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लखनऊ: लोकसभा चुनाव के परिणाम से बेफिक्र समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू करने के लिए कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से बिना समय बर्बाद किए घर-घर अभियान शुरू कर केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जन-विरोधी नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा है।उन्होंने कहा, "हम महापरिवर्तन लाने के अपने प्रयास जारी रखेंगे।"

सपा अध्यक्ष ने हालांकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ अपने असफल गठबंधन पर कुछ नहीं कहा। उन्होंने यद्यपि सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को समाज के सभी वर्गो, विशेषकर कमजोर वर्ग तक पहुंचने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झूठ और गलत तथ्य बताती है, वहीं समाजवादियों के पास ऐसी विचारधारा है, जो उनका मार्गदर्शन करती है। युवा गंभीर संकट में हैं, इसलिए हमें कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज तक अपनी पहुंच बनानी होगी। उनके लिए कोई रोजगार नहीं है और उन्हें अपना भविष्य धुंधला दिख रहा है।"

लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में करारी हार पर अपनी पार्टी के सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पैनलिस्ट को हटा दिया है साथ ही चैनल पर किसी भी प्रवक्ता के पार्टी का पक्ष रखने पर रोक लगा दी है। आपको बता दें कि पिछली बार की तरह इस बार भी सपा यूपी में 5 सीटों पर ही सीमित रह गई। जबकि बसपा व रालोद के साथ उसका गठबंधन बेहद मजबूत माना जा रहा था। यूपी की 80 सीटों में से भाजपा को सर्वाधिक 62 सीटों पर जीत मिली है। वहीं, गठबंधन सिर्फ 15 सीटों पर ही सीमित रह गया। वहीं, अपना दल (एस) को दो व कांग्रेस को एक सीट मिली है।

लखनऊ: 11 विधायकों के सांसद बन जाने पर प्रदेश में इतनी ही सीटों पर अब विधानसभा उपचुनाव होंगे। इन 11 विधायकों में आठ भाजपा के हैं, जबकि एक-एक भाजपा के सहयोगी अपना दल, सपा और बसपा के विधायक हैं। इस बार भाजपा के चार कैबिनेट मंत्री भी चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन इनमें से तीन ही जीत दर्ज करा सके।

इनमें लखनऊ कैंट की विधायक व परिवार, महिला कल्याण पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद से सांसद बनीं। टूंडला (सु.) फिरोजाबाद के विधायक व प्रदेश सरकार में पशुपालन मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा (सु.) लोकसभा सीट से सांसद बने। कानपुर गोविंद नगर से विधायक व प्रदेश सरकार में खादी व लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी कानपुर से सांसद बने। प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा भी अम्बेडकरनगर से चुनाव लड़े थे, लेकिन वह बसपा के रितेश पांडे से चुनाव हार गए।

लखनऊ: भाजपा के लिये प्रचंड बहुमत की बयार उत्तरप्रदेश में पिछले साल हुए तीन लोकसभा उपचुनावों में मिली हार के जख्म पर जीत का मरहम भी लगा गयी। भाजपा ने पिछले साल गोरखपुर, फूलपुर और कैराना लोकसभा सीटों के हुए उपचुनाव में मिली शिकस्त की भरपाई इस आम चुनाव में कर ली। तीनों सीटों पर उसके प्रत्याशी भारी मतों से विजयी हुए।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में पिछले साल मार्च में हुए उपचुनाव में बसपा से मिले समर्थन के बूते सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने भाजपा को हराकर उसे करारा झटका दिया था। लेकिन बृहस्पतिवार को घोषित परिणामों में इस सीट से भाजपा उम्मीदवार भोजपुरी स्टार रवि किशन ने सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी राम भुआल निषाद को तीन लाख से ज्यादा मतों से हराकर यह सीट फिर से भाजपा की झोली में डाल दी।

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