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लखनऊ: ईवीएम में गड़बड़ी का सवाल उठाती रही समाजवादी पार्टी को आशंका है कि अब वोटों की गिनती में धांधली हो सकती है। इसलिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह मतगणना के दौरान सजग रहें और बड़ी तादाद में मतगणना स्थल पहुंचें। उन्होंने कहा है कि मतगणना एजेंटों को बहुत सतर्कता से काम करना होगा। अखिलेश ने इस संबंध में सभी जिला अध्यक्षों, शहर अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों को चिट्ठी भेजी है। दो पेज के इस पत्र में तमाम जरूरी निर्देश तो दिए गए हैं।

साथ ही अंत में अपने हाथ से अखिलेश यादव ने लिखा है कि कार्यकर्ता व पदाधिकारी बड़ी संख्या में मतगणना स्थल पहुंचे। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह सवेरे से ही जुट जाएं। अखिलेश ने कहा है कि स्ट्रांग रूम बंद होने के समय मौक़े पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ता इसके खुलने के समय भी ज़रूर मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि सभी जिला व शहर अध्यक्ष मतगणना अभिकर्ताओं के साथ 22 मई को बैठक कर लें। यह भी कहा है कि जहां रिटर्निंग आफिसर की मेज पर रखे कम्प्यूटर पर प्रत्याशियों को प्राप्त वोटों को दर्ज किया जाएगा। इस पर दर्ज आंकड़ों पर विशेष ध्यान दिया जाए।

नई दिल्ली: आय से अधिक संपत्ति मामले में सपा संस्थापक और सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश यादव को राहत मिली है। इस मामले में सीबीआई ने दोनों को क्लीन चिट दे दी है। सीबीआई ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है। हलफनामे में सीबीआई ने कहा है कि मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कोई सबूत नहीं मिले। बता दें, सीबीआई ने अप्रैल महीने में मुलायम सिंह यादव, अखिलेश और प्रतीक यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामले में सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करके बताया था कि उनके खिलाफ पीई 2013 में बंद कर दी गई है।

सीबीआई ने कहा था कि ये प्रारंभिक जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा था। सीबीआई ने कहा कि इसको लेकर हम जवाब दाखिल करेंगे और कोर्ट को बताएंगे कि आगे हम क्या करेंगे। वहीं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामें में मुलायम सिंह यादव ने दावा किया था कि सीबीआई की प्राथमिक जांच उन्हें क्लीन चिट दे चुकी है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजों तक 'वेट एंड वॉच' नीति पर अमल करेंगी। सोमवार को उनके और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच करीब एक घंटे तक विचार विमर्श हुआ। हालांकि, इस विचार-विमर्श में किन मुद्दों पर बात हुई इसके बारे में सही जानकारी तो नहीं लग पायी लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेताओं के बीच चर्चा का मुख्य मुददा एक्जिट पोल रहे होंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि भविष्य में पार्टी की क्या रणनीति रहेगी इसका खुलासा चुनाव का अंतिम परिणाम आने के बाद ही किया जाएगा लेकिन तब तक बहन जी लखनऊ में ही रहेंगी।

विभिन्न एग्जिट पोल के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सपा-बसपा गठबधंन उत्तर प्रदेश में भाजपा की 2014 की सीटों में कमी तो लाएगा लेकिन इसके बावजूद वह केंद्र में राजग को सरकार बनाने से नहीं रोक पायेगा। एक्जिट पोल में केंद्र में राजग की सरकार बनने के कयासों के बीच गठबंधन सहयोगी बसपा की प्रमुख मायावती से सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की।

लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने प्रदेश सरकार से स्वयं को बर्खास्त किये जाने का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने यह फैसला देर से लिया है। राजभर ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘हम फैसले का स्वागत करते हैं । मुख्यमंत्री जी ने यह फैसला देर से लिया है । यह निर्णय बीस दिन पहले लिया गया होता तो और अच्छा होता।’’ उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ उनकी पार्टी का गठगंधन नहीं हुआ और इसके बाद 13 अप्रैल को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फैसला स्वागत योग्य है। मंत्री पद से हटाये जाने पर मुझे कोई शिकवा शिकायत नही है।’’ राजभर ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में हम मात्र एक सीट मांग रहे थे। हम एक पार्टी हैं और अगर चुनाव नही लड़ेंगे तो जनता को क्या जवाब देंगे। अब हम अकेले चलेंगे और अपनी पार्टी की बात जनता तक पहुंचायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछड़े वर्ग के हित की लड़ाई लड़ी तथा यह लड़ाई लड़ते रहेंगे, योगी सरकार को सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने की फुर्सत नही मिली।

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