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आइजोल: मिजोरम विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत जीत के बाद मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के अध्यक्ष जोरमथांगा शनिवार को मिजोरम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। 40 सदस्यीय विधानसभा में मिजो नेशनल फ्रंट को 26 सीटें मिली हैं। मिजो नेशनल फ्रंट पार्टी के सूत्रों ने बताया कि नवनिर्वाचित विधायकों ने जोरमथांगा को विधायक दल का नेता चुना। उन्होंने बताया कि पार्टी प्रमुख शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। विधानसभा चुनावों में शानदार जीत मिलने के कुछ घंटों के बाद जोरमथांगा के नेतृत्व में एमएनएफ के तीन नेताओं के एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन से राजभवन में मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश किया।

पार्टी प्रमुख ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि हम 15 दिसंबर तक सरकार बना लेंगे। राज्यपाल शपथ ग्रहण समारोह की तिथि और समय के बारे में निर्णय लेगें। जोरमथांगा ने साफ किया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकमात्र विधायक बुद्धधन चकमा को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करेंगे।

आइजोल: मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों पर चुनाव के लिए जारी मतगणना में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) बहुमत हासिल कर लिया। मिजो नेशनल फ्रंट 10 साल बाद सत्ता में वापसी की है। इलेक्शन कमिशन (चुनाव आयोग) द्वारा जारी किए गए कुल 40 सीटों में एमएनएफ पार्टी ने बहुमत हासिल करते हुए 26 सीटें जीत ली हैं। कांग्रेस को 26 सीटों का नुकसान हुआ और सिर्फ 5 सीट पर जीत हासिल कर सकी। भाजपा ने पहली बार मिजोरम में खाता खोला और एक सीट पर कब्जा जमा लिया।

मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहवला चम्फाई दक्षिण सीट से एमएनएफ के टी जे लालनंतलुआंग से 856 मतों से पराजित हो चुके हैं। वह सेरछिप सीट से भी हार चुके हैं। कांग्रेस ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 34 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि एमएनएफ पांच सीट पर कब्जा कर पाई थी। एमएनएफ से 2008 में राज्य की सत्ता छिन गई थी। एमएनएफ के डॉक्टर एफ लालनुनमाइआ ने आइजोल साउथ-3 सीट पर कृषि मंत्री के एस ठेंगा को 2,037 मतों के अंतर से हराया।

नई दिल्ली: पांच राज्यों- मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में वोटों की गिनती जारी है। इस बीच कांग्रेस के लिए बुरी खबर है. मिजोरम के मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता लाल थनहावला मंगलवार को चंपई दक्षिण और सेरछिप विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए। थनहावला ने दोनों विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। चंपई दक्षिण में, कांग्रेस नेता को मिजो नेशनल फ्रंट के टी.जे. लालनुन्टुआंगा ने 1,049 मतों से हराया, जबकि सेरछिप में निर्दलीय उम्मीदवार लालदुहोमा ने उन्हें 410 मतों से हराया।

राज्य में दस वर्षो तक मुख्यमंत्री रहने वाले थनहावला ने सेरछिप विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में 734 मतों से जीत दर्ज की थी। मिजोरम में 40 सीटों के लिए 7 दिसंबर को चुनाव हुए थे। दस साल से यहां कांग्रेस की सरकार है लेकिन इस बार पार्टी राज्य में झटका लग रहा है। राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) 9 सीटों पर आगे चल रही है और 15 सीटें जीत चुकी है।

मिजोरम: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की गर्माहट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मिजोरम पहुंचे। यहां उन्होंने लुंगली में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम बोले कांग्रेस विकास की नहीं, लटकाने,अटकाने और भटकाने के कल्चर वाली पार्टी है। इनके लिए भ्रष्टाचार ही राजनीति का आधार है। पीएम ने अपनी भाषण की शुरुआत मिजोरम की संस्कृति की तारीफ करते हुए की। उन्होंने कहा कि मिजोम के पास एक समृद्ध संस्कृति है, परंपरा है, जिसको आप सभी ने संजोकर रखा है। आपका गीत-संगीत, नृत्य, आपका खान-पान, आपका पहनावा, शानदार है, अद्भुत है।

पीएम मोदी ने कहा कि उनका मानना है कि समृद्ध वही होता है, जो अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़ा रहता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सिर्फ और सिर्फ देश के विकास को ध्येय बनाकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लिए एक्ट ईस्ट और एक्ट फास्ट नीति पर चलते हुए बीते साढ़े 4 वर्ष में उनकी सरकार ने पूर्वोत्तर के हर क्षेत्र को विकास से जोड़ा है।

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