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धनबाद: धनबाद में एडीजे उत्तम आनंद की पीछे टक्कर मारने में जिस ऑटो का इस्तेमाल हुआ, उसकी मालकिन का पति रामदेव फरार है। पुलिस ने बुधवार से गुरुवार तक कई बार उसकी तलाश में घर में छापा मारा। रामदेव तो नहीं मिला इसलिए उनके पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जब उसका ऑटो चोरी हुआ था, उसने केस भी दर्ज नहीं करवाया। गुरुवार को 10 बजे उसने पत्नी और बेटे को केस दर्ज करवाने भेजा। जबकि ऑटो से वारदात को अंजाम बुधवार सुबह दिया गया।

पत्नी ने पुलिस को बताया कि बुधवार की सुबह ही उनका ऑटो चोरी हुआ, क्योंकि जब उन्होंने सुबह उठकर देखा तो ऑटो घर के बाहर नहीं खड़ा था। पुलिस ने जानकारी दी कि रामदेव का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। उसके खिलाफ डकैती समेत कई आरोप दर्ज हैं। वह डकैती के आरोप में जेल भी जा चुका है। साथ ही उस पर पत्थरमार गिरोह का सरगना होने का भी आरोप है। रामदेव के जिस ऑटो के जरिए जज की जान ली गई उसे रामदेव ने 3 महीने पहले खरीदा था।

ऑटो चलाने के मामले में दो लोग गिरफ्तार
वहीं पुलिस ने जज को ऑटो से ठोकर मारकर जान लेने वाले लखन वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया है। दोनों का आपराधिक बैकग्राउंड है। दोनों नशा करते हैं और नशे के जुगाड़ के लिए चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे। राहुल और लखन के घर पर जाकर पुलिस को पता चला कि दोनों चार दिनों से गायब थे। इलाके के लोग भी दोनों की हरकतों से काफी परेशान हैं। राहुल नशे के लिए चोरी के आरोप में रिमांड होम भी जा चुका है। वह गणेश पूजा के दौरान मोबाइल चुराते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ था।

हाइप्रोफाइल केस पर सुनवाई कर रहे जज
गौरतलब है कि बुधवार की सुबह धनबाद के रणधीर वर्मा चौक के पास ऑटो ने जज उत्तम आनंद को टक्कर मारकर भाग निकला था। बाद में सीसीटीवी फुटेज देखने से साफ हुआ कि यह एक महज हादसा नहीं है। हादसे ही जगह हत्या की आशंका व्यक्त की गई। बता दें कि एडीजे 8 उत्तम आनंद जिले के हाइप्रोफाइल रंजय सिंह की हत्या के मामले की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। जनवरी 2017 में रंजय की हत्या हुई थी। कुछ दिन पूर्व ही शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जज उत्तम आनंद ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

 

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