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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में आरएलडी को मिली जीत पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा जो खेल हमारे साथ खेलती थी, वहीं खेल अब हम उनके साथ खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम विकास की बात करते थे,तब आप सोशल इंजीनियरिंग की बात करते ​थे। कहते थे उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उनके अंदाज में व्यंग्य भी किया, 'ये कहा गया कि किसानों का कर्ज माफ होगा, पर हुआ क्या? बल्कि किसानों की जान चली गई। ये बहुत बड़ा धोखा है।'

अखिलेश यादव ने सूबे की कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा चुनाव नतीजें घोषित होने के बाद पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जातियों को जोड़ने का काम तो हमने भाजपा से ही सीखा है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के झूठ के खिलाफ जनता का गुस्सा है। उन्होंने इस जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं और वोटरों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों की हार है जो लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते हैं। भाजपा ने जनता को ठगने का काम किया है। ठगने के कारण जनता ने भाजपा को हरा दिया है।

नूरपुर: नूरपुर विधानसभा उपचुनाव की गिनती पूरी हो चुकी है। सपा के नईमुल हसन ने भाजपा प्रत्याशी अवनी सिंह को 6211 वोटों से हराया। नूरपुर सीट बीजेपी विधायक लोकेंद्र चौहान के निधन के बाद खाली हुई थी। लोकेंद्र चौहान की मौत फरवरी में कार हादसे में हो गई थी। भाजपा ने लोकेंद्र सिंह चौहान की पत्नी अवनी सिंह को मैदान में उतारा था। इस सीट पर कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद नूरपुर विधानसभा और कैराना लोकसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा जरूर निराश होगी। इन चुनावी नतीजों का सीधा असर 2019 लोकसभा चुनाव पर देखने को मिलेगा। नूरपुर और कैराना में जीत के लिए भाजपा ने नेताओं और मंत्रियों की फौज खड़ी कर दी थी।

उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए सपा और राष्ट्रीय लोकदल ने गठबंधन किया। दोनों दलों ने मिलकर आपस में सीट बांट ली। सपा ने नूरपुर विधानसभा में अपने प्रत्याशी नईमुल हसन को उतारा। कैराना लोकसभा सीट को सपा ने रालोद प्रत्याशी के लिए छोड़ दिया। कैराना में गठबंधन की तरफ से तबस्सुम हसन मैदान में थीं।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा की चार और विधानसभा की दस सीटों पर हुए उपचुनाव में लोकसभा की चारों और विधानसभा की सभी 10 सीटों पर नतीजे आ गए हैं। इसमें कैराना लोकसभा की सबसे बेहद अहम सीट मानी जा रही थी। इस सीट पर विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार ने सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार को खासे अच्छे अंतराल से पराजित करके 2019 की तरफ साफ इशारा कर दिया है। अगला चुनाव भाजपा के अपने स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी की लोकप्रियता के बूते पर नही जीता जा सकता। इस चुनाव से साफ है कि अगर विपक्ष भाजपा विरोधी मतों के विखराव को कम करने में सफल रहा, तो 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सत्ता से विदाई तय है।

इस चुनाव ने भगवा पार्टी को साफ संदेश दे दिया है कि अब चुनाव सिर्फ सांप्रदायिक रंग दे कर नही जीता जा सकता। चुनाव में जिन्ना और गन्ने के मुद्दे पर प्रचार हुआ और वहां भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। चुनाव से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बगल वाले जिले बागपत में रैली करते हैं और लुभावने नारे देते हैं। इसके बावजूद भाजपा को संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के सामने हार होती है। यानि चुनाव में सांप्रदायिकता के साथ मोदी करिश्में को आजमाने का भी प्रयास हुआ। इसके बावजूद भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा।

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एटीएस के एएसपी राजेश साहनी के खुदकुशी करने के मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिये हैं। उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर गम्भीर रुख अख्तियार करते हुए बुधवार रात डीजीपी व प्रमुख सचिव गृह समेत कई अफसरों को तलब किया था। यह जानकारी प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने दी। सीएम ने इन अफसरों से पूछा कि किन परिस्थितियों में राजेश साहनी ने अपने दफ्तर में खुद को गोली मार कर जान दी। इसको लेकर उठ रहे सवालों पर भी जवाब मांगा। सीएम इस प्रकरण में अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए।

उन्होंने अफसरों से कहा कि बेहद शांत अफसर का इस तरह खुदकुशी करना गम्भीर मामला है। बताया जाता है कि खुफिया एजेन्सियों, पीपीएस एसोसिएशन और एटीएस के कुछ कर्मचारियों से भी गुपचुप तरीके से इस प्रकरण के बारे में जानकारी ली गई। इसके बाद ही यह निर्णय लिया गया।

आज भेजी जायेगी औपचारिक चिठ्ठी

शासन इस सम्बन्ध में गुरुवार को सीबीआई जांच के लिए औपचारिक चिठ्ठी केन्द्र को भेजेगा। सीबीआई जांच का आदेश होने से पहले डीजीपी ओपी सिंह ने पूरे प्रकरण की जांच एडीजी जोन राजीव कृष्ण से कराने के आदेश दिये थे।

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