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मुंबई: आदर्श सोसायटी घोटाला मामले में आरोपी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण एक बार फिर घिरते नजर आ रहे हैं।बॉम्बे हाईकोर्ट में सीबीआई की ओर से मामले की पैरवी कर रहे वेणगावंकर ने कहा कि उसके पास चव्हाण के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को भी अवगत करा दिया गया है।

हाइकोर्ट ने अशोक चव्हाण का नाम हटाने की उसकी अर्जियों को निचली अदालत और उच्च न्यायालय द्वारा ‘गलत और कानूनन खराब’ ठहराये जाने को उसने मान लिया है। बता दें हाइकोर्ट में अशोक चव्हाण द्वारा दायर उस याचिका पर सुनवाई चल रही है जिसमें उन्होंने राज्यपाल के उस निर्णय को चुनौती दी है जिसमें उन्होंने चव्हाण के खिलाफ मामला चलाए रखने की मंजूरी दी है।

सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति आरवी मोरे न्यायमूर्ति साधना जाधव की खंडपीठ ने सीबीआई से सवाल किया कि पहले उन्होंने निचली अदालत में सीधे यह आवेदन क्यों दायर किया कि चव्हाण का नाम आरोपियों की सूची से हटा दिया जाए क्योंकि सीबआई के पास चव्हाण के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सबूत नहीं है? वह यह भी कह सकती थी कि वह सबूत जुटा रही है।

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही उसे मुंबई से क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था। कासकर को एक व्यापारी से उगाही और धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

इसके बाद से ही लगातार सुरक्षा एजेंसियां दाऊद के बारे में पूछताछ कर रही है। पूछताछ में कासकर यह खुलासा कर चुका है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में छुपा बैठा है। एक अधिकारी ने बताया कि, कासकर ने कहा कि दाऊद पाकिस्तान में ही रह रहा है। हालांकि इकबाल कासकर ने दावा किया कि ठाणे में चल रहे जबरन वसूली के धंधे में दाऊद की कोई भूमिका नहीं है।

ठाणे के डीसीपी (क्राइम ब्रांच) ने बताया कि जब कासकर से दाऊद के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, 'दाऊद पाकिस्तान में है।'

गौरतलब है कि पाकिस्तान दाऊद की मौजूदगी को कई बार सिरे से खारिज कर चुका है। भारत सरकार इस मामले में पाकिस्तान को डोजियर भी सौंप चुकी है। इस डोजियर में दाऊद के कराची स्थित घर और पाकिस्तान में उसके दूसरे ठिकानों का पता भी दर्ज है।

मुंबई: क्रिकेट के दिग्गज एवं भारत रत्न विजेता सचिन तेंदुलकर एवं युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने यहां मंगलवार को बांद्रा के कुछ हिस्सों की सफाई करने के लिए अपने हाथ में झाड़ू उठाई। इस प्रयास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी सराहना की।

यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख व्यक्तियों से की गई एक हालिया अपील के बाद उठाया गया। मोदी ने प्रमुख व्यक्तियों से उनके अभियान 'स्वच्छता ही सेवा' से जुडऩे की अपील की थी। इस अभियान को 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत अभियान की तीसरी वर्षगांठ के हिस्से के रूप में एक पखवाड़े के लिए शुरू किया गया है।

तेंदुलकर ने अपने बेटे अर्जुन, ठाकरे और 'आई लव मुंबई' नामक गैर सरकारी संगठन के राहुल कनल के साथ बांद्रा में सुबह के करीब 5 बजे सफाई की। इन लोगों ने कचरा उठाकर और उसे कचरे के डिब्बे में डालने के लिए बृहनमुंबई कर्मचारियों का सहयोग किया। तेंदुलकर ने कहा, "हमें भारत को स्वच्छ रखने के लिए अपना योगदान देना होगा। इसलिए, दोस्तों के एक समूह को लीजिए, एक सड़क को चुनिए और साथ मिलकर भारत की सफाई कीजिए।

मुंबई: मालेगांव में वर्ष 2008 में हुए बम विस्फोट मामले में मुख्य आरोपी कर्नल श्रीकांत पुरोहित को उच्चतम न्यायालय द्वारा जमानत पर छोडऩे के बाद बम्बई उच्च न्यायालय ने इस मामले के एक अन्य आरोपी मेजर रमेश उपाध्याय को आज जमानत पर रिहा कर दिया। अदालत ने जमानत देने के साथ उन्हें एक लाख रूपये की सुरक्षा राशि भरने तथा बिना अदालत के आदेश के मुंबई नहीं छोडऩे का भी आदेश दिया।

मेजर उपाध्याय को नवंबर 2008 में कथित मालेगांव बम विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया गया था। 29 सितंबर 2008 को हुए इस बम विस्फोट में सात लोग मारे गये थे। मेजर उपाध्याय पर कर्नल पुरोहित के साथ बम विस्फोट के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप है।

उपाध्याय रायगढ जिला के तलोजा सेंट्रल जेल में बंद था। इसी वर्ष जनवरी माह में विशेष मकोका अदालत ने मेजर उपाध्याय को उत्तर प्रदेश में विधायक का चुनाव लडऩे की अनुमति दी थी। इसके पूर्व वर्ष 2012 में उन्होंने अखिल भारत हिंदू महासभा के टिकट पर बलिया जिला के बैरिया से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गये थे। जांच एजेंसी ने 4000 पृष्ठों के आरोप पत्र में लिखा था कि मालेगांव को बम विस्फोट के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि यहां मुसलमान अधिक संख्या में हैं।

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