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ऐजल: मिजोरम के लंगलेई जिले के तलाबुंग में भारी बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बन गये हैं और आठ लोग मारे गये और छह अन्य लापता हैं। अधिकारियों ने आज (मंगलवार) कहा कि असम को राज्य से जोड़ने वाला राष्टीय राजमार्ग 54 लंगलेई, सियाहा, लांगतलाई, सेरछिप और चंफई जिलों में भूस्खलन की वजह से कई स्थानों से कट गया है। राज्य के शहरी विकास और गरीबी उन्मूलन मंत्री जोडिंतलुआंगा ने कहा कि कल से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की वजह से करीब 350 घर डूब गये हैं। मंत्री ने कहा कि लंगलेई जिले के दक्षिण मरपारा और फैरंअंगकाई गांवों में आठ लोग मारे गये हैं। छह अन्य लापता हैं। खावथलांगतुईपुई नदी के पानी से तलाबुंग कस्बे में बाढ़ आ गयी है जिससे 74 इमारतें डूब गयी हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इलाके से 84 परिवारों को बचाया गया है।

एजल: मिजोरम सरकार और हमार पीपुल्स कन्वेंशन (डेमोक्रेटिक) के बीच फरवरी महीने में होने वाली तयशुदा बातचीत को टाल दिया गया है। अब इस बातचीत के मार्च में होने की संभावना है। राज्य के गृह विभाग के अधिकारियों ने आज (मंगलवार) कहा कि शांति प्रक्रिया को गति प्रदान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और इसमें दो और सरकारी विभागों को भी जोड़ा जाएगा। इससे पहले गृह विभाग के अतिरिक्त सचिव लालबियाकजामा ने कहा कि शांति बातचीत में काफी प्रगति हुई है और अब ये संपन्न होने के करीब है। दोनों ही पक्षों को उम्मीद है कि हमार मुद्दे का सर्वमान्य समाधान निकाल लिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि प्रस्तावित कार्यढांचा समझौते को लागू कराने के लिए राज्य विधानसभा द्वारा ‘सिंगलुंग हिल्स काउंसिल’ में सुधार कर इसे ‘सिनलुंग हिल्स डेवलपमेंट काउंसिल’ बनाने के लिए कानून पारित करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कानून के प्रावधानों के लिए राज्य के विधि और न्याय विभाग द्वारा इन्हें पुनरीक्षित किए जाने की जरूरत है, जिसमें कुछ वक्त लगेगा।

 

एजल: मिजोरम में फरवरी 2016 से पिछले महीने तक कम से कम 649 लोग डेंगू के कारण प्रभावित हुए हैं। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के राज्य नोडल अधिकारी पचुआउ ललमलसावमा ने कहा, ‘‘लॉन्गतलाई को छोड़कर सभी जिले इस बीमारी से प्रभावित हैं और अकेले जनवरी में छह मामलों का पता चला है।’’ ललमलसावमा ने बताया, ‘‘2016 के दौरान 643 मामले रिपोर्ट किये गये जबकि पिछले महीने एजल जिले में छह लोग इससे प्रभावित हुए।’’ अधिकारी ने बताया, ‘‘चूंकि अधिकतर मामले मिजोरम से ही मिले हैं और अधिकतर स्थानीय लोगों के इससे प्रभावित होने के कारण मिजोरम में महामारी जैसी स्थिति पैदा हो गयी है। इसके अलावा एजल में रहने के दौरान कुछ अन्य लोग भी इससे प्रभावित हुए हैं।’’ उन्होंने बताया कि ‘एडीज एजिप्टी’ नामक मच्छर इस महामारी के लिये जिम्मेदार है।

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