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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को हड़ताल पर गए डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि अस्पताल में मरीजों की हालत खराब है। ममता ने कहा कि आंदोलनकारी डॉक्टरों से उनकी बातचीत विफल हो गई है, लेकिन बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले हैं। उन्होंने कहा, 'मैं डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील करती हूं। हजारों मरीज इलाज का इंतजार कर रहे हैं।" 

ममता ने कहा, "हम उनकी सभी मांगें स्वीकार करते हैं। मैंने अपने मंत्रियों और मुख्य सचिव को डॉक्टरों से मिलने के लिए भेजा था। डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए कल (शुक्रवार) और आज करीब 5 घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए। आपको संवैधानिक संस्थाओं को सम्मान देना होगा।" इसके आगे उन्होंने कहा, "हमने एक भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया। हम किसी को पुलिस थाने लेकर नहीं गए। स्वास्थ्य सेवाएं इस तरह से बाधित नहीं होनी चाहिए। मैं कोई सख्त कार्रवाई करने नहीं जा रही हूं। सदबुद्धि आए।"

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के तीन कार्यकतार्ओं की कथित रूप से गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। डोमकल पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा, “डोमकल के कुचियामोरा गांव में कुछ अराजक तत्वों ने कथित रूप से तीनों पर गोलीबारी की और उन पर बम फेंके जिसमें वे मारे गए। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।”

भाजपा पर आरोप

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, उन्होंने कहा, “हमने सुना है कि वे तृणमूल कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता थे। हमारे अधिकारी जांच कर रहे हैं कि हमले के पीछे क्या कोई राजनीतिक रंजिश थी।” दो मृतकों के परिजनों ने हत्या के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों पर आरोप लगाया है। एक मृतक के रिश्तेदार ने कहा, “ये लोग (भाजपा) हत्या के एक अन्य मामले में भी दोषी हैं। वे मेरे पीछे पड़े थे क्योंकि मैं उस मामले में गवाह हूं। कल, वे यहां आए और मुझे घर पर नहीं पाकर मेरे चाचा तथा तथा भतीजे की हत्या कर दी।”

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में एक जूनियर डॉक्टर से मारपीट के बाद शुरू हुए विवाद और डॉक्टरों की हड़ताल के बीच राज्य भर के 3०० से अधिक डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बिना शर्त माफी की मांग को लेकर शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल के 175 डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले आर जी कर अस्पताल के 95 डॉक्टरों ने एक साथ इस्तीफा दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि मुख्यमंत्री गुरुवार को एसएसकेएम के दौरे के दौरान डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर की गयी टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांगे अन्यथा वे एक साथ नौकरी छोड़ देंगे।

 ममता बनर्जी ने कल हड़ताली डॉक्टरों को चार घंटे के भीतर काम पर लौटने अथवा उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि हड़ताली डॉक्टरों के बीच बाहरी लोग भी शामिल हैं। एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में राज्य में सोमवार से शुरू हुए इस विवाद के बाद अस्पताल के प्रिंसिपल के इस्तीफे के बाद सागर दत्ता अस्पताल के 18 वरिष्ठ डॉक्टरों और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कई डॉक्टरों ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में डॉक्टर के ऊपर हुए हमले के खिलाफ में पिछले कुछ दिनों से चल रहा आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के हड़ताल को देश के विभिन्न इलाकों से अन्य डॉक्टरों का समर्थन मिल रहा है। इधर बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संपर्क साधने की कोशिश की है, मगर अब तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि 'मैंने मुख्यमंत्री से संपर्क करने की कोशिश की है, मैंने उन्हें फोन किया है, इस समय तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, अगर उनका फोन आता है तो हम इस मामले पर चर्चा करेंगे। मैंने उन्हें बुलाया है, उन्हें आने दीजिए पहले।' बता दें कि बंगाल में अब तक सैकड़ों डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में आंदोलनकारी चिकित्सकों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की।

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