ताज़ा खबरें
उत्तराखंड के माणा में बर्फ में दबे 32 लोगों को बचाया, अभी 25 लापता
आतिशी ने विपक्षी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर अध्यक्ष को लिखा पत्र
असम चुनाव में कांग्रेस वोटर लिस्ट में बदलावों पर रखेगी पैनी नज़र
संभल की मस्जिद में अभी रंगाई पुताई नहीं होगी, हाई कोर्ट का फैसला

लखनऊ: लोकसभा चुनावों में भाजपा के शानदार जीत की तरफ बढ़ने के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार ने कहा कि सतर्क मतदाताओं ने विपक्षी दलों के ‘महागठबंधन' को खारिज कर दिया है। आदित्यनाथ ने बताया कि यह विपक्ष के लिए आत्मावलोकन और नकारात्मक राजनीति बंद करने का समय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतर्क मतदाताओं ने महागठबंधन की अवसरवादी और जातिवादी राजनीति को खारिज कर दिया है। उन्होंने पार्टी की ‘ऐतिहासिक जीत' का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को दिया।

योगी ने कहा कि मोदी जी ने पांच साल में इस देश को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए जो शानदार काम किया है, यह उसका परिणाम है। जनता ने एक तरीके से नकारात्मक राजनीति को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि विकास राष्ट्रवाद और सुशासन के मुद्दे पर जनता ने मोदी जी के नेतृत्व पर फिर से विश्वास किया है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की संगठनात्मक रणनीति से आम जन की उन भावनाओं को मतों में बदलने के लिए जो रणनीति बनी थी, यह जीत उसी का परिणाम है।

आगरा: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। चुनाव नतीजों को लेकर शुक्रवार को राज बब्बर ने एक ट्वीट किया, जिसमें यूपी में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने के संकेत दिए हैं। राज बब्बर ने लिखा, 'जनता का विश्वास हासिल करने के लिए विजेताओं को बधाई। यूपी कांग्रेस के लिए परिणाम निराशाजनक हैं। अपनी ज़िम्मेदारी को सफ़ल तरीके से नहीं निभा पाने के लिए ख़ुद को दोषी पाता हूं। नेतृत्व से मिलकर अपनी बात रखूंगा।'

राज बब्बर को कभी करिश्माई नेता माना जाता था। आगरा सीट पर सपा के टिकट पर उतरे तो एक नहीं, दो बार जीते। कांग्रेस में गए तो छा गए। एक तो ग्लैमर का जादू, दूसरा जमीनी पकड़, तीसरा राजनीति के फंडे भी अच्छी तरह आते हैं लेकिन वो अलग दौर था, मोदी लहर नहीं थी।

नई दिल्ली: सपा-बसपा-रालोद के महागठबंधन के बावजूद 'प्रचंड मोदी लहर' पर सवार भाजपा ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा है। अमेठी की जनता ने गुरुवार को गांधी परिवार के साथ अपना 39 साल पुराना नाता तोड़ लिया। 2014 में जिस जीत का स्वाद स्मृति ईरानी नहीं जीत पाईं था, उस जीत के स्वाद को उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीता। उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित अमेठी सीट पर मतगणना खत्म होने के बाद भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 55,120 वोटों से जीत की दर्ज की। अपनी जीत पर उन्होंने अमेठी की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने शुक्रवार सुबह एक ट्वीट करते हुए कहा, एक नयी सुबह अमेठी के लिए, एक नया संकल्प। धन्यवाद अमेठी शत शत नमन। आपने विकास पर विश्वास जताया, कमल का फूल खिलाया। अमेठी का आभार।

आपको बता दें कि स्मृति ईरानी को 4,68,514 वोट मिले जबकि प्रतिद्वंदी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 4,13,394 वोट हासिल हुए। जिलाधिकारी-जिला निर्वाचन अधिकारी राम मनोहर मिश्रा ने ईरानी के प्रतिनिधि विजय गुप्ता को जीत का प्रमाणपत्र सौंपा।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने चुनाव परिणाम आने के बाद ईवीएम को लेकर हमला बोलते हुये कहा कि जनता का विश्वास इससे हट गया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन ने जो सीटें उप्र में जीती हैं वहां इन लोगों ने ईवीएम में गड़बड़ी नहीं कराई ताकि जनता को शक न हो। उन्होंने कहा कि गठबंधन की पार्टियों बसपा, सपा और रालोद के सभी छोटे बड़े कार्यकर्ताओं ने पूरे तन-मन-धन से मेहनत और लगन से लगातार काम किया है। सभी का आभार प्रकट करती हूं खासकर सपा के प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद के अजित सिंह ने अपनी पूरी ईमानदारी से काम किया है।

मायावती ने चुनाव के परिणाम आने के बाद शाम को मीडिया से कहा, ''देश के राजनीतिक इतिहास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं समाज के दलित उपेक्षित वर्गों की सत्ता में भागीदारी भी बढ़ी है लेकिन इसे भी अब ईवीएम के माध्यम से सत्ताधारी पार्टी (भाजपा एंड कंपनी) ने पूरे तौर से हाईजैक कर लिया है।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख