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नई दिल्ली: मालेगांव बम बलास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने दो आरोपियों सुधाकर चतुर्वेदी और सुधाकर द्विवेदी को जमानत दे दी है। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और पुरोहित को पहले ही जमानत मिल चुकी है। मालेगांव विस्फोट मामले में मुख्य अभियुक्त पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित को 21 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। पुरोहित ने 25 अप्रैल के बंबई हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने इस मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को तो जमानत दे दी थी, पर पुरोहित की याचिका खारिज कर दी थी।

महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को हुए विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी और करीब 100 लोग घायल हुए थे। जांच एजेंसियों ने पूर्व में इस विस्फोट के तार दक्षिणपंथी संगठन अभिनव भारत से जोड़े थे।

मुंबई: अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को जबरन वसूली के मामले में हिरासत में लिया गया है। ठाणे एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने इक़बाल के साथ 4 और लोगों को गिरफ्तार किया है। विवादों में रहे एन्काउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने इक़बाल कासकर को मुंबई के नागपाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया।

बताया जाता है कि अपने 25 साल के शानदार करियर में प्रदीप शर्मा करीब 113 अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर का एनकाउंटर कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इकबाल कासकर पर एक बिजनेसमैन से जबरन उगाही का आरोप है। बताया जा रहा है कि इकबाल कासकर गैंग के कुछ लोगों ने एक बिजनेसमैन को फोन कर उसे धमकी दी और पैसे मांगे।

प्रदीप शर्मा ने बिजनेसमैन की शिकायत पर कार्रवाई की और कासकर को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल कासकर से पूछताछ की जा रही है। इकबाल की गिरफ्तारी दाऊद गिरोह पर बड़ी चोट है। हाल ही में दाऊद इब्राहिम की ब्रिटेन स्थित कई प्रॉपर्टी जब्त की गई थीं।

मुंबई: शिवसेना ने कहा है कि सरकार में रहने या नहीं रहने के संबंध में कोई भी फैसला जल्दी लिया जाएगा। केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी की मुख्य सहयोगी शिवसेना के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों की बैठक सोमवार को मुंबई में शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में संपन्न हुयी। बैठक के बाद सांसद संजय राउत ने कहा “हम सरकार में रहेंगे या नहीं इसका फैसला जल्दी लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में बैठक में मौजूद सभी ने शिवसेना अध्यक्ष को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया। पार्टी अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे हम सब लोग उनके साथ रहेंगे।'' सांसद ने कहा कि महंगाई से लोग त्रस्त हैं। किसानों का मुद्दा हल नहीं हुआ है। हम इसके लिए जिम्मेवार नहीं हैं और जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं उसके हम भागीदार नहीं हैं।

गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल को लेकर भी शिवसेना ने खासी नाराजगी जतायी थी और वे इस आयोजन में शामिल नहीं हुई थी।

मुंबई: दरभंगा से मुंबई जाने वाली ट्रेन के 21 डिब्बों में से 19 का ब्रेक फेल हो गए। ब्रेक फेल होने के बावजूद ट्रेन वाराणसी तक गई। उल्लेखनीय है कि ट्रेन में ब्रेक फेल होने के वक्त 2000 से ज़्यादा यात्री सवार थे। यही नहीं हद तो तब हो गई जब मुंबई से वापस आते वक्त भी इसी ट्रेन में फिर ब्रेक फेल होने की शिकायत आई। इस मामले पर रेलवे बोर्ड के सदस्य आरएल गुप्ता ने ईस्ट सेंट्रल रेलवे के प्रमुख मकैनिकल इंजिनियर को चिट्ठी लिखकर दुर्घटना के बारे में बताया लेकिन अधिकारी ने कहा कि उसे इस तरह की कोई भी खबर नहीं मिली थी। आरएल गुप्ता द्वारा ईस्ट सेंट्रल रेलवे के चीफ मैकेनिकल इंजिनियर को लिखी चिट्ठी के अनुसार मुंबई जाने वाली दरभंगा-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के ब्रेक्स में पावर नहीं था। उन्होंने लिखा था कि ये बहुत ही गंभीर मामला था और कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। नॉर्दन सेंट्रल रेलवे के चीफ पीआरओ राजेश कुमार ने कहा कि मुझे रेलवे बोर्ड की ओर से मिली किसी चिट्ठी की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ट्रेन के ब्रेक रास्ते में खराब हुए होंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही इस बारे मेंसूचना मिली वैसे ही टेक्निकल विशेषज्ञों ने ट्रेन की जांच की लेकिन तब सब कुछ ठीक मिला।

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