिस और नौवें सर्किट की सर्किट जस्टिस एलेना कागन के सामने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक लगाने के लिए आपात आवेदन प्रस्तुत किया था। शीर्ष कोर्ट की वेबसाइट पर छह मार्च को प्रकाशित एक नोट में कहा गया, 'अर्जी... न्यायमूर्ति कागन ने अस्वीकार की।'

राणा के वकीलों की ओर से गुरुवार को दायर की गई अर्जी के मुताबिक, तहव्वुर राणा ने पहले न्यायमूर्ति कागन के सामने पेश बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक लगाने संबंधी अपनी आपात अर्जी अब नवीनीकृत की है। ऐसे में अनुरोध किया जाता है कि नवीनीकृत अर्जी मुख्य न्यायाधीश रॉबर्ट्स के समक्ष पेश की जाए।

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