ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रितानी समकक्ष डेविड कैमरन ने यहां परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन (एनएसएस) से इतर मुलाकात की तथा इस दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे मुद्दों पर चर्चा की । यहां एनएसएस के दौरान विश्व नेताओं के साथ दो दिन तक हुई चर्चा के बाद सउदी अरब के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ मेरी बैठक रक्षा सहयोग, मेक इन इंडिया तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित रही ।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने संवाददाताओं से कहा कि कल की मुलाकात में दोनों नेताओं ने पिछले साल हुई मोदी की लंदन यात्रा को याद किया जब भारत और ब्रिटेन ने नौ अरब पाउंड मूल्य के समझौतों तथा एक असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे । मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध ‘‘समृद्ध और गहरे’’ हुए हैं।

नई दिल्ली: जेएनयू और हैदराबाद यूनिवर्सिटी देश के दो सबसे अच्छे शैक्षिक संस्थान हैं। ये खुलासा हुआ है पहली बार भारत सरकार द्वारा कराए गए एक सर्वे में। इसके अनुसार यहां रिसर्च सुविधाओं से लेकर रोजगार पाने तक की जो सुविधाएं हैं वह इन दोनों यूनिवर्सिटी को सर्वश्रेष्ठ बनाता है। राष्ट्रीयता और बोलने की आजादी पर भले ही देश की इन दो यूनिवर्सिटी पर चर्चा चल रही हो लेकिन ये दोनों ही शैक्षिक संस्थान मानकों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ हैं। सरकार द्वारा कराए गए इस सर्वे को मानव संसाधन म़ंत्री स्मृति ईरानी सोमवार को जारी करेंगी। यह सर्वे 3500 उच्च शिक्षण संस्थानों पर किया गया है। अन्य श्रेणी की वरीयता भी इस सर्वे में सुनिश्चित ​की गई है। इसमें इंजीनियरिंग संस्थान, प्रबंधन और फार्मेसी संस्थानों की भी अलग से रैंकिंग निर्धारित की गई है। खबरों के मुताबिक दिल्ली यूनिवर्सिटी भी देश की टॉप 10 संस्थानों में है लेकिन वह जेएनयू और हैदराबाद यूनिवर्सिटी से पीछे है। जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी की रैंकिंग काफी पीछे है।

रियाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां विशेष सद्भावना दिखाते हुए एक प्रमुख निर्माण परियोजना के भारतीय श्रमिकों (मजदूर) के समूह के साथ भोजन किया। मोदी ने एलएंडटी श्रमिक आवासीय परिसर में श्रमिकों को संबोधित करने के बाद उनके साथ बैठकर भोजन किया। इस संबोधन में उन्होंने सऊदी अरब के विकास में उनके योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों के साथ भोजन किया और उनसे बातचीत की। मोदी ने श्रमिकों के साथ भोजन करते हुए एक तस्वीर ट्वीट करके लिखा, ‘सऊदी अरब में एलएंडटी वर्कर्स आवासीय परिसर में एकसाथ भोजन करते हुए और एक दूसरे के विचार एवं अनुभव सुनते हुए।’ श्रमिकों ने प्रधानमंत्री की इस सद्भावना के लिए उनकी प्रशंसा की। केरल के एक श्रमिक ने कहा, ‘यह अभूतपूर्व है। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।’ भारत के श्रमिक यहां एलएंडटी की दो अरब डॉलर के आवासीय परियोजना से जुड़े हैं। इससे पहले श्रमिकों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘प्रिय भाइयों, आपकी मेहनत और पसीना मुझे यहां लेकर आया है।’

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (शनिवार) शराब कारोबारी विजय माल्या को तीसरा और संभवत: आखिरी समन जारी कर उन्हें 9 अप्रैल को मुंबई में जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने को कहा है। करीब 900 करोड़ रुपए के आईडीबीआई कर्ज धोखाधड़ी मामले में धनशोधन जांच कुो लेकर ईडी ने माल्या को यह समन भेजा है। शुक्रवार को माल्या ने एजेंसी के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए मई तक की मोहलत मांगी थी। उन्होंने कहा था कि वह मुंबई स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में आज यानी दो अप्रैल को पेश नहीं हो पाएंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि ईडी के मुंबई कार्यालय में तैनात जांच अधिकारियों ने आज यूनाइटेड ब्रेवरीज (यूबी) ग्रुप के प्रमुख को ताजा समन जारी कर उन्हें 9 अप्रैल को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को कहा है। ईडी अधिकारियों ने संकेत दिए कि यह माल्या को भेजा गया आखिरी समन हो सकता है, क्योंकि जांच अधिकारी (आईओ) अब तक तकनीकी और कानूनी आधार पर उनकी पेशी टालने का अनुरोध मानते रहे हैं। उन्होंने बताया कि धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अमूमन तीन समन भेजे जाते हैं और अगले शनिवार की नई तारीख तक यह पूरा हो जाएगा। ईडी अधिकारियों ने यह भी कहा कि आईओ ने मई तक की मोहलत देने की माल्या की अर्जी खारिज कर दी थी क्योंकि उनका जांच में हिस्सा लेना अहम है और इसलिए उन्हें सिर्फ अगले शनिवार तक का वक्त दिया गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख