ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

कोलकाता: भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष ने यह कह कर अपनी पार्टी में असहज स्थिति पैदा कर दी कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के देश की पहली बंगाली प्रधानमंत्री बनने की अच्छी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि पीएम बनने की इस लिस्ट में पहला नाम ममता बनर्जी का है और अच्छा होगा कि अगर कोई बंगाली पीएम बने। ज्योति बसु नहीं लेकिन हां ममता बनर्जी पीएम बन सकती हैं।

ममता को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए घोष ने कहा कि वह उनकी अच्छी सेहत और जिंदगी में कामयाबी की दुआ करते हैं, ''क्योंकि हमारे राज्य का भविष्य उनकी सफलता पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, ''हम चाहते हैं कि वह फिट रहें ताकि वह अच्छा काम कर सकें। उन्हें फिट रहने की जरूरत है क्योंकि अगर किसी बंगाली के पीएम बनने की संभावनाएं हैं तो उनमें वही एक हैं। इससे पहले ममता बनर्जी ने विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम बताने पर कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इस पर फैसला किया जाएगा।

कोलकाता: बांग्ला भाषा के मशहूर उपन्यासकार दिब्येंदु पालित का गुरुवार को यहां निधन हो गया। वह 79 साल के थे। उन्हें उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याएं थीं। परिवारिक सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ लेखक ने पूर्वाह्न 11 बजे जाधवपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उम्रजनित समस्याओं के कारण वह पिछले तीन साल से दक्षिण कोलकाता स्थित अपने घर में ही रहते थे। तबीयत बिगड़ने के बाद बुधवार रात उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। उनकी पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। उनके एक बेटा है जो विदेश में रहता है। बेटे के यहां पहुंचने के बाद पालित का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सभी विधाओं में लिखा

पालित ने साहित्य की तमाम विधाओं में लिखा, लेकिन उन्हें सर्वाधिक ख्याति उपन्यासकार के रूप में मिली। उनके 42 उपन्यास, 26 कहानी-संग्रह, 10 कविता संग्रह और चार निबंध संग्रह प्रकाशित हैं। पालित को उनके उपन्यास ‘अनुभब’ के लिए वर्ष 1998 में साहित्य अकादेमी पुरस्कार प्रदान किया गया था।

नई दिल्ली: बीते जमाने की मशहूर अदाकारा मौसमी चटर्जी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गईं। मौसमी चटर्जी भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुई। विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के प्रभारी भी हैं। चटर्जी ने कोलकाता उत्तर-पूर्व सीट से कांग्रेस के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गई थीं।

बता दें कि मौसमी चटर्जी का जन्म 26 अप्रैल, 1948 को कोलकाता में हुआ था। मौसमी इंडस्ट्री की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में हैं, जिन्होंने शादी और बच्चों के जन्म के बाद फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। 18 की उम्र में बेटी को जन्म देने के बाद मौसमी चटर्जी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। 19 साल की उम्र में उन्होंने बंगाली फिल्म से डेब्यू किया। बंगाली के बाद उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा और अपनी बेहतरीन एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता।

कोलकाता: रात के 12 बजते ही सब लोग नये साल के स्वागत में एक दूसरे को बधाई देने लगे। उसी वक्त तृणमूल कांग्रेस ने अपना स्थापना दिवस मनाया और पार्टी का ध्वज फहराकर ममता बनर्जी ने लोगों को बधाई दी। तृणमूल कांग्रेस का मुख्य कार्यक्रम हाजरा मोड़ पर हर साल की तरह इस बार भी हुआ। इसके बाद जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने अपने स्तर पर स्थापना दिवस को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया। ममता बनर्जी ने लोगों को बधाई देते हुए कहा कि नया साल देश के लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

उल्लेखनीय है कि 1998 के एक जनवरी को ममता बनर्जी ने कांग्रेस से अलग हटकर तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। देखते ही देखते पार्टी 21 साल में प्रवेश कर गयी। अपने ट्विट में ममता बनर्जी ने लिखा कि उस दिन उन्होंने जो अंकुर बोआ था, वह अब वट वृक्ष बन गया है। 21 साल में तृणमूल कांग्रेस ने प्रवेश किया है. इसके लिए मां-माटी और मानुष को प्रणाम और सलाम कर रही हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख