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चंडीगढ़: नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग कर रहे जाट समुदाय की ओर से आज हरियाणा में मनाया गया ‘बलिदान दिवस’ शांतिपूर्ण रहा । इस बीच, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि प्रदर्शनकारी जाट नेताओं के साथ बातचीत का नया दौर कल आयोजित होगा । हरियाणा में पिछले जाट आरक्षण आंदोलन के हिंसक हो जाने पर उसमें जान गंवाने वालों की याद में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से आयोजित ‘बलिदान दिवस’ के मद्देनजर राज्य में हाई अलर्ट जारी किया गया था और अधिकतम सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके । एक अधिकारी ने बताया कि एहतियाती उपाय के तौर पर हरियाणा रोडवेज ने हिसार, रोहतक, कैथल और सोनीपत सहित संवेदनशील जिलों में कुछ मार्गों पर पूरे दिन के लिए अपनी बस सेवाएं निलंबित रखी । मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राप्त सूचना के मुताबिक, राज्य में शांति एवं सद्भाव कायम है और प्रदर्शनों के आयोजकों ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे। खट्टर ने यहां पत्रकारों को बताया कि कल जाट नेताओं के साथ बातचीत होगी और कानून के दायरे में उनकी मांगें पूरी की जाएंगी ।

चंडीगढ़: राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रियल्टी कंपनी डीएलएफ के बीच भूमि सौदे की दाखिल खारिज को रद्द करने के बाद 2012 में सुर्खियों में आए आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने शनिवार को कहा कि किसी भी घोटाले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हरियाणा सरकार में विज्ञान और तकनीक विभाग के प्रधान सचिव खेमका ने आज ट्वीट किया, किसी भी घोटाले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.. चाहे जमीन घोटाला हो, लाइसेंस घोटाला या बीज घोटाला। नया ग्वाल पहाड़ी (एमसी गुड़गांव) भूमि घोटाला, प्रभावी कार्रवाई नजर नहीं आती। केवल दिखावा। हालांकि उन्होंने इस संबंध में विस्तार से और कुछ नहीं लिखा और बार बार प्रयास करने के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो पाया। 14 फरवरी को एक अन्य ट्वीट में खेमका ने लिखा था, सफल करियर बनाने की इच्छा कमजोर कार्रवाई के रूप में सामने आई। या तो आप लड़ें या गैंग में शामिल हो जाएं। मूक दर्शक बने रहने का क्या मतलब है। गुड़गांव नगर निगम ने हाल ही में ग्वाल पहाड़ी में अपनी 450 एकड़ से अधिक जमीन को खाली करने के लिए लोगों को नोटिस भेजे थे। इस जमीन पर इस समय विभिन्न लोगों, निजी डेवलपरों और फार्म हाउस मालिकों का कब्जा है। इस जमीन का मालिकाना सवाल और दाखिल खारिज का मामला तीन दशक से अधिक पुराना है। ग्वाल पहाड़ी गुड़गांव-फरीदाबाद रोड पर अरावली रेंज का हिस्सा है।

गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम में सोने की बड़ी लूट की वारदात सामने आई है। मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी से करीब 32 किलो सोना और करीब आठ लाख रुपए नकद लूट लिए गए हैं। दोपहर करीब 12 बजे मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी की गुरुगांव स्थित ब्रांच में 7-8 बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया। लूटे हुए सोने की कीमत करीब 9 करोड़ बताई जा रही है। पिछले 6 महीने में मणप्पुरम गोल्ड ऑफिस की किसी शाखा से सोने की लूट की यह छठी घटना है। इसे दिल्ली-एनसीआर में सोने की सबसे बड़ी लूट माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को करीब 12 बजे गुरुग्राम के शहर थाना इलाका के न्यू रेलवे रोड स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन ऑफिस की शाखा में सात से आठ हथियारबंद बदमाश दाखिल हुए। बदमाशों ने बैंक कर्मचारियों को बंधक बनाकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने इस दौरान सीसीटीवी को बंद करने की भी कोशिश की। लूट का विरोध कर रहे बैंक के सुरक्षा कर्मी मुकेश और बैंक में मौजूद एक ग्राहक को बदमाशों ने चाकू मारा जिन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लूट की वारदात की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची गुरुग्राम पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए लुटेरों की पहचान की कोशिश में जुटी है।

चंडीगढ़: हरियाणा के विभिन्न जिलों में आरक्षण को लेकर चल रहा जाट समुदाय का आंदोलन आज पांचवे दिन भी शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि व्यापक सुरक्षा इंतजाम के बीच जाटों ने विभिन्न स्थानों पर शांतिपूर्ण धरना दिया। आरक्षण को लेकर फिर से आंदोलन शुरू करने का आह्वान कुछ ही जाट संगठनों ने दिया है। ये संगठन विशेष रूप से अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के विश्वासपात्र हैं। जाट मुद्दे को लेकर चल रहे आंदोलन पर प्रतिकिया मांगने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज पंचकुला में संवाददाताओं से कहा, ‘लोकतंत्र में सभी को शांतिपूर्ण तरीके से, कानून-व्यवस्था को नुकसान पहुंचाए बगैर प्रदर्शन करने का अधिकार है।’ उन्होंने कहा, ‘जाट नेताओं के एक नेता के साथ हाल ही में हमारी बैठक हुई है, जहां सरकार ने पिछले वर्ष आंदोलन में मरने वालों के निकटतम परिजन को नौकरी देने की मांग मान ली है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष के जाट आंदोलन से प्रभावित लोगों को सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर पहले ही मुआवजा राशि दी जा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘यदि किसी को कोई शिकायत है तो वह अपनी शिकायत के हल के लिए दावा आयोग में आवेदन कर सकता है।’ अधिकारियों का कहना है कि संवेदनशील क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है जबकि कड़ी सतर्कता बरतने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को लगाया गया है।

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