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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

पटना: बिहार बोर्ड के 12वीं के नतीजे आ चुके हैं। इसमें कॉमर्स में 91.31 फीसदी छात्र पास हुए हैं जबकि आर्ट्स में 61 फीसदी छात्र पास हुए। जबकि, कुल 52.95 फीसदी बच्चे तीनों फैकल्टी में पास हुए हैं। लेकिन, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुछ दिन पहले नीट की परीक्षा में टॉप करने वाली कल्पना के 12वीं बोर्ड में भी टॉप किया है। उसे 500 में से 434 अंक मिले। जबकि, दूसरे स्थान पर सिमुलतला के छात्र अभिनव हैं जिन्हें 421 अंक मिले।

नीट में कल्पना के आए थे 720 में से 691 मार्क्स

कल्पना ने 720 में से 691 मार्क्स पाए। उनका पर्सेंटाइल स्कोर 99.999921 है। कल्पना ने फिजिक्स में 180 में से 171 अंक, कैमेस्ट्री में 180 में से 160 और बायोलॉजी में 360 में से 360 मार्क्स हासिल किए हैं। कल्पना कुमारी मूल रुप से बिहार की रहने वाली हैं। उनका घर शिवहर जिले में है।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सहयोगी भाजपा और विरोधी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर एक साथ एक ही सभा में और एक ही भाषण में उनकी कार्यशैली को लेकर सवाल उठाया। जहां नीतीश के निशाने पर राजद और कांग्रेस परिवारवाद और भ्रष्टाचार के कारण रहे, वहीं भाजपा पर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के कारण वो नाराज़ दिखे। हालांकि नीतीश ने पार्टी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में किसी दल या या नेता का नाम नहीं लिया। लेकिन अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के सामने कहा कि राजनीति में आजकल युवा नहीं दिख रहे और जो युवा हैं वे अपने बल पर नहीं अपने परिवार के बल पर राजनीति में बढ़ रहे हैं।

उन्होंने साफ़ कहा कि राजनीति कुंठित हो रही है और गर्त में जाने वाली है। वहीं भाजपा का नाम लिए बिना नीतीश ने कहा कि उनकी प्रतिबद्धता है कि समाज में प्रेम और शांति का माहौल क़ायम रहे, लेकिन कुछ लोग क़ानून की अवहेलना और उसका उल्लंघन कर रहे हैं। निश्चित रूप से नीतीश का इशारा हाल में राज्य में साम्प्रदायिक तनाव की घटना के पीछे था जिसमें कई जगहों पर भाजपा नेताओं के नाम आए।

पटना: बिहार मंत्रिमंडल ने किसानों को फसल क्षति पर आर्थिक सहायता देने के लिए ‘बिहार राज्य फसल सहायता योजना’ को मंजूरी दे दी। सहकारी विभाग के प्रमुख सचिव अतुल प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया कि यह नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जगह आई है और यह खरीफ फसलों के समय में 2018 से लागू किया जाएगा। उन्होंने किसानों को स्पष्ट किया कि यह आर्थिक सहायता योजना है न कि बीमा योजना। यह दोनों तरह के किसानों-रैयत और गैर रैयत- के लिए है।

प्रसाद ने बताया कि कोई भी किसान जो इस योजना के तहत पंजीकृत रहेंगे उन्हें प्रीमियम जमा नहीं करना होगा बल्कि प्राकृतिक कारणों की वजह से फसलों को पहुंची क्षति मामले में इसका लाभ लेने के हकदार होंगे। उन्होंने बताया कि पहले वाली योजना में किसानों से ज्यादा बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचा। प्रसाद ने बताया कि राज्य सरकार को बीमा योजना के तहत वह राशि भी नहीं मिली जिसे उसने फसलों के बीमा के लिए प्रीमियम राशि (495 करोड़) के तौर पर जमा किया था।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य के शराबबंदी क़ानून में जल्द संशोधन किया जाएगा। नीतीश ने कहा कि 'कब कहां क्या ज़रूरत है, सुधार की क्या-क्या अवश्यकता है, इस पर मंथन चल रहा है। जो भी संशोधन करना है, वह करेंगे।' नीतीश अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 'ऐसा मत समझिए कि हम लोगों की बात नहीं सुनते हैं। कहीं कोई कानून के प्रावधान हैं, जिसका सरकारी तंत्र के लोग लाभ उठा रहे हैं, तो लोगों को इसके कष्ट नहीं झेलना पड़ें, इसके उपाय किए जा रहे हैं।'

नीतीश के भाषण से कई बातें साफ़ झलक रही थीं, जैसे उनको इस बात का विश्वास है कि शराबबंदी के बावजूद लोगों को शराब उपलब्ध हो रही है। इस पर उन्होंने कहा कि 'कुछ लोग पी रहे होंगे, लेकिन घर में छुपकर पी रहे हैं।' शराबबंदी के बाद गिरफ़्तार अधिकांश लोग ग़रीब हैं। इस पर नीतीश का तर्क था सबसे ज़्यादा लाभ भी इन लोगों को हो रहा है। शराबबंदी के बहाने प्रशासनिक और पुलिस विभाग के लोग जमकर चांदी काट रहे हैं। इस पर नीतीश का कहना था कि 'मुझे मालूम है और ये कोई नई बात नहीं है।' उनका दावा है कि लोगों पर नज़र रखी जा रही है।

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