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लखनऊ: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी में फेरबदल की कवायद शुरू हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में हार के कारणों पर मंथन किया। अखिलेश ने कई पूर्व मंत्रियों, विधायकों व अन्य नेताओं से फीडबैक लेकर चारों यूथ संगठनों को भंग कर दिया है। हालांकि अभी इसकी अधिकृत घोषणा नहीं हुई है। लोकसभा चुनाव में पार्टी के सिर्फ पांच सांसद जीते हैं। परिवार के सदस्यों में डिंम्पल, धर्मेंद्र व अक्षय यादव की हार हुई है। हार के कारणों को जानने के लिए अखिलेश यादव के साथ मुलायम सिंह भी पार्टी मुख्यालय पहुंचे। 

पिता-पुत्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह, अरविंद सिंह गोप, अवधेश प्रसाद, योगेश प्रताप सिंह, विधायक मनोज पारस समेत कई नेताओं से अकेले मिले और साथ में बैठकें कीं। माना जा रहा है कि जल्द ही जिला या लोकसभा क्षेत्रवार प्रमुख नेताओं को बुलाकर हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी।

नई दिल्ली: अमेठी में स्मृति ईरानी के करीबी भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह बरौलिया हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। यूपी पुलिस ने मामले में 3 संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि अमेठी में पूर्व ग्राम प्रधान की हत्या मामले में हमले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 2 की तलाश जारी है, जिन्हें जल्द ही दबोच लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक मिले साक्ष्य से राजनीतिक रंजिश हत्या की वजह लग रही है।

बता दें कि मृतक सुरेंद्र सिंह बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान थे, जिन्होंने अमेठी में भाजपा का जमकर प्रचार किया था, वो स्मृति ईरानी के साथ मंच पर भी नजर आते थे। बताया जा रहा है कि स्मृति ईरानी की जीत के बाद उनके गांव में जश्न मनाया गया था। हत्या शनिवार देर रात उनके घर पर सोते वक्त की गई थी। मालूम हो कि स्मृति ईरानी बरौलिया गांव पहुंचीं थीं और सुरेंद्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुईं थीं। स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढाये। इस दौरान वह काफी भावुक हो गईं। स्मृति ने सिंह के पार्थिव शरीर को कंधा भी दिया था।

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी की जीत के इस सिलसिले को देखते हुए अब सियासी पंडितों को मानना पड़ेगा कि अंकगणित के आगे भी आदर्शों और संकल्पों की एक 'केमेस्ट्री' होती है। मोदी ने भाजपा को देश में राजनीतिक हिंसा की सबसे बड़ी शिकार पार्टी करार देते हुए कहा कि इस हिंसा को एक प्रकार से मान्यता दी गयी है। यह हमारे सामने बहुत बड़ा संकट है।

 वाराणसी से दोबारा सांसद बनने के बाद पहली बार काशी आये मोदी ने कार्यकर्ताओं से खुलकर अपने दिल की बात कही। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में लोकतंत्र की नींव को और मजबूत कर रहा है लेकिन वर्ष 2014, 2017 और 2019 की चुनावी विजय की हैट्रिक कोई मामूली चीज नहीं है। तीन चुनाव के बाद भी अगर राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुलते तो समझना चाहिये कि उनके विचार, उनके तर्क 21वीं सदी के लिये नहीं रह गये हैं। मोदी ने कहा ‘‘इस हैट्रिक के बाद राजनीतिक पंडितों को मानना होगा कि अंकगणित के आगे भी एक 'केमेस्ट्री' होती है। देश में आदर्शों और संकल्पों की जो केमेस्ट्री है, वह पूरे अंकगणित को पराजित कर देती है। इस बार यही हुआ है।’’ 

वाराणसी: शहर के कोतवाल और बाबा की नगरी के नाम से विख्यात वाराणसी में बाबा विश्वनाथ की शरण में नरेंद्र मोदी नौवीं बार आए हैं। लगभग एक माह पहले नामांकन दाखिल करने के लिए नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे थे। अब भारी बहुमत के साथ 17वीं लोकसभा में पहुंचे पीएम मोदी सोमवार को शहर की जनता का आभार जताने पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने बाबा विश्वनाथ की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। पूजा में मोदी ने आधे घंटे का समय लिया। वास्तव में यह नौवां मौका था जब नरेंद्र मोदी बाबा काशी विश्‍वनाथ की शरण में पहुंचे।

कर्मस्‍थली के रूप में काशी को चुनने के बाद वह 21 बार वाराणसी आए हैं। 2014 में सांसद चुने जाने से पहले भी उन्‍होंने बाबा का आशीर्वाद लेकर ही पहली सभा की थी। इस बार भी पीएम मोदी के स्वागत के लिए नुक्कड़-नुक्कड़ लोगों का हुजूम जमा था। यही नहीं, लोगों ने गुलाब के फूल बरसाकर अपने प्रिय नेता का स्वागत किया। पीएम मोदी पर फूलों की बारिश करने के लिए 20 क्विंटल गुलाब के फूल खासतौर पर मंगाए गए। रास्‍ते भर पीएम मोदी के स्‍वागत में हजारों लोग सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर 'मोदी-मोदी' के नारे लगा फूल बरसा रहे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी सोमवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे वाराणसी पहुंचे।

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