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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की सरकार पर कट मनी लिये जाने के आरोपों पर बुधवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली तथा उन्हें शांत करवाते हुए लोकसभा अध्यक्ष को यहां तक कहना पड़ा कि 'सदन को बंगाल विधानसभा मत बनाइए। भाजपा की लॉकेट चटर्जी ने मंगलवार को सदन में शून्यकाल के दौरान आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में जन्म से लेकर मृत्यु तक हर जगह कट मनी ली जाती है।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और राज्य सरकार पर इस तरह का आरोप लगाया था जिसे लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई थी। इस मुद्दे को रेखांकित करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने बुधवार को सदन में कहा कि भाजपा सदस्य ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर आरोप लगाये जो इस सदन में उपस्थित नहीं हैं। इसलिए इस संबंध में कही गयी बातों को सदन के रिकार्ड से निकाला जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था के प्रश्न को सदन में नहीं उठाया जा सकता।

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को केन्द्र की तरफ से झटका लगा है। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर 'बांग्ला' रखने के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया है। पश्चिम बंगाल विधानसभा ने 2016 में राज्य का नाम पश्चिम बंगाल से बदलकर बांग्ला करने का प्रस्ताव पारित किया था। उस प्रस्ताव में यह प्रावधान था कि पश्चिम बंगाल का नाम बंगाली में बांग्ला, अंग्रेजी में बेंगॉल और हिन्दी में बंगाल रहेगा। विपक्षी कांग्रेस, भाजपा और वाम दलों ने इसका विरोध किया था।

केन्द्र सरकार ने भी राज्य के तीन नामों पर कुछ आपत्ति जतायी थी जिसे देखते हुए राज्य मंत्रिमंडल ने आठ सितम्बर 2017 को एक प्रस्ताव पारित कर सभी भाषाओं में नाम बांग्ला रखने का निर्णय लिया था। वहीं, राज्य सभा में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने इस बात से इनकार किया है कि सरकार ने पश्चिम बंगाल सरकार के प्रस्तावित बंगला नाम को पश्चिम बंगाल के लिए मंजूरी दे दी है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीस्ता विवाद पर बांग्लादेश के आहत होने की बात कहते हुए मंगलवार को कहा कि अगर स्थिति अनुकूल होती तो वह मैत्रीपूर्ण पड़ोसी देश के साथ नदी का जल साझा करतीं। बनर्जी ने यहां विधानसभा में कहा, वे (बांग्लादेशी) आहत है क्योंकि हम उनके साथ तीस्ता के पानी का बंटवारा नहीं कर सके। अगर मुझमें क्षमता होती तो मैं उनके साथ निश्चित तौर पर तीस्ता का पानी साझा करती। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। बांग्लादेश हमारा मित्र है और इसमें कोई शक नहीं है।

उन्होंने कहा, जब ज्योति बसु मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने भी फरक्का बैराज से बांग्लादेश के साथ पानी साझा किया था। तीस्ता जल बंटवारा समझौते पर सितंबर 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बांग्लादेश दौरे के दौरान हस्ताक्षर होने थे लेकिन बनर्जी की आपत्तियों के कारण आखिरी क्षण में इस समझौते को स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश के साथ तीस्ता जल बंटवारा समझौते का विरोध करते हुए कहा था कि उनके क्षेत्र के लोगों को ''एक बूंद पानी भी नहीं मिलेगा।

मेदिनीपुर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के नारायणगढ़ में तृणमूल कांग्रेस पार्टी का एक कार्यकर्ता मृत अवस्था में मिला। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोमवार को 42 वर्षीय गणेश भूनिया का शव उनके खेत के निकट की सड़क पर पड़ा मिला। वह शनिवार रात में एक अज्ञात व्यक्ति के फोन कॉल के बाद बाहर निकले थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।

जिला पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है और उन्हें जल्द ही इस संबंध में सबूत मिलने की उम्मीद है। पड़ोसी झारग्राम जिले में भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत के 24 घंटे बाद यह मामला सामने आया है। तृणमूल कांग्रेस ने भूनिया की हत्या के पीछे भाजपा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार बताया है जबकि भाजपा ने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस की आपसी लड़ाई को जिम्मेदार ठहराया।

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