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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार (10 मार्च) को बिलावर, कठुआ में नागरिकों की हत्या और गुलमर्ग में अश्लील फैशन शो को लेकर हंगामा देखने को मिला। सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की।

दरअसल, प्रश्नकाल शुरू होते ही एनसी और कांग्रेस के विधायक बिलावर में नागरिकों की हत्या पर चर्चा की मांग को लेकर खड़े हो गए। सदन में हंगामे के बीच, विधायक डॉ. रामेश्वर सिंह ने सदन के वेल में जाने की कोशिश की, लेकिन मार्शलों ने उन्हें रोक दिया। रामेश्वर सिंह पर 8 मार्च की रात बिलावर में हमला किया गया था।

वहीं स्पीकर ने एनसी सदस्यों से बार-बार व्यवधान पैदा करने से बचने और अपनी सीटों पर बैठने के लिए कहा। हालांकि, एनसी सदस्य अडिग रहे और अपना विरोध जारी रखा। सदन में हंगामे के बीच, कुपवाड़ा के विधायक मीर मोहम्मद फैयाज ने गुलमर्ग में अश्लील फैशन शो के आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

हंगामे के बीच, स्पीकर ने कहा कि बिलावर हत्याकांड पर सदन चर्चा नहीं कर सकता, क्योंकि यह मामला विधानसभा के अधिकार क्षेत्र से बाहर है।

जम्मू: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को जम्मू और कश्मीर का छह साल बाद पहला बजट प्रस्तुत किया और इसे आर्थिक विकास के लिए एक रोडमैप और जनता की आकांक्षाओं का सच्चा प्रतिबिंब बताया। विधानसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का विभिन्न क्षेत्रों में समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।

सीएम अब्दुल्ला ने कहा मुझे जम्मू और कश्मीर का वित्त मंत्री होते हुए पहला बजट प्रस्तुत करने में खुशी हो रही है। यह आर्थिक विकास के लिए एक रोडमैप है और जनता की आकांक्षाओं का सच्चा प्रतिबिंब है। जिन्होंने अपना बजट भाषण एक फारसी कविता से शुरू किया।

यह बजट पिछले साल अक्तूबर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार के सत्ता में आने के बाद पहला है, जब छह साल के बाद केंद्रीय शासन का समापन हुआ। जम्मू और कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया था, और 2018 में पीडीपी-बीजेपी सरकार के तहत आखिरी बजट सत्र हुआ था।

राजौरी: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर फायरिंग की है। बताया जा रहा है कि यह हमला सुंदरबनी इलाके में हुआ है।

किसी जवान के हताहत या घायल होने की कोई पुष्टि नहीं

सुंदरबनी इलाके के एक गांव में दोपहर 1:30 बजे के आसपास यह हमला हुआ। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, आतंकियों ने सेना के वाहन पर एक से दो राउंड फायरिंग की। यह घटना सुंदरबनी से लगभग 6 किलोमीटर दूर पांडवों द्वारा निर्मित ऐतिहासिक गंदेह मंदिर के साथ वाले जंगल क्षेत्र में घटी।

इस आतंकी हमले के समय सेना का वाहन गश्ती कर रहा था। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस घटना में भारतीय सेना के किसी भी जवान के हताहत या घायल होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।

वहीं, भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन घटना के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान या पुष्टि नहीं की गई है।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को तीन सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इनमें एक पुलिस कांस्टेबल, एक शिक्षक और वन विभाग का कर्मचारी शामिल हैं। उपराज्यपाल ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311(2)(सी) के तहत इन कर्मचारियों को बर्खास्त किया क्योंकि जांच में यह पाया गया कि इनकी आतंकवादी संगठनों से संबंध थे। यह कार्रवाई उपराज्यपाल द्वारा सुरक्षा समीक्षा बैठक के अगले दिन की गई थी, जिसमें उन्होंने आतंकियों और उनके नेटवर्क के खिलाफ अभियान का निर्देश दिया था।

फिरदौस अहमद भट (कांस्टेबल जम्मू कश्मीर पुलिस)

फिरदौस भट्ट जो 2011 में कांस्टेबल बना था जिसने लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी संगठन के लिए काम किया। मई 2024 में आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया और वर्तमान में वे कश्मीर के कोट भलवाल जेल में बंद हैं। भट्ट ने आतंकवादी हमलों के लिए हथियारों की आपूर्ति करने में मदद की थी और कई पुलिस अधिकारियों को भी धमकियां दी थीं।

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