लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में आरएलडी को मिली जीत पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा जो खेल हमारे साथ खेलती थी, वहीं खेल अब हम उनके साथ खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम विकास की बात करते थे,तब आप सोशल इंजीनियरिंग की बात करते थे। कहते थे उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उनके अंदाज में व्यंग्य भी किया, 'ये कहा गया कि किसानों का कर्ज माफ होगा, पर हुआ क्या? बल्कि किसानों की जान चली गई। ये बहुत बड़ा धोखा है।'
अखिलेश यादव ने सूबे की कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा चुनाव नतीजें घोषित होने के बाद पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जातियों को जोड़ने का काम तो हमने भाजपा से ही सीखा है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा के झूठ के खिलाफ जनता का गुस्सा है। उन्होंने इस जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं और वोटरों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों की हार है जो लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते हैं। भाजपा ने जनता को ठगने का काम किया है। ठगने के कारण जनता ने भाजपा को हरा दिया है।
उधर आरएलडी के जयंत चौधरी ने कहा कि जिन्ना का मुद्दा तो भाजपा ने उठाया था। हमने तो यही कहा कि यहां जिन्ना नही गन्ना चलेगा। उन्होंने कहा कि हम मुद्दों की बात कर रहे थे। लोगों को समझाया कि आपसी विवाद से क्या हासिल होना है। मेलजोल से ही अपने हक के लिए लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुद्दों की लड़ाई में भाजपा हार गई। उन्होंने कहा कि 2019 में यह एकजुटता बरकरार रहेगी।
बता दें कि 28 मई को कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे। इन चुनावों के परिणाम आज घोषित किए। नतीजों में कैराना में बीजेपी प्रत्याशी मृगांका सिंह को राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी तबस्सुम हसन के हाथों हार का सामना करना पड़ा। तबस्सुम को सपा, कांग्रेस, बीएसपी और आम आदमी पार्टी का भी समर्थन प्राप्त था। इस सीट पर भाजपा सांसद हुकुम सिंह की मौत के बाद चुनाव कराए गए थे। भाजपा ने उनकी बेटी मृंगाका को टिकट दिया था।
73 बूथों पर दोबारा हुआ था मतदान
73 पोलिंग बूथों में नकुड़ की 23, गंगोह की 45, थाना भवन की 1 और शामली की 4 पोलिंग बूथों पर दोबारा मतदान हुआ है। 28 मई को पूरे देश में 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ था। कई जगहों पर मशीनों में खराबी की शिकायतें मिली थीं। जिसके बाद तमाम राजनीतिक दलों ने दोबारा मतदान कराए जाने की मांग की थी।
सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस के प्रतिनिधि चुनाव आयोग से मिले थे और दोबारा मतदान की अपील की थी, लेकिन चुनाव आयोग ने साफ कहा कि दोबारा मतदान नहीं होगा। हालांकि, जिन पोलिंग बूथों पर ईवीएम और वीवीपैट की वजह से मतदाताओं को परेशानी हुई या वे वोट नहीं डाल पाए थे, उन पोलिंग बूथों पर दोबारा मतदान करवाया जाएगा।