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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

अहमदपुर (पश्चिम बंगाल):पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन तलाक पर लाये गए विधेयक को ‘दोषपूर्ण’ बताते हुए कहा कि इससे मुस्लिम महिलाओं को फायदा से अधिक नुकसान होगा।

उन्होंने भाजपा पर मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को लेकर ‘राजनीति करने’ का आरोप लगाया जो हाल ही में लोकसभा में पारित हुआ। ममता ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने तीन तलाक विधेयक का विरोध इसलिए नहीं किया कि यह महिलाओं से संबंधित है। मुझे मालूम है कि कई मुसलमान नियमों से बंधे हुए हैं। भाजपा सरकार द्वारा लाया गया यह विधेयक दोषपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम महिलाओं के संरक्षण की बजाय यह उन्हें नुकसान पहुंचाएगा। भाजपा इस विधेयक को लेकर निचले स्तर की राजनीति कर रही है।’’ ममता ने दावा कि उनकी तृणमूल कांग्रेस देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसकी 33 प्रतिशत सांसद महिलाएं हैं।

कोलकाता: तीन तलाक मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक इशरत जहां भाजपा में शामिल हो गई हैं। यह जानकारी भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के महासचिव सायंतन बसु ने रविवार को दी। बसु ने बताया इशरत जहां शनिवार को हावड़ा स्थित हमारे कार्यालय में भाजपा में शामिल हुईं।

सूत्रों ने बताया कि इशरत को भाजपा की हावड़ा इकाई ने सम्मानित किया और फिर पार्टी में उन्हें शामिल किया। बसु ने कहा कि उन्हें सम्मानित करने के लिये राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन होना बाकी है।

तीन तलाक मामले में इशरत जहां पांच याचिकाकर्ताओं में से एक थीं। उनके पति ने दुबई से 2014 में फोन पर तीन बार 'तलाक बोलकर उन्हें तलाक दे दिया था।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा ने अपनी रणनीति बदलने मजबूर कर दिया है। पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में भाजपा के बढ़ते प्रभाव ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऐसा करने के लिए मजबूर किया है। ममता बनर्जी बीरभूम में अगले महीने ब्राह्मण सम्मेलन को संबोधित कर सकती हैं। इसे ममता सरकार के सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड की तरह देखा जा रहा है।

ममता बनर्जी अब अपने कार्यक्रमों से खुद के 'सहिष्णु हिंदू' होने का संदेश दे रही हैं। बीते मंगलवार को राज्य की सीएम ने अपने गंगासागर दौरे के दौरान कपिलमुनि आश्रम में मुख्य पुजारी के साथ करीब एक घंटा बिताया। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं इस जगह दोबारा आऊंगी।' ममता के इस कदम को उनकी अल्पसंख्यक समर्थक छवि को काउंटर करने के तौर पर देखा जा रहा है।

जिस तरह भारतीय जनता पार्टी का जनाधार लगातार राज्य में बढ़ रहा है, उसकी काट निकालते हुए ममता बनर्जी ने ये फैसला लिया है। बता दें कि बीते दिनो राज्य में हुए उपचुनावों में सबांग और दक्षिण कांति जैसी जगहों पर भाजपा के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है। ये दोनों ही जगह ऐसी हैं, जहां भाजपा कभी भी बहुत अच्छी स्थिति में नहीं रही।

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोजवैली चिटफंड मामले में आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के शोरूम से 40 करोड़ रुपये से अधिक के आभूषण जब्त किये हैं। आभूषणों में हीरा, माणिक, नीलमणि और सोना शामिल है। आपको बता दें कि ईडी ने कोलकाता स्थित आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन के तीन ज्वेलरी शोरूम की बुधवार को तलाशी ली थी। कथित तौर पर आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन ने चिटफंड घोटाले के आरोपीर गौतम कुंडू के स्वामित्व वाले रोजवैली ग्रुप के विभिन्न फर्मो से कर्ज लिया था। ईडी ने एक बयान जारी कर कहा, 'एजेंसी ने कुछ दस्तावेजों के साथ, 22 कैरेट का 72 किलो सोना, 18 कैरेट के 18 किलो गहना, हीरा और कीमती पत्थर आद्रिजा गोल्ड कॉरपोरेशन से जब्त किये हैं।' साल 2014 में ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत रोजवैली और इसके चेयरमैन गौतम कुंडू के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी। कुंडू को 2015 में गिरफ्तार किया गया था। एजेंसी रोजवैली ग्रुप में जमा धन लेने वाली कंपनियों से पैसे निकालकर उसे दूसरे काम में लगाने की जांच कर रही है। एक अधिकारी के मुताबिक, रोजवैली के मुख्य फर्मो से पैसे निकालने का एक चैनल के रूप में सामने आने पर एजेंसी का ध्यान ज्वेलरी कंपनी की ओर गया। साल 2016 में रोजवैली चिटफंड घोटाले में ईडी ने आठ होटलों और 12 कीमती कारों, जिनके मूल्य 1,250 करोड़ रुपये थे, समेत कंपनी की परिसंपत्तियां जब्त की थीं। चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में हजारों लोग कथित तौर पर धोखधड़ी के शिकार हुए थे।

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