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कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के पार्षदों तथा विधायकों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा किये बगैर कहा कि अब चुनावों के दौरान टिकट वितरण में विशेष सावधानी बरतनी होगी और जो लोगों के हितों में अच्छा काम करेंगे केवल उन्हीं को टिकट दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पार्टी के पार्षदों और निगम निकाय अध्यक्षों की बैठक को यहां संबोधित करते हुए कहा,‘‘लोग समय के साथ अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता बदले लेते हैं। लेकिन याद रखना जरूरी है कि राजनीति का मतलब लोगों की सेवा है, जिसे मैंने हमेशा ही किया।’’
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि लोगों के हितों में काम करने वाले को ही चुनावों में पार्टी का टिकट दिया जाय। गौरतलब है कि पार्टी के कई पार्षद और कुछ विधायक तृणमूल को छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बनर्जी ने फिर से दोहराया कि लोकसभा चुनाव के दौरान वोटों को लेकर कई प्रकार की गड़बड़यिां की गयीं और इसीलिए उनकी पार्टी ने नया नारा ‘मशीनें नॉय, बैलोट चाई हमें मतपत्र चाहिए ना कि इलेक्ट्रालिक वोटिंग मशीन ईवीएम)।’ उन्होंने कहा कि 30 प्रतिशत इलाकों में ईवीएम खराब पायी गयी।
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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी लगातार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को झटके पर झटका दे रही है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पहले ममता बनर्जी को सीटों से नुकसान पहुंचाया, उसके बाद फिर बारी-बारी से तृणमूल कांग्रेस के विधायकों और पार्षदों को अपनी पार्टी में शामिल कराकर मुख्यमंत्री को झटका दे रही है। मंगलवार को टीएमसी बोनगांव के विधायक विश्वजीत दास ने भाजपा का दामन थामा। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और मुकुल रॉय की उपस्थिति में दिल्ली में टीएमसी विधायक विश्वजीत दास और 12 टीएमसी पार्षद भाजपा में शामिल हुए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने भी थामा कमल
इतना ही नहीं, इस बार कांग्रेस को भी झटका लगा है. क्योंकि कांग्रेस के प्रवक्ता प्रसेनजीत घोष ने भी आज दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया। बता दें कि इससे पहले सोमवार को पश्चिम बंगाल में नोआपाड़ा के टीएमसी विधायक सुनील सिंह तृणमूल के 12 पार्षदों एवं कांग्रेस के एक पार्षद के साथ भाजपा में शामिल हुए।
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कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा का दामन थामने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर बरसते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बागी नेताओं को ‘‘लालची और भ्रष्ट’’ बताते हुए कहा कि भगवा पार्टी ‘‘कचरा बटोर रही है।’’ तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि वह ‘‘धोखेबाजों’’ का स्थान ‘‘समर्पित सदस्यों’’ को देंगी और जो लोग ‘‘भाजपा में शामिल होने को लेकर असमंजस में हैं’’ वह तुरंत पार्टी छोड़कर चले जाएं। मई के अंतिम सप्ताह में लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद से अब तक पार्टी के तीन विधायकों और पांच स्थानीय निकाय के ज्यादातर पार्षदों के भाजपा में शामिल होने की पृष्ठभूमि में बनर्जी का यह बयान आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें उन भ्रष्ट और लालची नेताओं की चिंता नहीं है जो दूसरी पार्टी में जा रहे हैं। वे भाजपा में इसलिए शामिल हुए हैं, क्योंकि उन्हें अपनी करनी का फल मिलने का अंदेशा सता रहा था।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है।
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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और पार्टी के 12 पार्षदों ने सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया। नोआपाड़ा के विधायक सुनील सिंह तृणमूल के 12 पार्षदों एवं कांग्रेस के एक पार्षद के साथ भाजपा में शामिल हो गए। इस दौरान यहां पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल राय भी मौजूद थे।
सुनील सिंह सांसद अर्जुन सिंह के रिश्तेदार हैं। अर्जुन लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव उन्होंने बैरकपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीता है। तृणमूल कांग्रेस में कभी दूसरे नंबर के नेता रह चुके राय ने कहा कि अबतक विभिन्न दलों से दस विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं।
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