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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को यात्रियों को लेकर जा रही एक बस सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई। जिसमें 36 लोगों की मौत और 19 लोग घायल हुए हैं। जम्मू के डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार ने कहा कि यह बस बटोटे-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर त्रुंगल-अस्सार के पास सड़क से फिसल गई और 300 फुट नीचे खाई में गिर गई।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, "दुर्घटना स्थल पर डीसी डोडा हरविंदर सिंह से मिला अपडेट साझा करते हुए दुख हो रहा है। दुर्भाग्य से 36 लोगों की मौत हो गई और 19 घायल हो गए, जिनमें से 6 घायलों की हालत गंभीर हैं।" उन्होंने कहा कि घायलों को डोडा और किश्तवाड़ के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

पीएम मोदी ने जताया हादसे पर दुख

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू एवं कश्मीर के डोडा में एक सड़क हादसे में लोगों की मौत पर बुधवार को शोक जताया और मृतक और घायलों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन केंद्र डल झील में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई, जिसमें करोड़ों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई। हाउसबोट में आग लगने से बांग्लादेश के तीन पर्यटकों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आज सुबह भीषण आग में झील पर कई हाउसबोट जलकर राख हो जाने के कुछ घंटों बाद शव मिले।

बताया जा रहा है कि हाउसबोट में लगी आग में मारे गए तीनों पर्यटक बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो सफीना हाउसबोट में ठहरे थे. यह हाउसबोट आग लगने से पूरी तरह नष्ट हो गई। पुलिस ने कहा कि डल झील के घाट नंबर 9 के पास एक हाउसबोट में आग लगी, जो तेजी से फैल गई और अन्य हाउसबोटों को अपनी चपेट में ले लिया। हाउसबोट लकड़ी की बनी होती हैं. इसलिए जब तब मदद पहुंची, तब तक आग काफी फैल चुकी थी. जिला प्रशासन ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है और घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कम से कम पांच हाउसबोट नष्ट हो गई हैं, कुछ अन्य को नुकसान हुआ है।

श्रीनगर: कश्मीर घाटी में दहशतगर्दों ने एक बार फिर आतंकी हमले को अंजाम दिया है। ये लगातार तीसरा दिन है जब हमला हुआ है। आज बारामूला में जम्मू-कश्मीर पुलिस के हेड कांस्टेबल गुलाम मोहम्मद डार को उनके घर के पास गोली मारी गई। वारदात को अंजाम देकर आतंकी मौके से फरार हो गए। वहीं घायल पुलिसकर्मी को लोगों ने अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है। हालांकि कि डॉक्टर उनकी जान बचाने में कामयाब नहीं रहे।

इससे पहले आतंकी बीते 48 घंटे में भी दो वारदातों को अंजाम देकर घाटी में दहशत फैला चुके हैं। पहले पुलवामा में 29 अक्तूबर को यूपी के मजदूर को गोली मारी गई फिर श्रीनगर में 30 अक्तूबर को क्रिकेट खेल रहे पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी को गोली मारकर घायल कर दिया।

आतंकियों की बढ़ती सक्रियता के मद्देनजर कश्मीर के सभी जिलों में अलर्ट कर दिया गया है। विशेष नाके लगाकर वाहनों तथा पैदल आने जाने वालों की तलाशी ली जा रही है। पुलिस के अनुसार हमले में लश्कर-ए-ताइबा के दो आतंकी शामिल रहे हैं। इनमें से एक पुलवामा का रईस डार है।

लेह: 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने कारगिल में लद्दाख पहाड़ी स्वायत्त विकास परिषद (एलएएचडीसी) के चुनावों में बीजेपी को शिकस्त दे दी है।

26 सीटों वाली लद्दाख परिषद के चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बीजेपी को काफी पीछे छोड़ दिया। अभी तक जिन 22 सीटों के नतीजे घोषित किए गए, उनमें से कांग्रेस ने आठ सीटों पर, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, बीजेपी ने महज 2 सीटें हासिल की हैं। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने भी जीत दर्ज की है। इसके बाद वोटिंग अधिकार रखने वाले चार सदस्यों को उपराज्यपाल बाद में नामित करेंगे।

कांग्रेस को मिल रही जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी की लहर है। पार्टी नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा का व्यापक असर चुनावों में देखने को मिल रहा है। लद्दाख की जनता ने खुलकर कांग्रेस को समर्थन दिया है। उधर, नेशनल कांफ्रेंस के समर्थकों के बीच भी खुशी देखी जा रही है।

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