ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद हड़ताल खत्म कर दी है। इससे पहले ममता बनर्जी ने सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए नोडल अधिकारियों को नियुक्त करने के पुलिस को निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने सप्ताहभर से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास में सोमवार को हड़ताली चिकित्सकों के साथ बैठक की। केवल दो क्षेत्रीय न्यूज चैनलों को राज्य सचिवालय में बनर्जी और जूनियर डॉक्टरों के बीच हुई बैठक को कवर करने की अनुमति दी गई।

ममता ने आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक में कहा कि राज्य सरकार ने किसी भी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमने पर्याप्त कदम उठाए हैं, एनआरएस अस्पताल में हुई घटना में कथित तौर पर लिप्त पांच लोगों को गिरफ्तार किया। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में जूनियर डॉक्टरों के ज्वाइंट फोरम ने कहा कि काम करते हुए हमें डर लगता है, एनआरएस के डॉक्टरों से मारपीट करने वालों को ऐसी सजा दी जाए जो दूसरों के लिए उदाहरण हो। इससे पहले ममता बनर्जी आंदोलनरत चिकित्सकों के साथ बातचीत की लाइव कवरेज के लिए राजी हो गई हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के हड़ताली चिकित्सकों ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बातचीत के जरिए गतिरोध खत्म करने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने कहा कि विसंगतियों से बचने के लिए बातचीत का मीडिया कवरेज होना चाहिए। हड़ताल के छठे दिन जनरल बॉडी की बैठक के बाद एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के विरोध कर रहे चिकित्सकों के एक प्रतिनिधि ने मीडिया से कहा, "हमारी मुख्यमंत्री का अंतिम प्रेस साक्षात्कार विसंगतियों से भरा है, जिसकी वजह से हमारे विरोध प्रदर्शन व सरकार के इस पर प्रतिक्रिया के पीछे गलत मंशा बताई गई। इसलिए स्पष्टीकरण की जरूरत है।" इस हड़ताल से सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इस बैठक में हड़ताल में भाग ले रहे दूसरे अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

उन्होंने कहा, "हम मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के के जरिए इस गतिरोध को तत्काल समाप्त करना चाहते हैं, जो पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बंद दरवाजों के पीछे नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री स्थल चुन सकती है, लेकिन उस जगह पर सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों व राष्ट्रीय मीडिया को समायोजित करने की क्षमता होनी चाहिए।"

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में जारी गतिरोध के दूर होने के आसार शनिवार रात नजर आए जब आंदोलन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वे प्रदर्शन खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत को तैयार हैं लेकिन मुलाकात की जगह वे बाद में तय करेंगे। इससे पहले शाम में उन्होंने राज्य सचिवालय में बनर्जी के साथ बैठक के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और इसकी बजाए उनसे गतिरोध सुलझाने को लेकर खुली चर्चा के लिए एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल आने को कहा था।

शनिवार देर रात जूनियर डॉक्टरों के संयुक्त फोरम ने संवाददाता सम्मेलन बुलाया। फोरम के प्रवक्ता ने कहा, “हम हमेशा से बातचीत के लिए तैयार हैं। अगर मुख्यमंत्री एक हाथ बढ़ाएंगी तो हम हमारे 10 हाथ बढ़ाएंगे.. हम इस गतिरोध के खत्म होने की तत्परता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।' प्रदर्शनरत डॉक्टरों ने कहा कि वे बैठक के लिए प्रस्तावित स्थान को लेकर अपने संगठन के फैसले का इंतजार करेंगे।

बैकफुट पर ममता, डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील

इस बीच, डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर चौतरफा घिरीं ममता बनर्जी ने रुख नरम करते हुए डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की है।

नई दिल्ली: केंद्र ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा और वहां चल रही डॉक्टरों की हड़ताल पर राज्य सरकार से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्र ने शनिवार को यह कदम उठाया। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को हड़ताल पर गए डॉक्टरों की सभी मांगे मानते हुए उनसे काम पर लौटने की अपील की है। जबकि डॉक्टरों ने फिलहाल हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। राज्य में पिछले चार बरसों में राजनीतिक हिंसा में लगभग 160 लोग मारे गए हैं।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर और दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए इस तरह की घटनाओं की जांच के संबंध में राज्य सरकार से एक रिपोर्ट मांगी गई है। अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की चल रही हड़ताल पर भी एक अन्य विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। राज्य में डॉक्टरों की हड़ताल से चिकित्सा सेवाएं चरमरा गई हैं। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को हड़ताल पर गए डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि अस्पताल में मरीजों की हालत खराब है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख