आइजोल: मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों पर चुनाव के लिए जारी मतगणना में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) बहुमत हासिल कर लिया। मिजो नेशनल फ्रंट 10 साल बाद सत्ता में वापसी की है। इलेक्शन कमिशन (चुनाव आयोग) द्वारा जारी किए गए कुल 40 सीटों में एमएनएफ पार्टी ने बहुमत हासिल करते हुए 26 सीटें जीत ली हैं। कांग्रेस को 26 सीटों का नुकसान हुआ और सिर्फ 5 सीट पर जीत हासिल कर सकी। भाजपा ने पहली बार मिजोरम में खाता खोला और एक सीट पर कब्जा जमा लिया।
मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहवला चम्फाई दक्षिण सीट से एमएनएफ के टी जे लालनंतलुआंग से 856 मतों से पराजित हो चुके हैं। वह सेरछिप सीट से भी हार चुके हैं। कांग्रेस ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 34 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि एमएनएफ पांच सीट पर कब्जा कर पाई थी। एमएनएफ से 2008 में राज्य की सत्ता छिन गई थी। एमएनएफ के डॉक्टर एफ लालनुनमाइआ ने आइजोल साउथ-3 सीट पर कृषि मंत्री के एस ठेंगा को 2,037 मतों के अंतर से हराया।
विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष लालचमलियना (एमएनएफ) ने हरांगतुर्जो सीट से एकमात्र महिला विधायक, सहयोग मंत्री वनलालामपुई चौग्थु को हराया जबकि एमएनएफ के लालरेनॉमा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस की संग्जेला त्लाउ को हराकर तुइकुम सीट बरकरार रखी है। एमएनएफ के डॉ के बिछुआ और लालरुआतकिमा ने क्रमश: सैहा और पश्चिम आइजोल-दो से अपनी-अपनी सीटें बरकरार रखी हैं। पूर्व गृहमंत्री तौंलुईए ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी जेडपीएम के डब्ल्यू छुआनाउमा को 701 मतों से हराकर तुइचांग सीट से जीत दर्ज कर ली है।
मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए मंगलवार को मतगणना की गई। कांग्रेस और मुख्य विपक्षी एमएनएफ ने 40-40 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए, जबकि भाजपा 39 सीटों पर मैदान में थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मिजोरम में चुनाव प्रचार किया था।