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कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आज यानी शुक्रवार से शुरू होने वाली रथ यात्रा पर पश्चिम बंगाल सरकार के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी रोक लगा दी है। रथ यात्रा की मंजूरी सरकार और कोर्ट के द्वारा नहीं मिलने के बाद अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला और कहा कि वह भाजपा से डर गई हैं। अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी को जितना जोर लगाना लगा लें, हम रथ यात्रा तो निकालकर रहेंगे और इसके लिए ईंट से ईंट बजा देंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में माफियाओं का राज हो गया है। बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह खुद शुक्रवार को कुचबिहार से रथयात्रा को हरी झंडी दिखाने वाले थे। अमित शाह ने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा के विस्तार के लिए रथ यात्रा 7 दिसंबर, 9 दिसंबर और 14 दिसंबर से शुरू होना था। हमने प्रशासन से परमिशन मांगी थी। 2 और 12 और 20 नवंबर को रिमाइंडर भेजे गए। फिर 14, 20 और 23 नवंबर को पुलिस को रिमाइंडर भेजे गए लेकिन हमें परमिशन नहीं दी गई। दरअसल, कलकत्ता हाई कोेर्ट ने गुरुवार को भाजपा को कूचबिहार में रथयात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी थी।

नई दिल्ली: कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से शुक्रवार को शुरू भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की शुरू होने जा रही रथ यात्रा की इजाजत देने से गुरूवार को इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया कि अगली सुनवाई 9 जनवरी तक रथ यात्रा नहीं हो सकती है, जब तक कि 24 जिलों की रिपोर्ट पर विचार नहीं कर लिया जाता, जहां से इस रथ यात्रा को गुजरना है। इससे पहले, ममता बनर्जी सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट की सुनवाई कर रही बेंच से कहा कि वह रथयात्रा को मंजूरी नहीं देगी। राज्य की तरफ स पक्ष रख रहे एडवोकेट जनरल ने जस्टिस तपब्रत चक्रवर्ती की पीठ को गुरुवार की सुबह इस फैसले की जानकारी दी।

पश्चिम बंगाल सरकार ने अमित शाह की 'रथ यात्रा को अनुमति देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि इससे सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है। किशोर दत्ता ने अदालत को बताया कि कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार से भाजपा अध्यक्ष की प्रस्तावित रथ यात्रा को अनुमति देने से इंकार कर दिया है। राज्य ने कहा है कि इस यात्रा से सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।

कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में ‘रथ यात्रा’ निकालने की अनुमति के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट की शरण ली है। पार्टी के मुताबिक राज्य में सात दिसंबर से तीन रैलियां निकालने के लिए उसे प्रशासन और पुलिस से अभी तक अनुमति नहीं मिली है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को नियत की है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को राज्य में तीन ‘रथ यात्रा’ के साथ पार्टी के ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ अभियान की शुरुआत करेंगे।

न्यायाधीश तपब्रत चक्रवर्ती की पीठ के समक्ष भाजपा ने दावा किया कि डीजी-आईजीपी और गृह सचिव को तीन रैलियां निकालने की अनुमति प्राप्त करने के लिए कई पत्र भेजे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। वहीं महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने अदालत को बताया कि डीजी-आईजीपी या गृह सचिव रैलियों की अनुमति देने के लिए सक्षम अधिकारी नहीं है और एक राजनीतिक दल होने के नाते भाजपा को यह पता होना चाहिए।

कोलकाता: एनआरसी के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने आपको हिंदुओं की हितैषी बताती है। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सेंशस से जिन 40 लाख लोगों के नाम को हटाया गया है उनमें से 23 लाख लोग हिंदू हैं। उन्होंने कहा कि 23 लाख बंगालियों को एक साजिश के तहत असम से भगाने की साजिश रची गई। इससे भी बड़ी बात ये है कि वो सभी 23 लाख बंगाली हिंदू हैं। भाजपा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वो लोग सिर्फ झूठ बोलते हैं।

उन्होंने कहा कि असम सरकार के फैसले के बाद वहां ऐसे हालात बन गए हैं जिसे बयां करना मुश्किल है। ममता बनर्जी आगे कहती हैं कि एक खास साजिश के तहत एक खास समुदाय को निशाना बनाया गया। ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार की लोकप्रियता से केंद्र की भाजपा सरकार डरी हुई है। यही वजह है कि राज्य सरकार को अलग अलग तरीके से परेशान किया जा रहा है।

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