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चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा भेज दिया है। ईमेल के जरिए दोनों ने अपना इस्तीफा सौंपा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ कल (19 जून,बुधवार) बीजेपी में शामिल होंगी।

अपमान झेलने की सीमा होती है: किरण चौधरी

माना जाता है कि बेटी श्रुति चौधरी को लोकसभा टिकट नहीं मिलने से किरण चौधरी कांग्रेस से नाराज हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी ऐसी अटकलें लगी थीं कि किरण चौधरी बीजेपी का दामन थामन सकती हैं। हालांकि, उस वक्त उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। लेकिन अब कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हु्ड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी की भी अपमान झेलने की एक सीमा होती है।

चंडीगढ़: हरियाणा में एक बार फिर किसान आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। मोहाली एयरपोर्ट पर भाजपा की सांसद कंगना रानौत को सीआईएसएफ महिला जवान द्वारा थप्पड़ मारे जाने के बाद अचानक से किसान संगठन अलर्ट मोड पर आ गए हैं। भारतीय किसान यूनियन समेत प्रदेश के किसान संगठनों ने महिला जवान का स्वागत किया और किसी भी स्थिति में उसका साथ देने का वादा भी किया है। उधर, फिर से किसान आंदोलन की चर्चा शुरू होने से खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। किसान संगठनों पर निगरानी बढ़ा दी गई है और उनकी तमाम गतिविधियों पर ध्यान रखा जा रहा है।

लोकसभा चुनावों से ठीक पहले पंजाब में 13 फरवरी से किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी। किसानों ने दिल्ली कूच करने के लिए पूरी ताकत झोंकी, लेकिन वह शंभू बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ पाए। हरियाणा पुलिस द्वारा पक्के बंदोबस्त करके किसानों को रोका गया था। इस दौरान हरियाणा में केवल धरने और प्रदर्शन करके किसानों ने अपनी ताकत का अहसास कराया था। भारतीय किसान यूनियन संगठनों ने ट्रैक्टर मार्च भी किया था।

चंडीगढ़: जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के पास अब बहुमत नहीं है जिसके मद्देनजर तत्काल शक्ति परीक्षण कराया जाना चाहिए।

जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को राज्य विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के माध्यम से बहुमत साबित करने के लिए कहा है।

बुधवार को राज्यपाल को लिखे एक पत्र में जेजेपी उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सदन से दो विधायकों के इस्तीफे और तीन स्वतंत्र विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने के साथ, सैनी सरकार ने सदन में बहुमत खो दिया है।

चंडीगढ़/रोहतक (हरियाणा): लोकसभा चुनावों की गहमागमही के बीच मंगलवार को हरियाणा की राजनीतिक में एक बड़ा नाटकीय घटनाक्रम सामने आया है। बदले समीकरणों के चलते तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को लोकसभा व विधानसभा चुनाव में समर्थन देने की घोषणा की। चरखी दादरी से विधायक सोमबीर सांगवान, पुंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन और नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर ने रोहतक में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस वार्ता कर इसका एलान किया। तीनों विधायकों ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को समर्थन वापसी के लिए पत्र भी लिखा है।

निर्दलीय विधायकों के इस कदम से सरकार अल्पमत में तो आ गई है, लेकिन उस कोई संकट नहीं है। क्योंकि जजपा से गठबंधन टूटने के बाद दो महीने पहले ही 12 मार्च को मनोहर लाल के स्थान पर नायब सैनी ने सीएम के तौर पर शपथ ली थी और 13 मार्च को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था और इसमें सरकार ने विश्वास मत हासिल किया था।

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