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मुंबई: महाराष्ट्र में गुरुवार (28 मंई) को कोरोना वायरस (कोविड-19) के 2598 नए मामले सामने आए, जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 59,546 पहुंच गई है। इसके साथ ही गुरुवार को राज्य में कोरोना की वजह से 85 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, जिससे महाराष्ट्र में मरनेवालों की तादाद 1982 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अपने नियमित बुलेटिन में यह जानकारी दी। वहीं, मुंबई के धारावी में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 36 नए मामले आए, जिसके साथ ही क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या 1,675 हो गई। बृह्न्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में इस घातक वायरस से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि 36 नए मामलों में से पांच नगर निगम की एक चॉल में पाए गए हैं। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी में 6.5 लाख से अधिक लोग 2.5 वर्ग किमी के क्षेत्र में रहते हैं।

मुंबई: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच महाराष्ट्र की सियासत में बीते कुछ दिनों से बड़े सियासी घटनाक्रम की आहट सुनाई दे रही है। कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के ‘महा विकास अघाड़ी’ गठबंधन के बीच ममुटाव की खबरें लगातार आ रही है। हाल ही में एनसीपी चीफ शरद पवार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से अचानक मुलाकात की। इसके बाद वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने उनके आवास मातोश्री भी पहुंचे। मामले ने तब और तूल पकड़ा जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में हम सरकार में भले ही हैं, लेकिन निर्णय लेने की स्थिति में नहीं हैं।

कोरोना पर हम केंद्र की गाइडलाइंस का कर रहे पालन

इन तमाम सियासी घटनाक्रम के बीच महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर नाना पटोले ने कहा है कि राज्य में किसी भी तरह की राजनीतिक इमरजेंसी के हालात नहीं उत्पन्न हुए हैं और ना ही वर्तमान सरकार को कोई खतरा है। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो कुछ भी महाराष्ट्र की सियासत को लेकर बताया जा रहा है, ऐसा कुछ भी नहीं है। इस समय हम कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। केंद्र सरकार की हर गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं।

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को अपने सहयोगी दलों की बैठक बुलाई तो अब खबर आ रही है कि राहुल गांधी ने उद्धव ठाकरे से फोन पर लंबी बातचीत की। सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र में महाअघाड़ी के दलों की बैठक से पहले सीएम ठाकरे और कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने सीएम ठाकरे से कहा कि कोरोना संकटकाल में कांग्रेस पूरी तरह सरकार के साथ खड़ी है। उद्धव को राहुल की ओर से आश्वसन दिया गया कि कांग्रेस पार्टी घटक दल के रूप में गठबंधन के साथ है।

दरअसल, महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए राहुल गांधी ने 26 मई को बयान दिया था कि राज्य में कांग्रेस फैसला लेने की भूमिका में नहीं है। हम सिर्फ महाराष्ट्र में सरकार को समर्थन कर रहे हैं। हम पंजाब-छत्तीसगढ़-राजस्थान में फैसला लेने की क्षमता में हैं। इस बयान के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया। कहा गया कि महाअघाड़ी में सबकुछ ठीक नहीं है।

मुंबई: कोरोना महामारी और महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सहयोगी दलों की आज बैठक बुलाई है। यह बैठक शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे के बंगले 'वर्षा' में होगी। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार के अहम सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और भाजपा नेता नारायण राणे ने 25 मई को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मुलाकात की थी, जिसके बाद ही स्थानीय राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए भाजपा ने राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। इस बैठक को अब पूरे घटनाक्रम से जोड़कर देखा जा रहा है।

सामना से राज्यपाल पर शिवसेना का निशाना

महाराष्ट्र के इस सियासी ड्रामे का असर शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय पर भी देखने को मिला। सामना में लिखा गया कि राजभवन में पिछले कुछ दिनों से लोगों का आना-जाना लगा है ऐसे में राज्यपाल का क्या दोष? वो तो सीधे-साधे, सरल और संघ के विचारों का झंडा पूरे जीवन अपने कंधों पर रखकर चलने वाले संत महात्मा हैं।

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