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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: शहर के दक्षिणी हिस्से में स्थित पंडितिया रोड पर चलती गाड़ी में सवार लोगों ने कथित तौर पर पैदल चल रहे कुछ लोगों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंका। जिससे पांच महिलाओं समेत छह लोग घायल हो गए। शहर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में बताते हुए कहा कि यह घटना बीती रात करीब 9:30 हुई, जब पीड़ित वहां से पैदल जा रहे थे। स्थानीय लोगों ने गाड़ी का पीछा किया, लेकिन ड्राइवर और उसमें सवार लोग गाड़ी छोड़कर भाग गए। उन्होंने बताया कि कार सवार लोगों ने पैदल चल रहे लोगों पर हमला किया और उनके निशाने पर कोई व्यक्ति विशेष नहीं था।

कोलकाता पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) मिराज खालिद ने कहा कि हमने गाड़ी की पहचान कर ली है। रविंद्र सरोवर पुलिस थाने में एक मामला दर्ज किया गया है। हम चश्मदीदों और पीड़ितों से बात कर रहे हैं। जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि ड्राइवर रिकी मंडल अभी पकड़ से दूर है, गाड़ी के मालिक ने उसे काम पर रखा था। हमने कालीघाट इलाके के उस कमरे की पहचान कर ली है, जहां वह ठहरा था, लेकिन वह कमरे में नहीं मिला, उसकी तलाश जारी है।

कोलकाता: अपनी सियासी रणनीति में बदलाव का संकेत देते हुए भाजपा ने पश्चिम बंगाल में आगामी पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। इस तरह उसकी नजर राज्य में सियासी रूप से अहम अल्पसंख्यक वोटों पर है। ग्रामीण क्षेत्रों में 14 मई को होने वाले चुनाव में इस बार भाजपा ने अल्पसंख्यक समुदाय से 850 से अधिक लोगों को टिकट दिए हैं। वर्ष 2013 में हुए पंचायत चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले उम्मीदवारों की संख्या 100 से भी कम थी।

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अल्पसंख्यक समुदाय तक पहुंच की बीजेपी की कोशिश को खास महत्व नहीं दे रही। तृणमूल का कहना है कि उक्त समुदाय का ममता बनर्जी पर भरोसा बरकरार है। तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को हम पर पूरा भरोसा है। भाजपा अल्पसंख्यकों का नामांकन कर रही है और राज्य में दंगों को हवा दे रही है।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने 2016 के विधानसभा चुनाव का उदाहरण दिया जब पार्टी की 294 उम्मीदवारों की सूची में महज छह उम्मीदवार ही मुस्लिम थे। उन्होंने कहा, ‘पार्टी की सियासी रणनीति में यह एक बड़ा बदलाव है, अब वह अधिक संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों को उतार रही है।’

जलपाईगुड़ी: तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए मुकुल रॉय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने ममता दी से पूछा है कि उनके पास 1200 करोड़ रुपये की संपत्ति कहां से आयी? वह भी महज छह साल में। वर्ष 2012 से 2018 के बीच।

दरअसल, मुकुल रॉय पर रेल मंत्री रहते सरकारी रकम का गबन करने का आरोप लगा है। इसके जवाब में उन्होंने ममता बनर्जी पर पलटवार किया। साथ ही कहा कि उनके साले को गिरफ्तार करने के बाद अब उनकी (मुकुल की) गिरफ्तारी की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे वह डरने वाले नहीं हैं। जेल जाने से नहीं डरते।

मुकुल राय ने शनिवार को घुघुडांगा की जनसभा में कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर 18 साल की उम्र के हर लड़के लड़की को स्मार्ट फोन दिया जायेगा। केंद्र सरकार केशलेस अर्थव्यवस्था की पक्षधर है। इसके लिए सरकार स्मार्टफोन देना चाहती है ताकि युवा पीढ़ी कैशलेस व्यवस्था को अपना सके।

कोलकाता: लेफ्टफ्रंट का सबसे बड़ा धड़ा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं है। इस बात का खुलासा पार्टी ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान किया और कहा कि पार्टी अब किसी कीमत पर कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

रविवार को आयोजित हुई सीपीआईएम मीट के बाद हुई वोटिंग में इस बात पर फैसला कर लिया गया कि वामपंथी दल आगामी आम चुनाव में अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगी। हालांकि मीटिंग में यह भी तय किया गया कि पार्टी की ओर से पास इस प्रस्ताव को अप्रैल में हैदराबाद में होने वाली सीपीएम-कांग्रेस की बैठक में औपचारिक रूप से अपनाने के लिए रखा जाएगा।

इस संदर्भ में सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने बताया कि आम चुनावों में सीपीआईएम के कांग्रेस के साथ जाने या न जाने को लेकर पिछले तीन दिनों से बहस हो रही थी। जिसमें प्रकाश करात का खेमा आम चुनावों में अकेले पार्टी के चुनाव लडऩे के पक्ष में था, जबकि दूसरा खेमा गठबंधन के लिए तैयार था। तीन दिनों तक इस मामले में मतभेद होने के कारण कोई नतीजा नहीं निकल सका।

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